The ‘Mysterious world’ of North Korean Tanashah Kim Jong-un
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की ‘Mysterious world’
दुनिया का एक ऐसा तानाशाह जो अपनी क्रूरता के साथ-साथ अपने रहस्यों को लेकर भी मशहूर है…उसने अपने आस-पास रहस्य का एक ऐसा तिलिस्म बना लिया है जिसे जानने के लिए पूरी दुनिया उत्सुक रहती है…हम बात कर रहे हैं उत्तर कोरिया के क्रूर और मशहूर तानाशाह किम जोंग उन की जिसके रिश्ते दुनिया के बाकी देशों से बहुत ही कम हैं…तानाशाह किम जोंग उन की जिंदगी इतनी ‘Mysterious world’ है कि वो क्या करता है, कहां जाता है, किससे मिलता है कोई नहीं जानता…सिर्फ कुछ खास अधिकारियों को ही किम की हर चाल की जानकारी होती है…ये वो अधिकारी हैं जो किम के भरोसेमंद हैं…फिर भी लोगों का मानना है कि किम जोंग की ‘Mysterious world’ को पूरी तरह शायद ही किसी ने देखा हो…
जहां एक ओर पूरी दुनिया में ये बात फैली है कि किम जोंग को हवाई यात्रा से डर लगता है वहीं किम जोंग उन अपने देश में भी कहीं आने-जाने के लिए प्राइवेट जेट का इस्तेमाल करता है…एक विमान से वो चीन गया था जो रूस में बना लंबी दूरी का विमान द इल्यूशिन-62 था…इसे कोरियाई बाज की एक प्रजाति ‘शैमी-1′ के नाम से जाना जाता है…प्राइवेट जेट पूरी तरह सफेद रंग का है…विमान पूरी तरह से मॉर्डन फैसिलिटी से भरा है…किम जोंग उन की कई तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें वो अपने प्राइवेट प्लेन में अंदर काम करते या मीटिंग करते दिखाई दिए…’शैमी-1’ पहली बार फरवरी 2018 में सुर्खियों में तब आया जब इसमें उच्च स्तरीय उत्तर कोरियाई ओलंपिक प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया गया उसमें किम जोंग उन की बहन किम यो-जोंग भी शामिल थीं…
वहीं हवाई यात्रा से डर के नाम पर किम जोंग ट्रेन की यात्रा करता है…अपनी स्पेशल ‘द बिग ट्रेन’ से चीन का दौरा किया था…हाल ही में रूस भी इस ट्रेन से पहुंचा था…गहरे हरे रंग और उस पर पीले रंग की पट्टी वाली इस ट्रेन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुईं…साल 2018 में जब ये ट्रेन चर्चा में आई, तब से दुनियाभर में इस ट्रेन की चर्चा होने लगी…एक और चौंकाने वाली बात ये है कि उत्तर कोरिया में अलग-अलग जगह पर ऐसे 22 रेलवे स्टेशन हैं जो किम जोंग के व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए हैं…
चीन दौरा हो या फिर सिंगापुर दौरा, किम जोंग उन ने एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए अपनी मर्सिडीज बेंज एस क्लास का इस्तेमाल किया…इस कार को खासतौर पर किम जोंग उन के लिए साल 2010 में बनाया गया था…रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि किम के काफिले की गाड़ियों में एक निजी टॉयलेट कार भी साथ चलती है ताकि लंबे दौरों में उन्हें परेशानी ना हो…
बीते साल जब सरकारी मीडिया ने सेना के फिशिंग स्टेशन पर उनकी एक तस्वीर छापी थी तो उनके पीछे एक नाव दिखाई दे रही थी…करीब 47 करोड़ की यह नाव किम जोंग उन की थी या नहीं इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है…इस बात की भी पुष्टि नहीं है कि लग्जरी सामानों के आयात पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद इसे उत्तर कोरिया कैसे लाया गया…
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