Lower 01 — How Serious is the issue of Signature Forgery in the Finance Ministry ?
Lower 01— Addressing the Consequences: Home Ministry’s Response to Signature Fraud
Lower 02— Signature Forgery: Home Ministry’s Investigation and Recommendations
नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS…….स्कैमर्स की हिम्मत इतनी बढ़ गयी है कि वो अब सीधे सरकार से टक्कर ले रहे हैं….आम आदमी के साथ-साथ अब वो मंत्रालय में भी सेंध लगा रहे हैं….दरअसल ये पूरा मामला देश की होम मिनिस्ट्री से जुड़ा है….केंद्रीय वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman के लेटर हेड पर फर्जी सिग्नेचर कर सिफारिश करने वाले 2 लोगों को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है…8 अप्रैल को पकड़े गए आरोपियों में विनय कुमार और मोहन पंचाल शामिल हैं…इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है….-Forgery in the Finance Ministry ?
आरोपी विनय ने पुलिस को बताया कि उसने वित्त मंत्री के कार्यालय से दो लेटर हेड चोरी किए थे, जिस पर ये सिफारिश पत्र लिखे गए थे….पुलिस मामले में गृह मंत्रालय में तैनात कर्मचारी और बाकी लोगों की तलाश कर रही है…कोर्ट ने 10 अप्रैल को दोनों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है….पुलिस के अनुसार, वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman के निजी सचिव बी.एन भास्कर ने कर्तव्य पथ थाना पुलिस को 3 जनवरी को शिकायत दी थी… –Forgery in the Finance Ministry ?
उन्होंने बताया था कि अज्ञात शख्स ने वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman के फर्जी हस्ताक्षर वाला लेटर हेड तैयार किया है, जिसके बाद उसे गृह मंत्रालय भेजा गया है….इस पत्र को एक सिफारिश के तौर पर इस्तेमाल किया गया है….इससे ना केवल वित्त मंत्रालय, बल्कि देश की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है….शिकायत पर पुलिस ने संबंधित धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू की थी….जांच में सामने आया कि एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े विनय ने वित्त मंत्री के कार्यालय से लेटर हेड की दो कॉपी चोरी की थी….इसके एवज में उसे 50 हजार रुपये मिले थे….वो लेटर हेड चोरी करने के बाद मोहन के पास गया….फिर दोनों ने इन लेटर्स का दुरुपयोग करने का प्लान बनाया…वहीं, पुलिस अभी ये जांच कर रही है कि आरोपी वित्त मंत्री के कार्यालय में कैसे और किसकी मदद से घुसा था….
पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि मोहन पांचाल का एक दोस्त गृह मंत्रालय में कार्यरत है, जिसकी पहुंच मंत्री अमित शाह के कार्यालय तक है….मोहन, विनय की मदद से लेटर हेड तैयार करता था और फिर गृह मंत्रालय में कार्यरत अपने दोस्त को वो पत्र देता था, जिसके बाद आरोपी का दोस्त उसे गृह मंत्री के सचिव की फाइल में रख दिया करता था…मोहन इस काम के लिए पांच लाख रुपये लेता था….
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री के कार्यालय को जो लेटर हेड भेजा गया था, वो आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित दो सौ करोड़ की जमीन पर कब्जे को लेकर था…इस पत्र को एक सिफारिश के तौर पर इस्तेमाल किया गया था…मामले में एक पक्ष की मदद के लिए ये पत्र लिखा गया था….जांच में सामने आया कि यह मामला कोर्ट में भी है….ऐसे में आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि इस तरह का फर्जीवाड़ा देश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा के साथ एक खिलवाड़ है……क्राइम से जुड़ी ऐसी ही खास खबरों के लिए देखते रहिए AIRR NEWS…..