इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में दिखने वाले विभिन्न फायदों मसलन कम कीमत, कम परिचालन लागत, माइक्रो-मोबिलिटी, ज्यादा वैरिएंट्स और कलर्स के चलते ग्राहकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल रही है। इसके अतिरिक्त सरकार की विभिन्न योजनाएं और नीतियां, टैक्स में छूट, घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने तथा साल 2030 तक देश के कुल वाहनों में 30 फीसदी तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स शामिल करने का लक्ष्य ऐसे अन्य कारक हैं, जिसकी वजह से इलेक्ट्रिक टूव्हीलर्स सेक्टर में जबरदस्त परिणाम देखने को मिल रहे हैं।