इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में दिखने वाले विभिन्न फायदों मसलन कम कीमत, कम परिचालन लागत, माइक्रो-मोबिलिटी, ज्यादा वैरिएंट्स और कलर्स के चलते ग्राहकों की संख्या...
वील्मिकी कृत रामायण और गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानस में लंका के राजा रावण के अनुज कुम्भकर्ण का उल्लेख मिलता है। रामचरितमानस के मुताबिक कुम्भकर्ण...
एक रिपोर्ट के मुताबिक सूरत की डायमंड इंडस्ट्री इन दिनों मंदी की चपेट में आ चुकी है, यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों के अंदर तकरीबन 20,000 से अधिक लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। डायमंड इंडस्ट्री में मंदी के चलते हजारों लोगों की छंटनी हो चुकी है, सेठों का माल भी बिक नहीं रहा है। दरअसल इस मंदी की असली वजह रूस-यूक्रेन युद्ध है।
इन दिनों रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त बूम देखने को मिल रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि रियल एस्टेट सेक्टर साल 2030 तक देश की जीडीपी में तकरीबन 30 फीसदी का योगदान कर सकती है। कोविड-19 और नीतिगत रूकावटों के बावजूद रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से उभरा है। किफायती घरों की जबरदस्त डिमांड और अगले कुछ वर्षों में देश में करोड़ों किफायती घरों की आवश्यकता पड़ने वाली है। जाहिर है आने वाले सालों में रियल एस्टेट इंडस्ट्री का साइज कई गुना बढ़ने वाला है।
कहते हैं नीम करौली बाबा की कृपा से ही जुकरबर्ग और स्टीव जॉब्स की किस्मत को चार चांद लग गए। इस बारे में मार्क जुकरबर्ग ने साल 2015 में पीएम नरेन्द्र मोदी से बात करते हुए कहा था कि वह बाबा नीम करोली के बहुत बढ़े भक्त हैं। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बताया कि वह स्टीव जॉब्स के कहने पर इनके आश्रम में रहने आये थे।
आजकल युवाओं में एलएसडी का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है...एलएसडी यानी लिसर्जिक एसिड डायथाइलैमाइन...एलएसडी को 'एसिड' भी कहा जाता है और इसका सेवन करना गैर-कानूनी है...ये गंधहीन, रंगहीन और स्वादहीन होता है...ये एक तरह का सिंथेटिक केमिकल से बना ड्रग होता है और इसे मतिभ्रम के रूप में कैटेगराइज्ड किया गया है...यानी इसके सेवन से सबसे ज्यादा दिमाग पर असर पड़ता है...ये एक 'कागज' की तरह होता है, जिसे चाटकर या निगलकर लिया जाता है...इससे युवाओं में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो रहीं हैं...जब कोई व्यक्ति एलएसडी का सेवन करता है तो उसका मतिभ्रम हो जाता है...उसके सारे सेंसेस खत्म हो जाते हैं...और इस स्थिति में वो ना ही कोई फैसले ले पाता है और उसका बर्ताव पूरी तरह से बदल जाता है.
यदि हम आपसे कहें कि एक ऐसा गांव अभी भी है, जहां यदि कोई इंसान एक बार सो जाए तो वह कई महीने तक नींद से उठ नहीं पाता है। जी हां, दोस्तों मुझे पता है, इस खबर पर आपको शायद विश्वास नहीं हो लेकिन यह 100 फीसदी सच है। कजाकिस्तान में एक ऐसा गांव हैं जहां के लोग महीनों तक सोते रहते हैं। जी हां, दरअसल उस गांव का नाम कलाची है, जहां के प्रत्येक निवासी की सोने की अवधि औसतन एक महीने होती है। यह बात सौ फीसदी सच है कि यदि कोई भी शख्स इस गांव में एक बार सो गया तो वह कम से कम एक महीने से पहले नहीं उठेगा।