“Fiery Exchange Between Kharge and Jagdeep Dhankhar in Rajya Sabha | AIRR News”

HomeBlog "Fiery Exchange Between Kharge and Jagdeep Dhankhar in Rajya Sabha | AIRR...

Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img

राज्यसभा में हाल ही में हुई एक गरमागरम बहस ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। यह बहस कांग्रेस के सांसद Mallikarjuna खड़गे और राज्यसभा के चेयरपर्सन जगदीप धनखड़ के बीच हुई। यह घटनाक्रम ने न केवल राजनीतिक गलियारों में, बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। धनखड़ ने खड़गे पर बार-बार चेयर का अपमान करने का आरोप लगाया, जबकि खड़गे ने जाति आधारित टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि धनखड़ के मन में अभी भी वर्ण व्यवस्था है। इस घटना ने संसद में चल रही विभिन्न मुद्दों और उनके पीछे की राजनीति को उजागर किया। आज हम चर्चा करेंगे राज्यसभा में कांग्रेस सांसद Mallikarjuna  खड़गे और चेयरपर्सन जगदीप धनखड़ के बीच हुई गरमागरम बहस पर, जिसने भारतीय राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है। नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़।-Jagdeep Dhankhar latest news 

राज्यसभा में हुई बहस की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस सांसद Mallikarjuna खड़गे और जगदीप धनखड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई। धनखड़ ने खड़गे पर आरोप लगाया कि वह बार-बार चेयर का अपमान कर रहे हैं। धनखड़ ने गुस्से में कहा, “आप खड़गे जी हर बार चेयर को नीचा नहीं दिखा सकते।” इस दौरान कांग्रेस के जयराम रमेश खड़े होकर कुछ कहने लगे, जिस पर धनखड़ ने उन्हें भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा, “आप इतने बुद्धिमान हैं कि तुरंत आकर खड़गे की जगह चेयर पर बैठ सकते हैं। आप उनका काम कर रहे हैं, उन्हें अपमानित कर रहे हैं।”-Jagdeep Dhankhar latest news

धनखड़ की इस टिप्पणी पर खड़गे ने जवाब दिया, “आपके मन में अभी भी वर्ण जाति व्यवस्था है। इसलिए आप रमेश को बहुत बुद्धिमान कह रहे हैं और मुझे मंदबुद्धि।” खड़गे, जो दलित समुदाय से आते हैं, ने इस टिप्पणी को जातिगत आधार पर देखा और इस पर अपनी नाराजगी जताई।-Jagdeep Dhankhar latest news

यह बहस संसद के उस हिस्से को उजागर करती है, जहां विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श होता है और कभी-कभी तीखी बहसें भी होती हैं। इस घटना ने एक बार फिर से भारतीय राजनीति में जातिगत मुद्दों और संसद में गरिमा के महत्व को सामने रखा है।

वैसे इस घटनाक्रम का विश्लेषण करते हुए, यह स्पष्ट होता है कि भारतीय संसद में गरिमा और शिष्टाचार का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। राज्यसभा के चेयरपर्सन का पद एक महत्वपूर्ण और सम्मानित पद है, और उसका सम्मान बनाए रखना सभी सांसदों की जिम्मेदारी है।

धनखड़ का खड़गे पर चेयर का अपमान करने का आरोप लगाना इस बात को दर्शाता है कि संसद में अनुशासन और शिष्टाचार का कितना महत्व है। हालांकि, खड़गे का जवाब देना और इसे जातिगत टिप्पणी के रूप में देखना, यह दिखाता है कि भारतीय राजनीति में जातिगत मुद्दे अभी भी प्रासंगिक हैं और उन्हें हल करने की आवश्यकता है।

ऐसे में इतिहास की बात करें तो, भारतीय संसद में इस तरह की बहसें नई नहीं हैं। पहले भी कई बार सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक हो चुकी है। उदाहरण के लिए, 1997 में सांसदों के बीच हुई बहस ने भारतीय संसद के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा था, जहां अनुशासन और शिष्टाचार का मुद्दा उठाया गया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई बार संसद में अनुशासन और शिष्टाचार पर जोर दिया है। उन्होंने सांसदों से कहा है कि वे संसद में सही व्यवहार करें और जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। धनखड़ और खड़गे के बीच की इस बहस ने इस बात को फिर से उजागर किया है कि संसद में गरिमा बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।-Jagdeep Dhankhar latest news

इस घटनाक्रम का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह भारतीय राजनीति में जातिगत मुद्दों को भी उजागर करता है। खड़गे का दलित समुदाय से होना और उनकी जातिगत टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देना यह दिखाता है कि भारतीय समाज में जातिगत भेदभाव अभी भी मौजूद है और इसे समाप्त करने की आवश्यकता है।

हालाँकि राज्यसभा में हुए इस घटनाक्रम के अलावा, भारतीय संसद में कई अन्य घटनाएं भी हुई हैं, जिन्होंने राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उजागर किया है। उदाहरण के लिए, 2015 में, संसद में भूमि अधिग्रहण बिल पर हुई बहस ने भी तीखी नोकझोंक का रूप ले लिया था। विपक्ष ने सरकार पर किसानों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया था, जबकि सरकार ने इसे विकास के लिए आवश्यक बताया था।

वही 2019 में, नागरिकता संशोधन बिल CAB पर हुई बहस ने भी संसद में काफी हलचल मचाई थी। विपक्ष ने इसे धर्म के आधार पर भेदभावपूर्ण बताया था, जबकि सरकार ने इसे धार्मिक उत्पीड़न से पीड़ित अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया था।

ये सभी घटनाएं यह दिखाती हैं कि भारतीय संसद में विभिन्न मुद्दों पर गंभीर और तीखी बहसें होती रही हैं, जो समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती हैं।

तो इस तरह राज्यसभा में Mallikarjuna खड़गे और जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहस भारतीय राजनीति और संसद में अनुशासन और शिष्टाचार के महत्व को उजागर करती है। इस घटना ने यह दिखाया कि संसद में गरिमा बनाए रखना सभी सांसदों की जिम्मेदारी है और जातिगत मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है।

नमस्कार! आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।

Extra : Kharge vs Dhankhar

Rajya Sabha Debate

Jagdeep Dhankhar

Mallikarjun Kharge

Parliament Heated Exchange

Rajya Sabha Proceedings

AIRR News

Vice President Rebukes

Caste System in Politics

Indian Parliament News

Political Debate Highlights

Congress vs BJP

#election #vote #politics #trump #usa #news #biden #elections #covid #maga #democrat #america #donaldtrump #joebiden #democrats #republican #india #congress #electionday #memes #conservative #democracy #bjp #president #voting #voteblue #bhfyp #republicans #liberal

RATE NOW
wpChatIcon