भारत की रक्षा उत्पादन में हुई वृद्धि एक ऐसी घटना है जो न केवल देश की सुरक्षा को मजबूती देती है बल्कि उसे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र modi ने भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा 2023-2024 में हासिल की गई सबसे बड़ी वृद्धि का जश्न मनाया। यह वृद्धि न केवल रक्षा उत्पादन में नए मील का पत्थर है बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपनों को साकार करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। लेकिन क्या आप जानते है की भारत के रक्षा उत्पादन में इतनी बड़ी वृद्धि कैसे संभव हुई? इस वृद्धि का भारत की सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ेगा? और ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नीतियों ने इसमें कैसे योगदान दिया है?-India defence production NEWS
आज के इस विशेष एपिसोड में हम चर्चा करेंगे भारत की रक्षा उत्पादन में हुई ऐतिहासिक वृद्धि की, जो 2023-2024 में ₹1.27 लाख करोड़ के मील का पत्थर तक पहुँच गई है। नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़-India defence production NEWS
वित्तीय वर्ष 2023-2024 के दौरान, भारत के रक्षा उत्पादन ने ₹1,26,887 करोड़ का नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 16.7% की वृद्धि है। इस वृद्धि का श्रेय केंद्र सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नीतियों को जाता है, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र modi के नेतृत्व में लागू किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की औपचारिक घोषणा की और इसे भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
वही रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि “वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान स्वदेशी रक्षा उत्पादन में मूल्य के हिसाब से सबसे अधिक वृद्धि हासिल की गई है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र modi के नेतृत्व में सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों और पहलों के सफल कार्यान्वयन का परिणाम है।”-India defence production NEWS
इस बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि इस वृद्धि का आंकड़ा सभी रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों यानि डीपीएसयू, अन्य सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों मतलब पीएसयू और निजी कंपनियों से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित है। यह डेटा दर्शाता है कि निजी क्षेत्र और डीपीएसयू/पीएसयू दोनों में रक्षा उत्पादन के मूल्य के हिसाब से लगातार वृद्धि हो रही है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र modi ने एक्स पर लिखा, “बहुत ही उत्साहजनक विकास। इस उपलब्धि में योगदान देने वाले सभी को बधाई। हम अपने क्षमताओं को बढ़ाने और भारत को एक प्रमुख वैश्विक रक्षा विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने के लिए एक सहायक वातावरण को विकसित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इससे हमारी सुरक्षा प्रणाली में सुधार होगा और हमें आत्मनिर्भर बनाएगा।”-India defence production NEWS
आपको बता दे कि भारत की रक्षा उत्पादन का इतिहास स्वतंत्रता के बाद से ही एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है। पहले, भारत रक्षा उत्पादों के लिए विदेशों पर निर्भर था। लेकिन समय के साथ, स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियाँ और पहलें लागू की गईं। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे कार्यक्रमों ने इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जिसमे मेक इन इंडिया पहल की शुरुआत 2014 में शुरू की गई थी। यह पहल विभिन्न क्षेत्रों में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देती है।
इस पहल से विभिन्न क्षेत्रों में स्वदेशी उत्पादन और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है।
वही आत्मनिर्भर भारत अभियान जिसका लक्ष्य और उद्देश्य भारत को विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाना है।जिससे हाल के वर्षों में भारतीय रक्षा उत्पादों का निर्यात भी बढ़ा है।और देश को विदेशी मुद्रा अर्जित करने और वैश्विक स्तर पर भारतीय रक्षा उत्पादों की पहचान बनाने में मदद मिली है।
तो इस तरह भारत की रक्षा उत्पादन में हुई ऐतिहासिक वृद्धि न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करती है बल्कि देश को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वृद्धि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नीतियों के सफल कार्यान्वयन का परिणाम है।
नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।
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