Ganpati Bappa made of soap, amazing artwork by artist Dr. Aditi Mittal of Surat City was seen. Doctor by profession, artist at heart
साबुन से बने गणपति बाप्पा , सूरत शहर के आर्टिस्ट डॉक्टर अदिति मित्तल द्वारा अध्भुत कलाकरि देखने को मिली| पेशे से डॉक्टर, दिल से आर्टिस्ट
डॉक्टर अदिति मित्तल द्वारा बनाई गई गणेश जी की प्रतिमा वास्तव में एक अद्वितीय और अद्भुत कला की प्रदर्शनी है। इस प्रतिमा में गणेश जी को चंद्रमा की सतह पर खड़े होते दिखाया गया है, जो इसरो के चंद्रयान मिशन को आशीर्वाद दे रहे हैं। इस प्रतिमा को बनाने के लिए लगभग 2655 किलो साबुन का उपयोग किया गया है। यह साबुन केमिकल फ्री है और इसे आध्यात्मिक, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ बनाया गया है। इस प्रतिमा को बनाने में करीब 7 दिन का समय और मेहनत लगी है। प्रत्येक शीट का वजन 15 किलोग्राम है और इन शीटों को जोड़ना इस काम का सबसे कठिन हिस्सा था। डॉक्टर अदिति मित्तल ने यह कठिन काम अकेले किया और इससे एक सफल आर्टिस्ट की पहचान बना दी है।
इस प्रतिमा का विसर्जन भी अनोखा है। सभी साबुन के टुकड़े अलग करके इन्हें गरीब वर्ग के परिवारों को बांटा जाएगा, जिससे पर्यावरण के साथ-साथ समाज कार्य का भी संदेश लोगों तक पहुंचेगा। इस तरह, यह प्रतिमा कला की कलाकारी से लेकर समाज के भलाई का कारण बनी है। डॉक्टर अदिति मित्तल ने अपनी मेहनत और समर्पण के माध्यम से एक अद्वितीय और सांस्कृतिक कार्य किया है, जो समाज को प्रेरित करता है और उन्नति की ओर अग्रसर करता है।
Ganpati Bappa made of soap, amazing artwork by artist Dr. Aditi Mittal of Surat City was seen. Doctor by profession, artist at heart
The idol of Lord Ganesha created by Dr. Aditi Mittal is truly a unique and wonderful art exhibit. In this statue, Lord Ganesha is shown standing on the surface of the moon, blessing ISRO’s Chandrayaan mission. About 2655 kg of soap has been used to make this statue. This soap is chemical-free and created with spiritual, scientific, cultural, and environmental goals in mind. It took about 7 days of time and hard work to make this statue. Each sheet weighs 15 kg and joining these sheets was the most difficult part of the job. Dr. Aditi Mittal did this difficult work alone and has made herself known as a successful artist.
The immersion of this statue is also unique. All the soap pieces will be separated and distributed among the poor class families, due to which the message of social work along with the environment will reach the people. In this way, this statue has become a work of art as well as a cause for the welfare of society. Dr. Aditi Mittal, through her hard work and dedication, has done unique and cultural work, which inspires society and leads to progress.
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