Digvijaya Singh targets Jyotiraditya Scindia and Mahendra Singh, accusing them of selling themselves out.
“मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और महेंद्र सिंह सिसोदिया को खुद को बेचने का आरोप लगाया।”
नमस्कार आप देख है AIRR न्यूज़
आज हम बात करेंगे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच हुई ताज़ा बहस पर।
आपको बता दे की मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कि सिंधिया परिवार के ऐसे राजा कांग्रेस को इस तरह धोखा देंगे। उनका इशारा सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाएं के विषय पर था।
दिग्विजय सिंह ने यहाँ बात गुना जिले में बामोरी विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम को संबोधित करते समय कही थी और ये टिप्पणी अगले सप्ताह होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कही गयी थी।
आगे दिग्विजय सिंह ने कहा “मैंने उम्मीद नहीं की थी कि सिंधिया परिवार के ऐसे राजा कांग्रेस को इस तरह धोखा देंगे। कांग्रेस ने उन्हें क्या नहीं दिया? पहले, उन्होंने बड़े महाराजा (मदावराव सिंधिया) को यहां से सांसद बनाया फिर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने उन्हें मंत्री बनाया, सम्मान दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में आए और कांग्रेस ने उन्हें सांसद और फिर दो बार मंत्री बनाया। ऐसा क्या कारण था कि उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया और भाजपा का दामन थम लिया ,”
ऐसा नहीं है की Digvijaya Singh ने सिर्फ सिंधिया को ही निशाना बनाया था बल्कि उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री रहे महेंद्र सिंह सिसोदिया पर भी ताना कस्ते हुए कहा कि उसे भाजपा को बेच दिया गया था इसलिए उन्होंने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी , आपको बता दे की सिंधिया के साथ ही महेन्दर सिंह ने भी भाजपा में खुद को शामिल कर लिया था
“पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश पर उन्हें
महेंद्र सिंह सिसोदिया को मंत्री बनाया, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया और खुद को भाजपा को बेच दिया,” उन्होंने और कहा।
आपको बता दे की भाजपा सरकार के मंत्री सिसोदिया अगले सप्ताह होने वाले चुनावों के लिए बामोरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से ऋषि अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है। मध्य प्रदेश पांच राज्यों में से एक है जो 17 नवंबर को एक चरण के चुनाव के लिए जा रहा है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। मध्य प्रदेश के वोटर 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों का चयन इसी दिन करेंगे।
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि 2018 में राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिला था, जिसमें वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि, 2020 में राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल हुई जब तब के कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, साथ में 22 अपने वफादार विधायकों के साथ, भाजपा में शामिल हो गए थे।
ऐसे में कांग्रेस सरकार के पास बहुमत न होने की वजह से सरकार गिर गई और भाजपा ने सरकार बनाई, जिसमें शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री के रूप में वापस लौटे।
तो ये थी हमारी आज की पेशकश , बाकि खबरों के लिए बने रहिये AIRR न्यूज़ के साथ।
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