Chhattisgarh’s New Chief Minister: The Political Journey of Vishnu Deo Sai | AIRR News
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री: Vishnu Deo Sai की राजनीतिक यात्रा | एआईआरआर समाचार
छोटे से गांव का सरपंच कैसे केंद्रीय मंत्री से आज छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बना ?
जानेंगे सब आज कि इस खास वीडियो में। तो बने रहिये हमारे साथ।
हाल ही में छत्तीसगढ़ की राजनीतिक दुनिया में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख आदिवासी नेता Vishnu Deo Sai को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। यह घटना उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने उन्हें गांव के सरपंच से लेकर केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद तक की यात्रा की।
विष्णु देव साई का जन्म छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा 1990 में शुरू की और वे 1998 तक अविभाजित मध्य प्रदेश में विधायक के रूप में सेवा करते रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया, आपको बता दे कि इनसे पहले अजित जोगी थे जिन्हे सबसे पहले आदिवासी मुख्यमंत्री होना का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
विष्णु देव साई की राजनीतिक यात्रा उनके परिवार की राजनीतिक परंपरा में गहराई से जड़ी हुई है। उनके दादा और बड़े परिवार के सदस्य जन संघ जिनसे भारतीय जनता पार्टी का उदय हुआ था , से जुड़े थे और उन्होंने महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों का कार्यभार संभाला था।
आपको बता दे कि विष्णु देव साई ने अब तक चार बार लोकसभा में जीत हासिल की है ,उन्होंने 2014 से 2019 तक, केंद्र सरकार में स्टील मंत्रालय के राज्य मंत्री के पद का कार्यभार सभाला था।
उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनावों में उत्तर छत्तीसगढ़ के कुनकुरी क्षेत्र में विजय प्राप्त की, जहां उन्होंने सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायक, यू.डी. मिंज को हराया।
आपको बता दे कि बीजेपी ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटों के साथ विजय प्राप्त की है , जो 2018 के चुनावों उसकी हुई हार के बाद एक महत्वपूर्ण वापसी का संकेत देती है।
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बनने पर विष्णु देव साई ने कहा, “आज, मैं विधानसभा के नेता के रूप में एकमत से चुना गया हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास दिखाया।”
आपको बता दे कि इस मुख्यमंत्री पद के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने काफी मंथन किया था , और राज्य में विधायकों में कुछ मतभेद पैदा ना हो इसके लिए पार्टी और केंद्रीय नेतृत्व ने इस बार छत्तीसगढ़ में दो डिप्टी मुख्यमंत्री की घोषणा की गई। क्योंकि किसी भी तरह का बिखराव बीजेपी अब नहीं चाहती है इसलिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और विजय शर्मा को भी डिप्टी मुख्यमंत्री बनाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भी विधानसभा के अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।
आपको बता दे कि अमित शाह ने जब छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की कमान संभाली थी तो उन्होंने जब कुनकरी में जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि विष्णुदेव साय को कुनकरी से विधायक बना दीजिए मैं इन्हें बड़ा आदमी बना दूंगा।
अमित शाह के इस वादे के बाद, विष्णु देव साई को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक यात्रा को मान्यता प्रदान करती है।
यह सभी घटनाएं छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय खोलती हैं, जिसमें आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री के पद का दायित्व सौंपा गया है। आपको बता दे कि यह घटना बीजेपी की छत्तीसगढ़ में आदिवासी वोटर्स को आकर्षित करने की रणनीति का हिस्सा मणि जा रही है।
आपको बता दे कि अब, विष्णु देव साई के नेतृत्व में, बीजेपी को छत्तीसगढ़ में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए नई चुनौतियों का सामना करना होगा। क्योंकि चुनावो में जीत के लिए बीजेपी ने भी बहुत सारे चुनावी वादे किये थे,जिन्हे पूरा करना बड़ी चुनौती होगी, जिसमें छत्तीसगढ़ के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और आदिवासी कल्याण को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी।
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