Heavy Protests in Gilgit Baltistan in PoK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत इस समय गृहयुद्ध का बड़ा मैदान बन गया है. जहां हर तरफ पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और लोग हफ्तों से धरने पर बैठे हैं हैं. इसी कड़ी में पिछले एक हफ्ते से ज्यादा समय से पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ गिलगित बाल्टिस्तान के शिक्षक और व्यापारी अलग-अलग जगहों पर आपनी मांग मनवाने के लिए धरने पर बैठे है.
पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ व्यापारियों और शिक्षकों को धरना-प्रदर्शन
पीओके के गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत के सैकड़ों स्कूली शिक्षक पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से दिन-रात सड़कों पर धरने पर बैठे हैं और वही दूसरी तरफ गिलगित बाल्टिस्तान के व्यापारी अपनी मांग मनवाने के लिए काराकोरम हाईवे को बंद करके सड़क पर धरने पर बैठे हैं.
व्यापारियों से सामान के बदले सरकार मांग रही फिरौती
जानकारी के मुताबिक, गिलगित बाल्टिस्तान के व्यापारियों की मांग है कि जो सामान व्यापारियों ने चीन से आयात किया था वो पिछले 6 महीने से पाकिस्तानी पोर्ट पर पड़ा हुआ है और पाकिस्तानी सरकार उसे छोड़ नहीं रही है और इसके बदले व्यापारियों से अतिरिक्त शुल्क की मांग कर रही है.
Pak-China Traders Action Committee की अगुआई में चल रहे धरने में व्यापारियों ने पाकिस्तानी सरकार पर गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत के व्यापारियों का शोषण करने का आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान की सरकार गिलगित बाल्टिस्तान के व्यापारियों के साथ भेदभाव कर रही है.
वहीं, दूसरी तरफ व्यापारियों के धरने को गिलगित बाल्टिस्तान की विपक्षी राजनीतिक पार्टियों का भी समर्थन मिल रहा है और गिलगित बाल्टिस्तान के विधायक भी धरने पर जाकर पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ हक और अधिकार की लड़ाई का आह्वान कर रहे हैं.
गिलगित बाल्टिस्तान के विधायक ने व्यापारियों और शिक्षकों के साथ दिया धरना
पीओके के गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत के विधायक जावेद अली मनवा ने कहा, “जहां एक तरफ व्यापारी अपनी मांगो के लिए दिन-रात सड़कों पर डटे हुए हैं तो वहीं गिलगित बाल्टिस्तान के शिक्षक भी पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “असल में पाकिस्तानी कोर्ट ने गिलगित बाल्टिस्तान के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के प्रमोशन करने का आदेश दिया था, लेकिन अदालत के आदेश के बावजूद पाकिस्तान की सरकार गिलगित बाल्टिस्तान के शिक्षकों का प्रमोशन नहीं कर रही है और अटका रही है. ऐसे में बीते 1 हफ्ते से ज्यादा समय से गिलगित बाल्टिस्तान के शिक्षक भी पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ सड़कों पर बैठे हैं और सरकार पर गिलगित बाल्टिस्तान पर भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं.”
पिछले 7 दशक से पाकिस्तानी सरकार ने PoK से कर रही भेदभाव- जावेद अली मनवा
विधायक जावेद अली मनवा ने कहा, “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का इलाका हो या फिर गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत दोनों ही जगहों पर पिछले 7 दशक से पाकिस्तानी सरकार पर भेदभाव करने और शोषण करने के आरोप लगते रहते है और इस समय जिस तरह से गिलगित बाल्टिस्तान प्रांत में व्यापारियों और शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है, ऐसे में पाकिस्तान के लिए यह स्थिति किसी गृहयुद्ध से कम नहीं है.”