NCERT की नई बुक में बाबरी मस्जिद का जिक्र नहीं, अयोध्या विवाद 2 पेज में समेटा

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Babri Masjid latest news

NCERT की नई बुक में बाबरी मस्जिद का जिक्र नहीं-Babri Masjid latest news

बाबरी मस्जिद को तीन गुंबद वाला ढांचा लिखा

12वीं की पॉलिटिकल साइंस की किताब से हटाए गए

NCERT ने कहा- हमें स्कूल दंगों के बारे में क्यों पढ़ाना चाहिए?-Babri Masjid latest news

बाबरी मस्जिद विवाद और अयोध्या राम मंदिर को लेकर सालों से विवाद रहा.. अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है… इसे लेकर कई संघर्ष हुए.. पुस्तकों में इसे लेकर कई चैप्टर्स हैं. लेकिन इस NCERT ने अब अपनी नई बुक में बाबरी मस्जिद का जिक्र नहीं किया है.. आखिर क्या है नई बुक में और इसके क्या कुछ प्रभाव पड़ सकते हैं आज के वीडियो में हम आपको बताएंगे.. –Babri Masjid latest news

नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS…. NCERT की किताब से बाबरी मस्जिद, भगवान राम, श्री राम, रथयात्रा, कारसेवा और विध्वंस के बाद की हिंसा की जानकारी हटा ली गई है.. देश की टॉप एजुकेशन बॉडी ने.. इसके अलावा किताब में बाबरी मस्जिद नाम के बजाय इसे “तीन-गुंबद ढांचा” और अयोध्या विवाद को ‘अयोध्या विषय’ के नाम पर पढ़ाया जाएगा..

टॉपिक भी 4 की जगह दो पेज का कर दिया गया है.. बाबरी मस्जिद विध्वंस या उसके बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा का संदर्भ क्यों हटा दिया गया? इस सवाल पर NCERT के डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा- हमें स्कूल दंगों के बारे में क्यों पढ़ाना चाहिए? हम पॉजिटिव नागरिक बनाना चाहते हैं, न कि वॉयलेंट और डिप्रेस्ड इंसान”…  आपको बता दें कि साल 2014 के बाद से चौथी बार इसे लेकर संशोधन हो रहा है… 2014 के बाद से NCERT की टेक्स्ट बुक में संशोधन का यह चौथा दौर है.. 2017 में पहले दौर में, NCERT ने हाल की घटनाओं को दर्शाने के लिए संशोधन की आवश्यकता का हवाला दिया था..

2018 में, इसने “सिलेबस के बोझ को कम करने के लिए” संशोधन शुरू किए.. उसके बाद, 2021 में सिलेबस के बोझ को कम करने और छात्रों को कोविड के कारण होने वाली पढ़ाई में व्यवधान से उबरने में मदद करने के लिए तीसरा दौर शुरू किया गया.. वहीं NCERT की पुरानी किताब में बाबरी मस्जिद का जिक्र 16वीं शताब्दी की मस्जिद के रूप में किया गया था, जिसे मुगल सम्राट बाबर के जनरल मीर बाकी ने बनवाया था.. अब, नई बुक में इसे “एक तीन-गुंबद वाले स्ट्रक्चर” के रूप में संदर्भित किया गया है..इसमें बताया गया है कि स्ट्रक्चर को 1528 में श्री राम के जन्मस्थान पर बनाया गया था..

इसके भीतरी और बाहरी स्ट्रक्चर में हिंदू प्रतीक और अवशेष स्पष्ट रूप से नजर आ रहे थे..वहीं NCERT की पुरानी बुक में दो पन्नों से ज्यादा में फैजाबाद जिला अदालत के आदेश पर फरवरी 1986 में मस्जिद के ताले खोले जाने के बाद “दोनों तरफ” की लामबंदी की डिटेल जानकारी दी गई थी.. इसमें सांप्रदायिक तनाव, सोमनाथ से अयोध्या तक की रथ यात्रा, दिसंबर 1992 में राम मंदिर निर्माण के लिए स्वयंसेवकों द्वारा की गई कार सेवा, मस्जिद का विध्वंस और उसके बाद जनवरी 1993 में हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र किया गया था। इसमें बताया गया था कि कैसे ‘भाजपा ने अयोध्या में हुई घटनाओं पर खेद व्यक्त किया’। साथ ही “धर्मनिरपेक्षता पर गंभीर बहस” का भी उल्लेख किया गया था. वहीं पुरानी बुक में अखबारों में छपे लेखों की तस्वीरें थीं, जिनमें 7 दिसंबर, 1992 का एक लेख भी शामिल था, जिसका शीर्षक था “बाबरी मस्जिद डेमॉलिश्ड, सेंटर सैक्स कल्याण गवर्नमेंट.. 13 दिसंबर, 1992 के एक अन्य शीर्षक में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के हवाले से कहा गया था कि “अयोध्या बीजेपीस वर्स्ट मिसकैलकुलेशन ..

नई बुक में सभी अखबारों की कटिंग्स हटा दी गई हैं.. इतना ही नहीं NCERT की पुरानी किताब में सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश वेंकटचलैया और न्यायमूर्ति जी.एन. रे द्वारा मोहम्मद असलम बनाम भारत संघ मामले में 24 अक्टूबर, 1994 को दिए गए फैसले में की गई टिप्पणियों का एक अंश था.. इसमें कल्याण सिंह  को “कानून की गरिमा को बनाए रखने” में विफल रहने के लिए अदालत की अवमानना ​​का दोषी ठहराया गया था.. 

इसमें कहा गया था कि “चूंकि अवमानना ​​बड़े मुद्दों को उठाती है, जो हमारे राष्ट्र के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की नींव को प्रभावित करती है, इसलिए हम उन्हें एक दिन के सांकेतिक कारावास की सजा भी देते हैं।” नई बुक में अब इस हिस्से को हटा दिया गया है… कुल मिलाकर NCERT ने एक नई पहल की है..

NCERT का साफ कहना है कि “हमें स्कूल की टेक्स्टबुक में दंगों के बारे में क्यों पढ़ाना चाहिए? हम पॉजिटिव नागरिक बनाना चाहते हैं, न कि वॉयलेंट और डिप्रेस्ड इंसान”। निश्चित तौर पर ये एक सराहनीय और राष्ट्र निर्माण में अच्छा कदम है इससे आने वाली पीढ़ी कुछ नया सोच पाएगी.. ऐसी ही खबरों के लिए आप जुड़े रहिए AIRR NEWS के साथ. नमस्कार..

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