कब आया था इतिहास का सबसे बड़ा Earthquake जब 10 मिनट तक हिलती रही Earth
भूकंप हमेशा से ही वैज्ञानिकों के लिए कौतूहल का विषय रहा है…भू वैज्ञानिकों ने लंबे समय से वर्षा दर और भूकंप के दौरान होने वाली गतिविधि पर रिसर्च की…जिससे पता चला कि हिमालय में भूकंप की आवृत्ति मानसून के दौरान साल भर प्रभावित होती है…जलवायु परिवर्तन ना केवल Earth की ऊपरी सतह को बल्कि ये हिमनदों को भी प्रभावित करता है…जिससे जमीन के नीचे के भाग में हलचल पैदा होती है और भूकंप का खतरा बढ़ता है…
शोध से पता चलता है कि हिमालय में 48% भूकंप मार्च, अप्रैल और मई के सूखे और प्री-मानसून महीनों के दौरान आते हैं, जबकि केवल 16% मानसून के मौसम में आते हैं…जब सर्दियों में पानी गायब हो जाता है तो प्रभावी ‘रिबाउंड’ क्षेत्र अस्थिर हो जाता है और भूकंप की संख्या बढ़ जाती है…
अगर भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 0 से 1.9 होती है तो इसका पता भी नहीं चलता…इसका पता लगाने के लिए सीज्मोग्राफ का उपयोग किया जाता है…वहीं तीव्रता 2 से 2.9 होने पर हल्का कंपन महसूस होता है…तीव्रता 3 से 3.9 होने पर थोड़े झटके महसूस होते हैं…रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4 से 4.9 होने पर खिड़कियां टूट सकती हैं…इसके अलावा अगर भूकंप की तीव्रता 5 से 5.9 होती है तो सामान और पंखे हिलने लगते हैं…इसकी तीव्रता 6 से 6.9 होने पर मकान की नींव में दरार आ सकती है और 7 से 7.9 की तीव्रता में मकान गिर जाते हैं और काफी तबाही हो सकती है…इसके बाद 8 से 8.9 की तीव्रता पर अगर भूकंप आता है तो सुनामी का खतरा होता है…
अगर रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 9 होती है तो खड़े होने पर भी Earth हिलती नजर आएगी…इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप मई 1960 में चिली में दर्ज किया गया था…ये 9.4 और 9.6 की तीव्रता का था जिससे लगभग 10 मिनट तक जमीन हिली थी…इस भूकंप में करीब 6000 लोगों की जान गई थी…1964 में गुड फ्राइडे पर ग्रेट अलास्कन में आए भूकंप की तीव्रता 9.2 थी और ये लगभग 5 मिनट तक रहा था…ये उत्तरी अमेरिका में दर्ज अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है…इसके प्रभाव से सुनामी की लहरें अंटार्कटिका तक पहुंच गई और जापान, पेरू, मेक्सिको और न्यूजीलैंड के साथ-साथ दूसरे तटीय इलाकों में भी देखी गई…
साल 2001 में आया भुज भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में आया तीसरा सबसे बड़ा भूकंप था…7.7 तीव्रता के इस भूकंप ने 20,000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी और लाखों लोगों को बेघर कर दिया था…साल 2004 में दक्षिण एशिया में आया 9.1 तीव्रता का भूकंप अब तक की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में से एक है…इस भूकंप से लगभग 100 फीट की सुनामी आई थी…जिसमें थाईलैंड, श्रीलंका, भारत और इंडोनेशिया सहित 14 देशों में लगभग 2,27,000 मौतें दर्ज की गई थी…साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप से भारत, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के भी कई इलाके प्रभावित हुए थे…नेपाल में 1934 के बाद आया ये सबसे बड़ा भूकंप था…
इस साल फरवरी में तुर्किए में आए भूकंप में 30 हजार लोग मारे गए थे…रात के अंधेरे में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मैग्नीट्यूड थी… भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था…इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया जिसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी…
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