2024 लोकसभा चुनावों के लिए बहुत ही मायने रखने वाला एक ब्यान हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद Shashi Tharoor ने केरल लिटरेचर फेस्टिवल में दिया, जिसमें उन्होंने भाजपा को 2024 में सबसे बड़ी पार्टी होने का अनुमान लगाया है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि विपक्ष की एकजुटता से भाजपा को ऐसे स्तर पर लाया जा सकता है, जहां उनका सत्ता में बने रहना मुश्किल हो जाए। इस बयान के पीछे उनका कौन सा तर्क है, और इसका भारतीय राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, इसका विश्लेषण हम आपके लिए करने जा रहे हैं। नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज।
शशि थरूर का कहना है कि 2019 में भाजपा ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया था, कि उसे अब दोहराना मुश्किल होगा। उन्होंने याद दिलाया कि 2019 में कांग्रेस ने हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और कर्नाटक में शून्य सीटें हासिल की थीं, और इन राज्यों में उनका सबसे खराब प्रदर्शन था। उनका कहना है कि इस बार उन्हें इन सभी राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा, और इससे उन्हें लोकसभा में अधिक सीटें मिलेंगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर होगा, क्योंकि यहां कांग्रेस की सरकार है।
आपको बता दे कि, थरूर के विश्लेषण का दूसरा हिस्सा विपक्षी दलों के बीच एकजुटता पर निर्भर करता है। उनका कहना है कि जिन राज्यों में विपक्षी वोटों का बंटवारा हुआ है, अगर विपक्ष भाजपा के खिलाफ एक साथ आता है, तो भाजपा को उस स्तर तक घटाया जा सकता है, जहां उनका सरकार बनाना मुमकिन नहीं होगा। उन्होंने महाराष्ट्र और बिहार के उदाहरण दिए, जहां विपक्षी गठबंधन ने भाजपा को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की एकता के लिए विपक्षी दलों को अपने आपसी मतभेदों को दबाकर, देश के हित को प्राथमिकता देनी होगी।
ऐसे में शशि थरूर के इस विश्लेषण को सत्य साबित करने के लिए, कांग्रेस को ऐतिहासिक रूप से अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा। भाजपा के प्रदर्शन का एक आंकड़ा यह है कि वह लोकसभा चुनावों में राज्य चुनावों के बाद भी अच्छा प्रदर्शन करती है। 2018 में, भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में राज्य चुनावों में हारा था, लेकिन 2019 में लोकसभा चुनावों में इन तीन राज्यों में भी जीत हासिल की थी। इस बार भी, भाजपा इन तीन राज्यों में सत्ता में है, जो कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
विपक्षी दलों के बीच एकजुटता का मुद्दा भी आसान नहीं है। कांग्रेस ने कई राज्यों में अपने सहयोगियों के साथ बातचीत शुरू कर दी है, लेकिन उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि ज्यादातर उनके सहयोगी राज्यों में उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। पश्चिम बंगाल में, ममता बनर्जी की टीएमसी ने कांग्रेस को 42 सीटों में से सिर्फ दो ही देने का प्रस्ताव किया है। बिहार में भी, नीतीश कुमार की जेडीयू ने कहा है कि वह कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे पर बात नहीं करेगी, बल्कि सिर्फ लालू प्रसाद की आरजेडी के साथ ही डील करेगी। शिवसेना उद्धव ठाकरे और NCP शरद पवार की शाखा ने भी यही बात कही है, जो महाराष्ट्र में एक साथ गठबंधन में है।
इससे साफ है कि कांग्रेस के लिए 2024 में रास्ता आसान नहीं होगा, खासकर उन राज्यों में, जहां वह भाजपा के साथ सीधे मुकाबले में है।
तो यह था हमारा आज का विशेष कार्यक्रम, जिसमें हमने शशि थरूर के 2024 लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ विपक्ष की संभावनाओं का विश्लेषण किया। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी रोचक और जागरूक करने वाली लगी होगी। हम आपको और ऐसी ही खबरें लाते रहेंगे, तब तक के लिए नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज।
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