आपको जानकारी के लिए बता दें कि अनानास को यूरोप तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। ऐसे में इस फल को बहुत ही कम लोग देख या चख सकते थे। हम सकते हैं कि अनानास एक ऐसा फल था जो केवल राजाओं और अमीरों के हिस्से में ही आता था। अपनी इसी महत्ता के चलते सत्रहवीं सदी के मध्य में अनानास को ब्रिटेन की राजशाही में ‘फलों का राजा’ घोषित किया गया।
चार्ल्स प्रथम के शाही वनस्पति विशेषज्ञ जॉन पार्किंसन के मुताबिक सुगंध और स्वाद को लेकर अनानास एक ऐसा फल है जिसमें शराब, गुलाब, जल और मीठा आपस में मिला दिए गए हों। फ़्रांस के चिकित्सक पीयर पोमेट ने कुछ इस तरह से लिखा है- “अनानास को फलों का राजा कहना उचित था क्योंकि यह धरती पर सबसे बेहतरीन फल है। बादशाहों के बादशाह ने इसके माथे पर एक ताज रखा है जो उसकी बादशाही का एक ज़रूरी निशान है।“
बता दें कि कभी इंग्लैंड में अनानास अंग्रेज़ों के वर्चस्व का प्रतीक बन चुका था, इसीलिए सन 1675 के आसपास चार्ल्स द्वितीय ने शाही बाग़बान से इंग्लैंड में उगाया गया पहला अनानास लेते हुए अपना एक पोट्रेट बनवाया। बता दें कि 18वीं सदी की शुरूआत में ब्रिटेन में अनानास की खेती की शुरुआत हो चुकी थी बावजूद इसके अनानास का महत्व बहुत ज्यादा था। बहुत मुश्किलों से तैयार होने वाले एक अनानास की क़ीमत आज के हिसाब 11 हज़ार पाउंड के बराबर थी। यदि अनानास में टहनियां और पत्ते लगे होते तो उसकी क़ीमत और भी अधिक होती थी। सवाल यह उठता है कि इतना महंगा फल आखिर में कौन खाए?
बीथन बेल के एक शोध के मुताबिक अनानास का फल ब्रिटेन के सबसे धनाढ्य लोगों के सामाजिक समारोहों का महत्वपूर्ण भाग होता था। बहुत ज्यादा महंगा होने के चलते फल के मालिक अनानास को विशेष प्लेटों में सजाकर खाने की टेबल पर रखते थे, वो केवल देखने और पंसद करने के लिए जबकि खाने के लिए दूसरे सस्ते फल परोसे जाते थे। अक्सर एक ही अनानास को एक के बाद दूसरे समारोहों में शान दिखाने के लिए तब तक रखा जाता था जबतक कि वह सड़ नहीं जाए। इतना ही नहीं, इसकी सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी रखे जाते थे। यह डर बना रहता था कि कहीं अनानास को ले जाने वाली नौकरानियां ही लूटकर न ले जाएं।
ब्रिटेन में अनानास कितना महत्वपूर्ण और महंगा था इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि लोगों ने अनानास को किराए पर देने का कारोबार भी शुरू कर दिया। कम पैसे वाले लोग अपनी डिनर पार्टियों में केवल दिखावे के लिए अनानास को अपने हाथ में लेकर टहलने के लिए किराए पर लेते थे।
18वीं सदी में अनानास ब्रिटेन में फैशन का सबब बन गया था। मार्केट में अनानास थीम वाले बर्तन, घड़ी की डिबिया और पेंटिंग्स धड़ाधड़ बिकने लगी। यहां तक कि फ़ैशनेबल महिलाएं अपने कपड़ों,थैलों और यहां तक कि अपने जूतों पर भी अनानास की तस्वीर बनवातीं थी।
गौरतलब है कि जब पानी के जहाज़ों से उपनिवेशों से नियमित रूप से अनानास ब्रिटेन भेजे जाने लगे तो उसके दाम गिरने लगे। कभी अमीरी का प्रतीक बना अनानास ब्रिटेन के अधिकतर शहरों और क़स्बों में सस्ते दामों पर मिलने लगा।
#world’sfamousfruit #pineapple #rent #Britain #charlsportraitwithpineapple #pineappleinengland