कैमरून अफ्रीका तथा चाड, गिनिया-बिसाउ, केन्या, टोगो, जिम्बाब्वे और गिनिया-कोनाक्री की कुछ जगहों पर ब्रेस्ट आयरनिंग का बहुत ज्यादा प्रचलन है। दरअसल जब भी कोई लड़की प्यूबर्टी की तरफ बढ़ती है तब खुद मां अपनी बेटी के दोनों ब्रेस्ट को गर्म पत्थर, लकड़ी या लोहे से दाग देती है।
आज दुनिया के हर क्षेत्र में महिलाएं अपना नाम रौशन कर रही हैं। महिलाओं की प्रगति को देखकर कभी-कभी मर्दों को भी ईर्ष्या होने लगती है। लेकिन दुनिया में ऐसे कई देश अभी भी मौजूद हैं जहां महिलाओं के साथ बेरहमी की जाती है। इन देशों में लड़कियों और महिलाओं के साथ होने वाले मानसिक और शारीरिक अत्याचार को देखकर मन में यह सवाल बार-बार कौंधने लगता है कि क्या वास्तव में दुनिया आगे बढ़ रही है या फिर कुछ और बात है।
आखिर क्या है ब्रेस्ट आयरनिंग? आज हम इस स्टोरी में ब्रेस्ट आयरनिंग की बात करने जा रहे हैं, जिसकी भुक्तभोगी है प्यूबर्टी की तरफ बढ़ रही मासूम लड़कियां। दोस्तों, आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि मुख्य रूप से कैमरून अफ्रीका तथा चाड, गिनिया-बिसाउ, केन्या, टोगो, जिम्बाब्वे और गिनिया-कोनाक्री की कुछ जगहों पर ब्रेस्ट आयरनिंग का बहुत ज्यादा प्रचलन है। दरअसल जब भी कोई लड़की प्यूबर्टी की तरफ बढ़ती है तब खुद मां अपनी बेटी के दोनों ब्रेस्ट को गर्म पत्थर, लकड़ी या लोहे से दाग देती है। इसी को ब्रेस्ट आयरनिंग कहते हैं।
अफ्रीकी हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और यूनाइटेड नेशन्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन 3 करोड़ 80 लाख से ज्यादा लड़कियों को इस बेरहम प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। यह जानकर हैरानी होगी कि प्यूबर्टी की तरफ बढ़ रही लड़कियों की ब्रेस्ट आयरनिंग खुद उनकी मां अथवा घर की कोई अन्य महिला के द्वारा किया जाता है। कैमरून के अलावा यूनाइटेड किंगडम में भी ज्यादातर लड़कियां ब्रेस्ट आयरनिंग के खतरे से घिरी हुई हैं।
क्यों की जाती है ब्रेस्ट आयरनिंग?
अफ्रीकी देशों में ब्रेस्ट की ग्रोथ को धीरे करने या रोकने के लिए ब्रेस्ट आयरनिंग की जाती है। आमतौर पर इसे लड़कियों का पहला सेक्सुअल एनकाउंटर रोकने के लिए भी किया जाता है। कैमरून के इलाकों में ऐसा माना जाता है कि ब्रेस्ट आयरनिंग से लड़कियां कम अट्रैक्टिव हो जाती है ऐसे में उनका सेक्सुअल एनकाउंटर नहीं होगा। इन इलाकों में किसी भी टीनेजर्स के लिए ब्रेस्ट का होना लज्जा की बात मानी जाती है।
ब्रेस्ट आयरनिंग से गंभीर बीमारियों का खतरा
ब्रेस्ट आयरनिंग से ब्रेस्ट में सिस्ट, ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी समस्याएं देखने को मिलती है। इसका खुलासा अफ्रीकी हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट में हुआ है। इतना ही नहीं ब्रेस्ट आयरनिंग के बाद लड़कियां आजीवन साइकोलॉजिकल समस्याओं से पीड़ित हो जाती है फलस्वरूप वे अपने आगे की जिंदगी में भी संबंध बनाने से डरती हैं।
ब्रेस्ट आयरनिंग की बेरहम प्रक्रियाब्रेस्ट आयरनिंग प्रक्रिया के तहत गर्म चीजों से ब्रेस्ट की सिकाई की जाती है, ऐसा माना जाता है कि इससे ब्रेस्ट फैट पिघल जाएगा, जिससे ब्रेस्ट की ग्रोथ जल्दी नहीं होगी। कई बार इस रिस्की प्रक्रिया में ब्रेस्ट स्किन बुरी तरह से जल जाती है, जिसे देशी नुस्खों के जरिए ठीक करने की कोशिश की जाती है। गौरतलब है कि ब्रेस्ट आयरनिंग भी महिलाओं के मानवाधिकारों हनन के अंतर्गत आता है।
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