खुफिया इकाई की पुलिस पहुंची दरवाजे पर
आरएन रवि का आरोप है कि आधी रात को कुलपतियों के दरवाजों पर दस्तक हुई और राज्य की एक विशेष शाखा, खुफिया पुलिस ने उन्हें सूचित किया कि यदि वे सम्मेलन में भाग लेते हैं, तो वे घर वापस नहीं लौट पाएंगे और अपने परिवारों से नहीं मिल पाएंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य “शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार” करना है क्योंकि इसमें कोई राजनीति शामिल नहीं है। 2021 से, मैं यह बैठक कर रहा हूं। हाई स्कूल में सरकारी स्कूल के आधे छात्र कक्षा परीक्षा के स्कोर को नहीं हरा सकते। हमें गुणवत्ता में सुधार करने की जरूरत है। हमारे राज्य में सबसे अधिक सकल नामांकन दर है, जो 50 प्रतिशत से अधिक है।’
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राज्य विवि के कुलपति नहीं पहुंचे सम्मेलन में
नीलगिरी के उधगमंडलम राजभवन में आयोजित उद्घाटन समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भाग लिया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति नहीं पहुंचे। उदाहरण के तौर पर कोयंबटूर में तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और तमिलनाडु खेल विश्वविद्यालय सहित कई राज्य संचालित विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल नहीं हुए। सूत्रों के अनुसार, मनोनमनियम सुंदरनार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एन चंद्रशेखर, जो शुरू में सम्मेलन के लिए गए थे, कथित तौर पर बीच रास्ते से ही तिरुनेलवेली लौट आए। कराईकुडी से अलगप्पा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जी रवि भी शामिल नहीं हुए। नहीं शामिल होने की वजह में किसी भी वीसी ने राज्य सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया।