दो साल 3 महीने से जारी रूस-यूक्रेन जंग की ज्वाला थमने का नाम नहीं ले रही है…रूस अकेला यूक्रेन पर हावी है लेकिन अमेरिका समेत सारे पश्चिमी देश इस जंग में जेलेंस्की का साथ दे रहे हैं…हथियारों की खेप पहुंचा रहे हैं…इसी कड़ी में एक बार फिर बाइडेन ने जेलेंस्की को मदद का-zelensky update
भरोसा देते हुए हथियारों की बड़ी खेप भेजने का ऐलान कर दिया है…जिससे एक बार फिर रूस-यूक्रेन जंग और हाहाकारी होने के आसार दिखने लगे हैं…-zelensky update
रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है…जंग की शुरुआत से ही यूक्रेन का साथ दे रहे अमेरिका ने एक बार फिर अपने हथियारों का जखीरा यूक्रेन के लिए खेल दिया है…यानि अब यूक्रेन अमेरिकी ATACMS मिसाइल का इस्तेमाल खार्किव को रूसी सेना से बचाने के लिए कर सकता है…इसकी रेंज 300 किलोमीटर है…अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन इन हथियारों से रूसी सेना पर सीधा हमला कर सकता है…हालाकि, इनका इस्तेमाल रूसी सीमा के अंदर नहीं होना चाहिए…रूस ने 10 मई से खारकीव पर हमले तेज कर दिए थे…इसके बाद जेलेंस्की ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से उनके दिए गए हथियारों को रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने की मंजूरी मांगी थी…
अमेरिका ने पहले यूक्रेन को रूस के खिलाफ उसके हथियारों को इस्तेमाल करने से मना कर दिया था…अमेरिका को डर था कि अगर उसके हथियारों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ हुआ, तो रूस इसे सीधे अमेरिका का हमला मानेगा…अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि पहले भी यूक्रेन के अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल पर कोई औपचारिक प्रतिबंध नहीं था…हालांकि, इस बात का डर था कि अगर ये रूस के खिलाफ इस्तेमाल हुए तो पुतिन सख्त कदम उठा सकते हैं…वहीं, हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था हमारी विदेश नीति समय के साथ बदलती या परिवर्तित होती जाती है…-zelensky update
यह फैसला तब लिया गया है जब दो दिन पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को हथियार देने वाले देशों को चेतावनी दी थी…पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन जिस देश से मिले हथियारों से रूस पर हमला करेगा, उस देश को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे…चार दिन पहले कुछ पश्चिमी देशों ने भी यूक्रेन को रूस के खिलाफ उनके हथियारों का इस्तेमाल करने को कहा था…सबसे पहले लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने इसकी इजाजत दी थी…इसके बाद ब्रिटेन और स्वीडन ने भी यही किया…इसके अलावा कुछ दिन पहले ब्रिटेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की स्टॉर्म शैडो मिसाइल भेजी थी…ये मिसाइल रूस के अंदर 250 किलोमीटर तक जा सकती है…इतना ही नहीं स्वीडन ने यूक्रेन को सेल्फ एक्टिव तोपों की टेक्नोलॉजी भी भेजी है..-zelensky update.
इससे पहले पिछले महीने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि पश्चिमी देश यूक्रेन में सेना भेज सकते हैं…रूस की तरफ से इस पर भी कड़ी आपत्ति जताई गई थी…रूस की ओर से कहा गया था कि ऐसी किसी कोशिश के गंभीर परिणाम होंगे…हालांकि, मैक्रों के बयान को जर्मनी समेत कई पश्चिमी देशों ने खारिज कर दिया था…इसके बाद पुतिन ने सीधे तौर पर न्यूक्लियर जंग के लिए तैयार रहने की धमकी दी थी…
बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है
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