राजस्थान के जल जीवन मिशन घोटाले में राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी और अन्य लोगों के खिलाफ ईडी ने छापेमारी की है और अवैध धन के साथ कई दस्तावेजों को जब्त किया है। इस घोटाले का खुलासा राजस्थान की बीजेपी सरकार ने किया है, जिसने इसे कांग्रेस की भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बताया है। लेकिन कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार की साजिश और बदले की राजनीति का नतीजा बताया है। आइए जानते हैं कि यह घोटाला क्या है और इसके पीछे कौन-कौन से लोग शामिल हैं। नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज।
जल जीवन मिशन एक केंद्रीय सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य हर घर में सुरक्षित और पर्याप्त पीने का पानी उपलब्ध कराना है। इस मिशन को राजस्थान में राज्य के लोक निर्माण विभाग द्वारा लागू किया जा रहा था। इस विभाग के पूर्व मंत्री महेश जोशी थे, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जयपुर से पूर्व सांसद हैं। इनके अलावा, इस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस घोटाले में शामिल हैं।
आपको बता दे की इस घोटाले में आरोप है कि इन लोगों ने जल जीवन मिशन के ठेकों को फर्जी और बनावटी काम पूरा करने के प्रमाण पत्रों के जरिए हासिल किया। इन प्रमाण पत्रों को भारतीय रेलवे निर्माण अंतर्राष्ट्रीय लिमिटेड द्वारा जारी किया गया था। इन ठेकेदारों में श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी के पदमचंद जैन और श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी के महेश मित्तल शामिल हैं। इन लोगों ने लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत देकर इन ठेकों को प्राप्त किया और अपने बिलों को मंजूरी दिलाई। इसके अलावा, कई दलाल और संपत्ति विक्रेता ने इन अधिकारियों को जल जीवन मिशन घोटाले से कमाए गए अवैध धन कमाने में मदद की थी। ईडी के अनुसार, इन लोगों ने अपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न धन का उपयोग करके कुछ संपत्तियां भी खरीदीं।
वैसे ईडी ने इस मामले में धन शोधन कानून, 2002 PMLA के तहत जांच शुरू की है। ईडी ने राजस्थान के जयपुर और बांसवाड़ा में अनेक स्थानों पर छापेमारी की है। इनमें महेश जोशी के आवासीय और कार्यालय, PHED के अधिकारियों के घर और कुछ निजी व्यक्तियों के स्थान शामिल हैं। ईडी ने बताया कि इन छापेमारियों में कुल 39 लाख रुपये नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज, जिनमें संपत्ति का विवरण, डिजिटल साक्ष्य, मोबाइल आदि शामिल हैं, जब्त किया गया है। ईडी ने कहा कि इस मामले में अब तक कुल 11.42 करोड़ रुपये की कीमत के सामान को जब्त किया गया है, जिसमें 6.50 करोड़ रुपये की कीमत का सोना और चांदी भी शामिल है।
आपको बता दे कि इस घोटाले को लेकर राजनीतिक उठापटक भी चल रही हैं। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की ओर से अपने नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति का एक हिस्सा बताया है। कांग्रेस के नेता रघु शर्मा ने कहा कि ईडी की कार्रवाई अनुचित और अवैध है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कोई घोटाला नहीं हुआ है और यह एक शानदार परियोजना है, जिसे राजस्थान सरकार ने बड़ी सफलता के साथ लागू किया है। उन्होंने कहा कि ईडी को राजस्थान के विकास को रोकने का प्रयास करना बंद करना चाहिए।
वहीं, बीजेपी ने इसे कांग्रेस की भ्रष्टाचार की देन बताया है। बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि ईडी की कार्रवाई न्याय के अनुसार है और जल जीवन मिशन में लाखों रुपये की लूट की गई है। उन्होंने कहा कि महेश जोशी और उनके साथी घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें कानून के सामने जवाबदेह होना होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने इस घोटाले का खुलासा किया है और इसे पूरी तरह से जांचने की मांग की है।
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