संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पास हुए सीज़फायर के प्रस्ताव का हमास ने स्वागत किया है…वोटिंग के बाद हमास ने कहा कि वह मध्यस्थों के साथ इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है…इसके अलावा गाजा में सीजफायर के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल के दौरे पर हैं…10 जून को ही उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात भी की…ब्लिंकन ने इस बात पर जोर दिया कि सीजफायर से इजराइल के सभी बंधक बिना किसी कठिनाई के घर लौट सकेंगे…साथ ही गाजा में मानवीय सहायता भी आसानी से पहुंचाई जा सकेगी…लेकिन इजरायल पूरी तरह से इस बात को मानने से इनकार कर रहा है…उसकी सुई वहीं अटकी है कि जब तक हमास के सभी आतंकियों का खात्मा नहीं हो जाता तबतक जंग की तस्वीर कुछ खास नहीं बदलने वाली…-UNSC latest update
इससे पहले मार्च में भी मानवीय संकट को आधार बनाकर UNSC में सीजफायर का एक प्रस्ताव पारित किया गया था…प्रस्ताव में बिना शर्त के सभी बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग की गई थी…उस प्रपोजल के लिए भी 15 में से 14 सदस्यों ने पक्ष में वोटिंग की थी, जबकि उस बार अमेरिका ने इससे दूरी बनाई थी…तब पहली बार था जब अमेरिका ने सीजफायर के प्रस्ताव पर वोट नहीं डाला…इससे पहले 3 बार वह UNSC में इन प्रस्तावों पर वीटो लगा चुका था…अमेरिका के वोटिंग से दूरी बनाने पर इजराइल ने नाराजगी जताई थी…नेतन्याहू ने तब वॉशिंगटन जा रहे रक्षा मंत्री योव गैलेंट की यात्रा रद्द कर दी थी…लेकिन अब अमेरिका खुद UNSC में पहल करके सीज़फायर का प्रस्ताव लेकर आया है जो कहीं ना कहीं जंग खत्म करना का आधार है लेकिन ये तभी संभव है जह इजरायल इसके लिए पूरी तरह से तैयार होगा…-UNSC latest update
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को अंतरराष्ट्रीय कानून माना जाता है…सदस्य देशों के लिए इनका पालन करना जरूरी होता है…हालांकि, इजराइल UNSC का स्थायी या अस्थायी सदस्य नहीं है…ऐसे में वो इस प्रस्ताव को मानने के लिए बाध्य नहीं है, इसीलिए इजरायल इस प्रस्ताव के खिलाफ जाकर हमास के खात्मे तक जंग जारी रहने की बात कर रहा है…इक बात और,अगर सुरक्षा परिषद में कोई प्रस्ताव पास हो भी जाए तो इजरायल में इसे लागू कराने का कोई जरिया नहीं है…हां यह जरूर है कि सदस्य देशों की सहमति से इजराइल पर कई प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं…-UNSC latest update
इजराइल-हमास जंग रोकने के लिए पहला प्रस्ताव नवंबर 2023 में माल्टा ने पेश किया था…दूसरी बार UAE ने दिसंबर 2023 में और तीसरी बार फरवरी 2024 में नॉर्थ अफ्रीकी देश अल्जीरिया ने प्रस्ताव पेश किया था…अमेरिका ने तीनों बार इसे ठुकरा दिया था…इजरायल के खिलाफ प्रस्ताव ना पारित हो सके इसके लिए अमेरिका ने वीटो पावर लगा दिया था…
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमलों में हमास करीब 234 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गया था…दोनों पक्षों के बीच अब तक सिर्फ एक बार 24-30 नवंबर तक सीजफायर हुआ था…तब हमास और इजराइली सेना ने 7 दिनों के लिए हमले रोके थे…इस दौरान करीब 107 बंधकों को रिहा किया गया था…
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को अंतरराष्ट्रीय कानून माना जाता है
क्या इजरायल-हमास के बीच जंग खत्म हो जाएगी
ऐसा करने के पीछे अमेरिका की क्या मंशा है