(ट्रिगर वार्निंग: इस रिपोर्ट में आत्महत्या से संबंधित विवरण हैं. कृपया अपने विवेक का इस्तेमाल करें.)
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि इस लड़की का नाम कृति है, जिसने राजस्थान के कोटा में आत्महत्या कर ली है. तस्वीर को शेयर करते हुए यह भी कहा जा रहा है कि उसने सुसाइड नोट में भारत सरकार से कोचिंग संस्थानों को बंद करने की अपील की है.
यह दावा ऐसे समय में आया है जब कोटा में जनवरी 2025 के महीने में चार कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की ख़बरें आ चुकी हैं.
वायरल पोस्ट्स में कहा गया है कि कृति की रुचि एस्ट्रोफिजिक्स और क्वांटम फिजिक्स जैसे विषयों में थी और वह बीएससी करना चाहती थी, लेकिन उसके माता-पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे.
यह तस्वीर एक्स पर बड़े पैमाने पर शेयर की जा रही है. ऐसे ही एक पोस्ट को अब तक 658,000 व्यूज़ 3900 रीपोस्ट्स और 10,000 से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. अन्य पोस्ट्स और यहां देखें. इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर भी काफ़ी पोस्ट्स शेयर किये गए हैं, जिनके आर्काइव यहां देखे जा सकते हैं.
आईबीसी 24, भिवानी हलचल और टीवी9 भारत समाचार जैसे मीडिया आउटलेट्स ने भी इस तस्वीर को कोटा में ख़ुदकुशी करने वाली कृति की ख़बर के साथ प्रकाशित किया है.
वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/आईबीसी24/भिवानी हलचल/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल तस्वीर हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला की रहने वाली वीडियो क्रिएटर ज्योति ठाकुर की है, जो सकुशल हैं. राजस्थान के कोटा में कृति नाम की लड़की की आत्महत्या की घटना 2016 की है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने जांच के दौरान पाया कि वायरल पोस्ट्स के कमेंट सेक्शन में कुछ यूज़र्स ने इशारा किया था कि यह किसी और लड़की की तस्वीर है और वह सकुशल है. एक यूज़र ने @tissa_vaasi.06 यूज़रनेम वाले इंस्टाग्राम अकाउंट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था. यहां और यहां देखें.
इससे हिंट लेकर, हम @tissa_vaasi.06 के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहुंचे, जहां हमें यह तस्वीर दिसंबर 14, 2024 को पोस्ट (आर्काइव यहां) हुई मिली. यहां पता चलता है कि इस लड़की का नाम ज्योति ठाकुर है, और वह एक वीडियो क्रिएटर है.
ज्योति ठाकुर ने यह तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दिसंबर 14, 2024 को शेयर की थी. (सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)
इसी अकाउंट पर हमें एक स्टोरी के रूप में पोस्ट हुआ वीडियो, जो रिपोर्ट लिखने से लगभग 16 घंटे पहले पोस्ट की गई थी. इसमें ज्योति ठाकुर बताती हैं कि वह हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और कभी कोटा नहीं गईं. वह कहती हैं कि उन्हें लगातार कॉल्स और मैसेजेस आ रहे हैं कि उन्होंने कोटा में आत्महत्या कर ली है और उनका नाम ‘कृति’ बताया जा रहा है. इसके अलावा, वह उस सुसाइड नोट का भी ज़िक्र करती हैं, जिसमें कोचिंग संस्थानों को बंद करने की मांग की गई है.
ज्योति ठाकुर की इंस्टाग्राम स्टोरी. (सोर्स: ज्योति ठाकुर/इंस्टाग्राम)
ज्योति ठाकुर ने वायरल हो रहे दावे को ग़लत बताते हुए इसे फ़ेक न्यूज करार दिया.
इसके अलावा, ज्योति ठाकुर ने इस वीडियो को अपने एक्स अकाउंट (आर्काइव यहां) पर जनवरी 20, 2025 को शेयर किया था, जिसके कैप्शन में उन्होंने लोगों से फ़ेक न्यूज न फ़ैलाने की अपील की.
कोटा में कृति की आत्महत्या की कहानी कहां से आई?
संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये सर्च करने पर हमें कोटा में कृति नाम की लड़की की आत्महत्या से जुड़ी हालिया कोई ख़बर नहीं मिली. हालांकि, इस दौरान हमें बीबीसी हिंदी की मई 20, 2016, की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें कोटा में कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं का ज़िक्र किया गया था. इस रिपोर्ट में कृति त्रिपाठी नाम की एक लड़की का भी ज़िक्र है, जिसने अप्रैल 28, 2016, को एक रिहायशी इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कृति ने अपने पांच पन्नों के सुसाइड नोट में भारत सरकार से कोचिंग संस्थानों को तुरंत बंद करने की अपील की थी.
मई 10, 2016 को प्रकाशित हिंदुस्तान टाइम्स रिपोर्ट में भी इसी घटना का ज़िक्र है. इसके अलावा, रिपोर्ट में कृति त्रिपाठी और उनके माता-पिता के साथ एक तस्वीर भी है, जो वर्तमान में वायरल हो रही तस्वीर से पूरी तरह अलग है. द क्विंट और इंडिया टीवी की रिपोर्ट में भी इस घटना की विस्तृत चर्चा है.
साफ़ है कि 2016 की एक पुरानी आत्महत्या की घटना को हालिया बताकर पेश किया जा रहा है.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो जाता है कि हिमाचल प्रदेश की वीडियो क्रिएटर ज्योति ठाकुर की तस्वीर को कोटा में 2016 में कृति त्रिपाठी नाम कि लड़की द्वारा की गई आत्महत्या की घटना से जोड़कर इसे कोटा की हालिया घटना बताकर शेयर किया जा रहा है.
(एडिटर का नोट: अगर आपको या आपके जानने वाले को मदद की ज़रूरत हो, तो कृपया इन आपातकालीन सेवा हेल्पलाइनों से संपर्क करें.)
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले Logically Facts पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]