Cataracts के 7 लक्षण अच्छी तरह समझ लें, जल्दी करें ये 4 काम बच जाएगी आंखों की रोशनी
शरीर के बाहरी अंगों की बात करें तो हमारी आंखें सबसे नाजुक होती हैं…इसलिए इनकी देखभाल की भी बहुत आवश्यकता होती है…हमारे आस-पास का प्रदूषण, सूरज की रोशनी हमारी आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं…इसकी वजह से अक्सर cataracts की शिकायत होती है…आंखों की यह समस्या सिर्फ बुजुर्गों को नहीं होती बल्कि युवा भी चपेट में आ रहे हैं…क्या हैं इसके लक्षण और कैसे करें इससे खुद का बचाव, आज हम इसपर विस्तार से चर्चा करेंगे…
cataracts आंखों से जुड़ी एक आम बीमारी है…इसमें आंख के अंदर की सबसे ऊपरी परत धुंधली हो जाती है जिससे आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है…इसका मुख्य कारण है उम्र का बढ़ना लेकिन इसके अलावा भी कई कारण है जो हर उम्र के लोगों में मोतियाबिंद अपनी चपेट में ले लेता है…लंबे समय तक धूप में रहना और खराब खान-पान भी मोतियाबिन्द का मुख्य कारण हो सकता है…ज्यादा फास्ट फूड या जंक फूड खाना और शराब पीने से आप cataracts के शिकार हो सकते हैं…डायबिटिक रेटिनोपैथी, ग्लूकोमा भी इसकी वजह बन सकती है इसलिए हमें मोतियाबिन्द से बचाव के लिए कुछ खास उपाय करना चाहिए…
मोतियाबिंद के लक्षणों में धुंधला दिखना, उजाले से परेशानी होना, पास की चीजें भी ना दिखना, रात में देखने में कठिनाई , पढ़ने में परेशानी जैसी समस्याएं होती हैं…इसके अलावा रंगों का फीका पड़ना या पीला पड़ना, एक आंख से दोहरा दिखना भी मोतियाबिन्द के लक्षण हैं…आंखों की सही देखभाल करके आप मोतियाबिंद के लक्षणों को भी काफी हद तक कम कर सकते हैं…ऐसे में हमें ये जानना जरूरी है कि इसके लिए क्या उपाय करना होगा…
सूरज की अल्ट्रावायलट किरणें आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे मोतियाबिंद की बीमारी हो सकती है…अल्ट्रावायलट किरणें ऑक्सीडेटिव डैमेज की वजह से बनती हैं…जब ऐसा होता है तो हानिकारक अणु जिन्हें फ्री रैडिकल कहा जाता है, आपके लेंस में प्रोटीन को बाधित कर सकते हैं और उन्हें आपस में जोड़ सकते हैं…ऐसे में आपको अपनी आंखों को इससे बचाना होगा…इसका उपाय ये है कि जब भी आप धूप में बाहर निकलें तो चश्मा और टोपी पहनें…ज्यादा सुरक्षा के लिए, ऐसे चश्मे पहनें जो अल्ट्रावायलट A और अल्ट्रावायलट B किरणों से 100% सुरक्षा प्रदान करते हों…
अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों को शामिल करें…प्रोसेस्ड फूड्स का कम से कम सेवन करें जो सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है…मोतियाबिंद को रोकने के लिए संतुलित आहार लेना सबसे असरदार उपाय है…एंटीऑक्सीडेंट की खुराक सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है जिसको हम सबसे ज्यादा नज़रअंदाज करते हैं…
मोतियाबिंद होने की वजहों में आंखों की चोट भी शामिल है…खेल, स्विमिंग या दूसरी एक्टिविटीज के दौरान भी चश्मे पहनें इससे भी आंखों में चोट लगने की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है…इसके अलावा आंखों को सही-सलामत बनाए रखने के लिए नियमित तौर से उनकी जांच करवाते रहना चाहिए खासकर जब आप बूढ़े हो रहे होते हैं…इससे अगर मोतियाबिंद या कोई और आंखों से जुड़ी समस्या है तो समय रहते पता चल जाता है जिससे समय पर इलाज शुरू किया जा सकता है और उसके गंभीर होने की स्थिति या अंधापन को रोका जा सकता है…
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