क्या आप जानते हैं कि Indian Wrestling में हाल ही में क्या घटनाक्रम घटित हुआ है? क्या इस खेल की गरिमा पर लगे आरोपों का सच सामने आ पाया है? आइए, इस विवाद की जड़ तक पहुँचने की कोशिश करते हैं।-Turmoil in Indian Wrestling
नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़।
जनवरी 2023 में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के नेतृत्व में शुरू हुए आंदोलन से लेकर अब तक, Indian Wrestling में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। इस आंदोलन की शुरुआत तत्कालीन WFI अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण और धमकाने के आरोपों के साथ हुई थी। इसके बाद, खिलाड़ियों ने IOA अध्यक्ष पी.टी. उषा से जांच समिति के गठन की मांग की, जिसके फलस्वरूप एक सात सदस्यीय समिति का गठन हुआ।
इस घटनाक्रम के बाद, खिलाड़ियों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया, लेकिन जब सरकार ने ओवरसाइट कमिटी के सदस्यों का चयन किया, तो उन्होंने निराशा व्यक्त की कि उनसे सलाह नहीं ली गई। अप्रैल 2023 में, WFI ने चुनाव की घोषणा की, लेकिन ओवरसाइट कमिटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। इसके बाद, खिलाड़ियों ने फिर से जंतर मंतर पर वापसी की और सात महिला पहलवानों द्वारा बृज भूषण के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई।-Turmoil in Indian Wrestling
इस विवाद के चलते, खिलाड़ियों और दिल्ली पुलिस के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारियों को सिर में चोटें आईं। इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने तीन महिला पहलवानों की याचिका पर कार्यवाही बंद कर दी, जिन्होंने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद, दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण के खिलाफ यौन शोषण की शिकायतें दर्ज करने वाले पहलवानों के बयान दर्ज किए।
इस घटनाक्रम के बाद, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित अन्य प्रदर्शनकारियों को दंगा और पब्लिक सर्वेंट्स के कर्तव्यों को बाधित करने के आरोप में बुक किया गया। इसके बाद, IOC और UWW ने भारतीय पहलवानों के हाथों और हिरासत में लेने के पुलिस के तरीके की निंदा की, जिसे “बहुत परेशान करने वाला” बताया गया।
इस विवाद के बाद, भारतीय ओलंपिक संघ ने अधिकारिक पैनल को भंग कर दिया, जिससे Indian Wrestling संघ को फिर से कुश्ती का नियंत्रण मिल गया। इस घटनाक्रम ने न केवल खेल की दुनिया में, बल्कि समाज में भी एक बड़ी चर्चा को जन्म दिया है। खिलाड़ियों की आवाज़ को सुना जाना चाहिए और उनके अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए।
इस विवाद की शुरुआत से लेकर अब तक, खिलाड़ियों ने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है, और उनकी यह लड़ाई अभी भी जारी है। इस घटनाक्रम ने खेल के प्रति जनता की नजरिया बदल दिया है, और यह दिखाता है कि खिलाड़ियों के समर्थन में एकजुटता कितनी महत्वपूर्ण है।
आगे देखने को मिलेगा कि इस विवाद का भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा, और क्या खिलाड़ियों की मांगों को पूरा किया जाएगा। इस विवाद से जुड़े तथ्यों और आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए, हमें यह समझना होगा कि खेल के प्रति समर्पण और न्याय की मांग करने वाले खिलाड़ियों की आवाज़ को कैसे सुना जा सकता है।
Indian Wrestling में इस उथल-पुथल ने न केवल खेल के प्रति जनता की नजरिया बदल दिया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि खिलाड़ियों की एकता और उनके अधिकारों की रक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। इस विवाद से उभरे सवालों का जवाब ढूंढना अभी बाकी है, और यह देखना होगा कि आगे चलकर इसका खेल पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
आने वाले समय में, हम इस विवाद के विकास और इसके परिणामों पर नजर रखेंगे, और आपको इससे जुड़ी हर जानकारी देते रहेंगे। नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।