Trikonasana yoga benefits। योग का सरल और लाभकारी आसन.

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Trikonasana Benefits: त्रिकोणासन एक सरल और लाभकारी योगासन है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है. यह रीढ़ की लचीलापन, मांसपेशियों की मजबूती, तनाव और थकान को दूर करता है.

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फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है ये योगासन.

हाइलाइट्स

  • त्रिकोणासन रीढ़ की लचीलापन और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाता है.
  • यह आसन रक्त संचार सुधारता है, जिससे त्वचा की समस्याएं कम होती हैं.
  • त्रिकोणासन मानसिक तनाव कम कर मन को शांत करता है.

योग हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनता जा रहा है. यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन भी प्रदान करता है. यदि आप योग की शुरुआत करना चाहते हैं, तो ‘त्रिकोणासन’ एक बेहतरीन और सरल विकल्प हो सकता है. इसे इंग्लिश में “ट्रायंगल पोज़” कहा जाता है. यह आसन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ तनाव और थकान को भी दूर करता है. आयुष मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, त्रिकोणासन कई शारीरिक लाभ प्रदान करता है. यह रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाने का कार्य करता है, जिससे कमर और पीठ से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है. इसके अलावा, यह आसन जांघों, पिंडलियों और कमर के पास की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे शरीर में संतुलन और शक्ति दोनों में सुधार आता है.

यह योगासन सिर्फ बाहरी ताकत नहीं बढ़ाता, बल्कि आंतरिक अंगों पर भी सकारात्मक असर डालता है. खासकर यह फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है, जिससे सांस लेना आसान होता है और श्वसन प्रणाली मजबूत होती है. जिन्हें बार-बार थकावट महसूस होती है या सांस से जुड़ी दिक्कतें हैं, उनके लिए यह आसन काफी लाभदायक साबित हो सकता है. त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे त्वचा की समस्याएं जैसे मुंहासे, झाइयां या रूखापन कम हो सकते हैं. यह मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को भी लाभ होता है. इसके साथ ही, यह आसन मानसिक तनाव को कम करने और मन को शांत करने में भी सहायक होता है. साथ ही पाचन क्रिया में भी सुधार आता है, जिससे गैस या एसिडिटी जैसी परेशानियां दूर हो सकती हैं.

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपने पैरों में लगभग डेढ़ फुट की दूरी बना लें. दोनों पैरों को एक सीध में रखें. गहरी सांस लें और अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं. अब कमर से झुकते हुए दाएं हाथ को नीचे लाएं और बाएं पैर को छूने की कोशिश करें, साथ ही बायां हाथ सीधा ऊपर की ओर उठाएं. गर्दन को ऊपर घुमाएं और ऊपर की हथेली की ओर देखें. इस मुद्रा में कुछ सेकंड रहें और फिर धीरे-धीरे वापस सीधा खड़े हो जाएं. हालांकि आयुष मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर किसी व्यक्ति को स्लिप डिस्क, साइटिका या हाल ही में पेट अथवा आंत की सर्जरी हुई है, तो उन्हें कम से कम तीन महीने तक यह आसन करने से बचना चाहिए. इस प्रकार, त्रिकोणासन योग की शुरुआत के लिए एक सरल और लाभकारी आसन है, जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.

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Vividha Singh

विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें

विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें

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