भारतीय सेना हर मोर्चे पर हमेशा तैयार रहती है. लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के साथ तनाव के कारण भारतीय सेना इन दोनों के बॉर्डर पर ज्यादा चौकन्नी रहती है. आज हम आपको बताएंगे कि भारत ने इन दोनों सीमाओँ पर कौन-कौन सी मिसाइल को तैनात करके रखा है.
भारतीय सेना
भारतीय सेना दुनियाभर की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है. हालांकि इतिहास गवाह है कि भारतीय सेना अपने तरफ से पहले कभी भी किसी देश पर हमला नहीं किया है. लेकिन अगर कोई देश भारत पर हमले की साजिश रचता है, तो भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब भी देती है. आजादी के बाद से ही भारतीय सेना का पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के साथ नहीं बनती है. उसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि पाकिस्तान और चीन हमेशा भारत के खिलाफ साजिश रचते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय सेना इन दोनों देशों से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहती है और बॉर्डर भारतीय सेना की मिसाइल तैनात रहती है.
चीन बॉर्डर पर ये मिसाइल तैनात
भारतीय सेना पिछले कुछ सालों से चीन बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है. इसके लिए सेना ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों के साथ मिसाइल भी तैनात की है. भारतीय सेना ने सिक्किम में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर चीन बॉर्डर के एकदम पास आधुनिक कॉनकर्स एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल तैनात की हुई है. बता दें कि यह मिसाइल चीन के टैंको धज्जियां उड़ाने की क्षमता रखता है. वहीं उत्तरी सीमा पर सेना ने के9 वज्र, धनुष और शारंग समेत बड़ी संख्या में 155 मिमी गन सिस्टम तैनात किया हुआ है।
पाकिस्तान बॉर्डर पर ये मिसाइल तैनात
भारतीय सेना हमेशा से पाकिस्तान बॉर्डर को लेकर अधिक चौकन्नी रहती है. क्योंकि पाकिस्तान सेना हमेशा भारत के अंदर घुसपैठ करने और आतंकियों को घुसैपठ कराने की कोशिश करता है. इसलिए पाकिस्तानी सीमाओं के बॉर्डर रक्षा मंत्रालय हमेशा अतिरिक्त जवानों की तैनाती करता है और यहां कई मिसाइलों को तैनात करके रखा है. सेना ने पाकिस्तानी बॉर्डर पर ऑटोमेटिक हथियारों के साथ प्रलय मिसाइल को भी तैनात किया हुआ है. बता दें कि प्रलया मिसाइल की रेंज 150 से 500 km है. हालांकि इसे बढ़ाकर 2000 km/hr किया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक प्रलय की स्पीड 1200 km/hr है.
ब्रह्मोस मिसाइल से कांपेंगे पाक और चीनी सैनिक
बता दें कि भारत इस साल ब्रह्मोस मिसाइल के अगले वर्जन यानी ब्रह्मोस-2 हाइपरसोनिक मिसाइल को तैयार कर रहा है. दरअसल ब्रह्मोस-2 मिसाइल दुनिया की सबसे तेज मिसाइल होगी. इसकी रेंज 1,500 किलोमीटर तक होगी और इसकी गति ध्वनि की स्पीड से 7-8 गुना ज्यादा यानी करीब 9,000 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. इतना ही नहीं ब्रह्मोस-2 को जहाज, पनडुब्बी, विमान और जमीन आधारित मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी रेंज में दिल्ली से इस्लामाबाद तक होगी.
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