Lower 01 – Is the OBC Community a Potential Game Changer in the 2024 Elections?-the OBC – 2024 General Elections?
Lower 02 – The OBC Community’s Influence in the 2024 Elections: A Closer Look
नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR NEWS…. इतिहास गवाह है कि हमारे देश में किसी भी राजनीतिक पार्टी का उदय भ्रष्टाचार, गरीबी और बहुत हद तक जातिवाद पर आधारित रहा है…चुनावों से पहले सरकारें और राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से जातियों को आरक्षण और कई तरीके की सुविधाएं देते रहे हैं…लेकिन पिछले कुछ समय से अगर देश के चुनावों के नतीजों पर नज़र डालें तो समझ आता है कि OBC वोटर गेम चेंजर साबित हुआ है…तो अब सवाल ये उठता है कि क्या 2024 के लोकसभा चुनावों में भी हर दल की नज़र OBC वोट बैंक पर है..
क्या ओबीसी वोटर ही नई सरकार की दिशा और दशा तय करेगा…क्या पिछड़ों के साथ के बिना सत्ता में वापसी करना नामुमकिन है…2024 के चुनाव नतीजों को कैसे प्रभावित कर सकता है देश का पिछड़ा वर्ग आइये आपको समझाते हैं… देश में OBC एक बड़ा मतदाता वर्ग है…राजनीति के बड़े जानकर भी ये मानते हैं कि जनसंख्या के लिहाज़ से सबसे ज़्यादा दबदबा अन्य पिछड़ा वर्ग यानि ओबीसी का ही है…यही कारण है कि चुनावों की आहट से पहले सभी राजनीतिक दल OBC की चौखट पर पहुंच रहे हैं…
1979 में देश में अन्य पिछड़ा वर्ग को आर्थिक और सामाजिक तौर पर मज़बूत करने के लिए तत्कालीन सरकार ने मंडल आयोग का गठन किया…जिसमें ओबीसी को 27 फ़ीसदी आरक्षण देने की सिफ़ारिश की गई थी…भारत की राजनीति में OBC रिजर्वेशन पॉलिटिक्स की एंट्री तब हुई जब 1990 में प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू कर दिया…
वीपी सिंह को इसका राजनीतिक फायदा तो ज़्यादा नहीं मिला लेकिन बाद में कई ओबीसी नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में इसी रिजर्वेशन के आधार पर सत्ता का सुख भोगा…ये किसी से छिपा नहीं है कि बिहार में लालू और नीतीश, यूपी में मुलायम सिंह और कल्याण सिंह, एमपी में उमा भारती और शिवराज, राजस्थान में गहलोतऔर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जैसे बड़े नेताओं की राजनीति भी OBC के इर्द-गिर्द ही घुमती रही है…
यहां तक कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने तक में ओबीसी वर्ग की भागीदारी से कोई इंकार नहीं कर सकता….भले देर से ही सही लेकिन कांग्रेस को भी अब समझ आ गया है कि OBC समाज को साथ लिए बिना सत्ता में वापसी करना कितनामुश्किल है…तभी तो राहुल गांधी भी पिछले कुछ समय से खुद को OBC से जोड़कर अपने बिगड़े हुए सियासी समीकरणों को सेट करने में लगे हैं…-the OBC – 2024 General Elections?
राहुल गांधी देशभर में घूम-घूमकर सामाजिक न्याय के मुद्दे को उछालकर केंद्र सरकार को घेरने का पूरा प्रयास कर रहे हैं…इससे ये साफ होता है कि विपक्ष की नज़र भी ओबीसी के वोटबैंक पर है…वहीं सत्ताधारी बीजेपी भी पिछड़े वर्ग को लुभाने की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती…मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम, बिहार में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न और फिर लोकसभा चुनावों से ठीक पहले हरियाणा की सत्ता की चाबी ओबीसी समाज से आने वाले नायब सिंह सैनी को देकर बीजेपी ने विपक्ष के OBC फार्मूले को टेक ओवर कोशिश की है…पिछलेचुनावोंकेवोटिंगपैटर्नऔरकुछसर्वेयेबतातेहैंकि OBC केसाथकेबिनासरकारबनानाअसंभव है…खास खबरों के लिए देखते रहिए AIRR NEWS….