“AIRR News: Sikkim Legislative Assembly Elections 2024 – The Spectacular Victory of Prem Singh Tamang and the Fall of Chamling”-Sikkim political update

HomeBlog “AIRR News: Sikkim Legislative Assembly Elections 2024 - The Spectacular Victory of...

Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img

Extra : सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024, प्रेम सिंह तमांग, शानदार जीत, चामलिंग, पतन, AIRR न्यूज़, Sikkim Legislative Assembly Elections 2024, Prem Singh Tamang, spectacular victory, Chamling, fall, AIRR News-Sikkim political update

सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 ने राज्य की राजनीति में एक नई दिशा दी है। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने इस चुनाव में एक शानदार जीत हासिल की है, जिसमें मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग का नाम प्रमुखता से उभरा है। तमांग ने न केवल अपने व्यक्तिगत करिश्मे से, बल्कि विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बल पर अपनी पार्टी को इस उच्चतम शिखर पर पहुँचाया है। 32 विधानसभा सीटों में से 31 सीटें जीतकर एसकेएम ने इतिहास रच दिया है। –Sikkim political update

क्या यह प्रेम सिंह तमांग की करिश्माई नेतृत्व का परिणाम है? या फिर सिक्किम के मतदाताओं की बदलती सोच का परिचायक? क्या पवन कुमार चामलिंग का चार दशक लंबा राजनीतिक जीवन अब समाप्ति की ओर है? इन सवालों के साथ हम इस घटनाक्रम का विश्लेषण करेंगे और इसके पीछे की कहानी को समझने की कोशिश करेंगे।-Sikkim political update

नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़। 

आज के मुख्य विषय में हम चर्चा करेंगे सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) की शानदार जीत पर। साथ ही, हम जानेंगे कि कैसे मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने इस जीत को संभव बनाया और इस जीत का सिक्किम की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 में एसकेएम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसमें मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने प्रमुख भूमिका निभाई। एसकेएम ने 32 में से 31 सीटें जीतकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इससे पहले, 1989 और 2009 में, केवल दो बार ही ऐसी भारी जीत दर्ज की गई थी।

आपको बता दे कि प्रेम सिंह तमांग, जिन्हें पीएस गोले के नाम से भी जाना जाता है, को एक योग्य संगठनकर्ता, प्रशासक और तेजतर्रार राजनीतिज्ञ माना जाता है। 2017 में भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद, तमांग ने एक साल जेल में बिताया। जेल से बाहर आने के बाद, उन्होंने अपनी पार्टी को नया स्वरूप दिया और 2019 में 17 सीटें जीतकर चामलिंग की पार्टी को सत्ता से हटा दिया।

चामलिंग, जिन्होंने पांच बार सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, को इस बार अपने विधायकों के बड़े पैमाने पर पार्टी छोड़ने का सामना करना पड़ा। 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए, जबकि शेष दो विधायक एसकेएम में शामिल हो गए, जिससे चामलिंग विधानसभा में अपनी पार्टी के एकमात्र प्रतिनिधि रह गए।

वैसे प्रेम सिंह तमांग ने अपनी पार्टी को एक नई दिशा दी। जेल से बाहर आने के बाद, उन्होंने पार्टी के संगठन को मजबूत किया और कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया। महिलाओं और कमजोर वर्गों के लिए विशेष योजनाओं ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया।

हालाँकि पवन कुमार चामलिंग, जो पांच बार सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे, को इस बार एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा। उनके विधायकों का पार्टी छोड़ना और एसकेएम में शामिल होना उनके कमजोर होते राजनीतिक पकड़ का संकेत है। चामलिंग का यह पतन उनकी चार दशक लंबी राजनीतिक यात्रा का अंत हो सकता है।

एसकेएम ने भाजपा के साथ गठबंधन कर केंद्र से उदार वित्त पोषण प्राप्त किया और विकास कार्यों को लागू किया। हालांकि, सीट बंटवारे के मुद्दे पर 2024 के चुनाव से पहले गठबंधन टूट गया, लेकिन एसकेएम की मजबूत रणनीति ने उन्हें भारी जीत दिलाई।

आपको बता दे कि प्रेम सिंह तमांग ने 1994 में एसडीएफ की सह-स्थापना की थी और 20 वर्षों तक उसके साथ जुड़े रहे। 2013 में उन्होंने एसडीएफ से अलग होकर अपनी पार्टी एसकेएम बनाई। 2014 के विधानसभा चुनावों में एसकेएम ने 10 सीटें जीतीं। 2017 में तमांग को भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराया गया और एक साल जेल की सजा मिली। जेल से बाहर आने के बाद, तमांग ने एसकेएम को पुनः संगठित किया और 2019 के चुनाव में 17 सीटें जीतीं।

तमांग ने महिलाओं और कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। इससे उन्हें इन वर्गों का व्यापक समर्थन मिला। उनकी कल्याणकारी योजनाओं ने एसकेएम की लोकप्रियता को बढ़ाया और उन्हें चुनावों में भारी जीत दिलाई।

बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी नेताओं के सत्ता में बने रहने के लिए गठबंधन और टूटने की घटनाएं देखने को मिली हैं। उदाहरण के लिए, नीतीश कुमार ने बिहार में कई बार गठबंधन बदला है। उत्तर प्रदेश में भी मायावती और अखिलेश यादव ने समय-समय पर गठबंधन की राजनीति की है।

तो इस तरह सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 ने राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ा है। प्रेम सिंह तमांग ने अपने करिश्माई नेतृत्व और कल्याणकारी योजनाओं के बल पर एसकेएम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। पवन कुमार चामलिंग का पतन सिक्किम की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इस चुनाव के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि सिक्किम के मतदाता अब बदलाव के पक्ष में हैं और उन्होंने एसकेएम पर अपना विश्वास जताया है।

नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।

RATE NOW
wpChatIcon