Lower 01— AIRR NEWS: How are digital arrests being used to highlight show fear of rape case
Lower 02— Unveiling the Dark Reality: Digital Arrests and Financial Exploitation
Lower 03— Understanding the Link between Fear of Rape and Digital Arrests
नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR NEWS….आज स्कैमर्स लोगों के साथ ठगी के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं….जब से देश में डिजिटल क्रांति आयी है, तभी से फ्रॉड के मामलों में दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है….ठगी से जुड़ा एक अनोखा केस दिल्ली में हुआ है…दिल्ली की रोहिणी साइबर पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर रेप केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर परिजनों से वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है…पुलिस ने इस केस में भोपाल से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है….इनके कब्जे से 41 सिम कार्ड, चार मोबाइल फोन और 18 बैंक पासबुक बरामद की हैं…-show fear of rape case
पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी तक गिरोह की ओर से 50 लोगों से पांच करोड़ रुपये ठगने की आशंका जताई जा रही है…डीसीपी जीएस सिद्धू ने बताया कि रोहिणी सेक्टर-4 निवासी दीपक कुमार ने 7 मार्च को दी अपनी शिकायत में बताया था कि उन्हें अंजान नंबर से फोन आया…फोन करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि उसका बेटा दुष्कर्म के मामले में पुलिस हिरासत में है….उसने 70 हजार रुपये देने पर बच्चे को छोड़ने की बात कही और रुपये नहीं देने पर उसे जेल भेजने की धमकी दी…दीपक ने बेटे से बात कराने को कहा तो ठगों ने उसकी किसी शख्श से रुंधी सी आवाज में बात भी कराई…
इसके बाद पीड़ित ने आरोपियों द्वारा बताए बैंक खाते में 70 हजार रुपये जमा करा दिए…इसके बाद उन्होंने बेटे को फोन किया तो पता चला कि वह अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था….पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाने में केस दर्ज कर लिया गया…साइबर थाने के एसएचओ चैतन्य अभिजीत की देखरेख में एसआई अंकित यादव और एसआई अंकुर तोमर की टीम ने जांच शुरू की…पुलिस ने बैंक खातों की जांच शुरू कर भोपाल से विश्वजीत गिरी नाम के शख्स को इस केस में दबोचा…उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरोह के बाकी सदस्य सुधीर पाल, रवि, कुंजीलाल और माया सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया….
इन लोगों से पूछताछ में सामने आया कि ये पकड़े गए सभी लोग, आरोपी गिरोह के सदस्यों को सिम कार्ड और बैंक खाते मुहैया कराते थे…फिलहाल बाकी सदस्यों की भी तलाश जारी है….ये स्कैमर्स लोगों को IPS प्रशांत गौतम के नाम से कोर्ट का नोटिस भेज रहे थे…साइबर सेल को इस तरह की कई दर्जन शिकायत मिल चुकी हैं…दरअसल, प्रशांत गौतम की पुलिस उपायुक्त के तौर पर साइबर सेल में तैनाती रही है….इस दौरान उन्होंने मेवात और जामताड़ा में कार्रवाई कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसके चलते साइबर अपराधी उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं….
आरोपियों ने cyberdost14hma@cybercrimegovin.in और cyberdost1@ddlpolicedelhi.com सहित कई मेल आईडी और वेबसाइट तैयार की हैं….ये सभी आईडी साइबर सेल की मेल आईडी से मिलती-जुलती हैं….ऐसा करके ये आसानी से आम लोगों को अपने जाल में फंसा लेते थे…आगे पुलिस जांच में जुटी हुई और बाकी लोगों की धरपकड़ में भी लगी हुई है……क्राइम से जुड़ी ऐसी ही खास जानकारी के लिए देखते रहिए AIRR NEWS….