पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता “Shahjahan Sheikh” के घर पर छापेमारी करने गए वित्त मंत्रालय के अधिकारियों पर हमला कर दिया गया। इस हमले में तीन अधिकारी घायल हुए और उनकी गाड़ियों को तोड़ दिया गया। इस घटना के बाद राज्य के गवर्नर सी वी आनंद बोस ने शाहजहाँ को तुरंत गिरफ्तार करने और उसके आतंकवादियों के साथ संबंधों की जांच करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि शाहजहाँ ने सीमा पार कर दी है। उनके इस बयान को तृणमूल कांग्रेस ने निराधार और असंवैधानिक बताया।
नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज।
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में राशन घोटाले के संबंध में छापेमारी करने गए वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का सामना एक भीड़ से हुआ। इस भीड़ में तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहाँ शेख के समर्थक भी थे, जिन्होंने अधिकारियों पर हमला कर दिया। इस हमले में तीन अधिकारी घायल हुए और उनकी गाड़ियों को तोड़ दिया गया। अधिकारियों ने अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा।
इस घटना के बाद राज्य के गवर्नर सी वी आनंद बोस ने राज भवन से एक बयान जारी करते हुए “Shahjahan Sheikh”को तुरंत गिरफ्तार करने और उसके आतंकवादियों के साथ संबंधों की जांच करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शाहजहाँ ने सीमा पार कर दी है, और इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शाहजहाँ कुछ राजनीतिक नेताओं और पुलिस अधिकारियों की साजिश से बच गया है, और इसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
आपको बता दे कि, उनके इस बयान को तृणमूल कांग्रेस ने निराधार और असंवैधानिक बताया। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके बयान का आधार क्या है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार, गवर्नर राज्य सरकार के सहयोग से काम करते हैं। तो वह किसी भी प्रमाणिक रिपोर्ट या सबूत के बिना ऐसे बयान कैसे दे सकते हैं? वह यहां कोई समानांतर सरकार चलाने नहीं आए हैं।
इस घटना के संबंध में “Shahjahan Sheikh” के परिवार और वित्त मंत्रालय के बीच एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। शाहजहाँ के परिवार ने अधिकारियों पर बलात्कार, अवैध प्रवेश और चोरी के आरोप लगाए। वित्त मंत्रालय ने शाहजहाँ पर लुकआउट नोटिस जारी किया, और उसे राशन घोटाले में प्रमुख आरोपी बताया। पुलिस ने भी अपनी तरफ से अधिकारियों पर एक सुओ मोटू केस दर्ज किया, जिसमें उन्हें अवैध रूप से छापेमारी करने का आरोप लगाया गया।
ऐसे में इस घटना ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है, और तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी तकरार हो रही है। तृणमूल कांग्रेस ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को राज्य की स्वायत्तता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, और उन्हें राज्य सरकार की अनुमति के बिना कोई भी छापेमारी नहीं करने का कहा। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को घोटाले को छुपाने का आरोप लगाया, और उन्हें अधिकारियों के साथ सहयोग करने का कहा।
इस घटना के परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव बढ़ गया है, और राज्य में कानून व्यवस्था का माहौल बिगड़ गया है। इस घटना ने राज्य के गवर्नर और राज्य सरकार के बीच भी अंतर बढ़ा दिया है, और उनके बीच तर्क-वितर्क चल रहे हैं। इस घटना ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों की सुरक्षा का भी सवाल उठाया है, और उनके लिए राज्य में काम करना मुश्किल हो गया है। इस घटना ने राशन घोटाले की जांच को भी प्रभावित किया है, और उसके पीछे के लोगों को पकड़ना और सजा देना भी मुश्किल हो गया है।
Extra 👍
पश्चिम बंगाल, तृणमूल कांग्रेस, “Shahjahan Sheikh”, वित्त मंत्रालय, हमला, गवर्नर सी वी आनंद बोस, गिरफ्तार, आतंकवादी, राज्य सरकार, राशन घोटाला, AIRR न्यूज, West Bengal, Trinamool Congress, Shahjahan Sheikh, Finance Ministry, Attack, Governor CV Anand Bose, Arrest, Terrorist, State Government, Ration Scam,AIRR News