ram mandir पर जमकर हो रही सियासत
प. बंगाल की सीएम ममत बनर्जी का बयान
‘ram mandir का उद्घाटन बीजेपी का वोट बैंक’
‘मैं ऐसे उत्सवों का समर्थन नहीं करती’
अयोध्या में भव्य ram mandir बन रहा है.. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हो रहा है… इस पर सियासत भी जमकर हो रही है…पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में ram mandir का उद्घाटन करके भाजपा वोट जुटाने की चाल चल रही है..
उन्होंने कहा कि मैं ऐसे उत्सवों का समर्थन नहीं करती हूं जो दूसरे समुदाय को शामिल न करें.. साउथ 24 परगना में एक कार्यक्रम में ममता ने कहा कि मैं ऐसे त्योहार में भरोसा करती हूं जो सबको साथ लाए, सबकी बात करे। आपको जो करना हैं करो, आपको लोकसभा चुनाव के पहले ऐसी तिकड़म लगानी है, लगाओ, मुझे कोई परेशानी नहीं है… लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों को दरकिनार करना सही नहीं है। जब तक मैं जिंदा हूं, हिंदू और मुस्लिमों के बीच भेदभाव नहीं होने दूंगी.. वहीं अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी..
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 दिग्गज शामिल होंगे, जिनमें 4000 संत और करीब 2200 मेहमान हैं… इस दौरान 6 दर्शनों के शंकराचार्य और करीब 150 साधु-संत भी मौजूद रहेंगे… कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोग शामिल हो सकते हैं.. आपको बता दें कि राममंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी.. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस की ओर से कार्यक्रम में कोई शिरकत नहीं करेगा… हालांकि, TMC की ओर से आधिकारिक तौर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है… तृणमूल कांग्रेस के नेता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को पॉलिटिकल इवेंट कह रहे हैं.. उनका मानना है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के लिए राममंदिर को एक स्प्रिंगबोर्ड की तरह इस्तेमाल करना चाहती है… इसीलिए पार्टी इस इवेंट से दूरी बना रही है…. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से सभी मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है.. कार्यक्रम में कौन से नेता शामिल होंगे, ये अभी तक साफ नहीं हुआ है…
चर्चा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे… आपको बता दें कि इस राम मंदिर को लेकर जमकर सियासत हो रही है.. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी राम मंदिर को लेकर बयान दे रहे हैं.. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि राम मंदिर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है.. सरकार BJP की है, इसलिए बनवाने की जिम्मेदारी उसी की है.. BJP के पास राम मंदिर का पट्टा नहीं है… ऐसा नहीं है कि कांग्रेस की ओर से सिर्फ कमलनाथ ने ही इस तरह के बयान दिया हो ऐसे कई और नेता भी हैं जो ram mandir और बीजेपी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शंकराचार्यों के बदले नेताओं की उपस्थिति पर सवाल उठाया है..
शंकराचार्यों के निमंत्रण ठुकराने पर उन्होंने X पर लिखा, ‘क्या सनातन धर्म का पालन करने वाले हमारे धर्म गुरु शंकराचार्य हैं या VHP, RSS, BJP? जरा सोचिए।’…. कुल मिलाकर राम मंदिर पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है.. लेकिन कांग्रेस और TMC लगातार राम को लेकर सवाल खड़े कर रही है..यानि लोकसभा चुनाव तक भगवान राम सत्ता के केंद्र में बने रहेंगे…