Punjab CM Bhagwant Mann’s cabinet reshuffle
Punjab CM Bhagwant Mann’s cabinet reshuffle
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब की कैबिनेट में चौथी बार फेरबदल किया है।इस बार चार मंत्रियों को हटाया गया: चेतन सिंह जौरा-माजरा, ब्रहम शंकर जिम्पा, बलकार सिंह और अनमोल गगन मान। हटाने के पीछे विवाद, असंतोष और शिकायतें बताई गई हैं। Moreover नए मंत्रियों में बरिंदर कुमार गोयल, हरदीप सिंह मुंडियन, रवजोत सिंह, तरुणप्रीत सिंह सोंद और मोहींदर भगत शामिल हैं। गोयल को बनिया समुदाय का प्रतिनिधित्व देने और मुंडियन और सोंद को लुधियाना क्षेत्र का प्रतिनिधित्व देने के लिए चुना गया है। मान ने तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार छोड़ा है, also यह फेरबदल सरकार के मुद्दों को संबोधित करने का प्रयास है। नए मंत्री पहली बार विधायक बने हैं, जिससे AAP की पंजाब में उपस्थिति को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब की कैबिनेट में फेरबदल किया। Furthermore, पंजाब के सीएम भगवंत मान द्वारा हाल ही में किए गए कैबिनेट फेरबदल ने सरकार की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह 2022 में कार्यभार संभालने के बाद उनका चौथा फेरबदल है। यह बदलाव लोकसभा चुनावों के बाद किया गया, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) केवल 3 सीटें ही जीत सकी।
कौन-कौन मंत्री हटे?
भगवंत मान ने चार मंत्रियों को हटाया:
चेतन सिंह जौरा-माजरा – जनसंपर्क, खनन, और बागवानी के मंत्री।
First ब्रहम शंकर जिम्पा – राजस्व मंत्री।
Second बलकार सिंह – स्थानीय निकाय मंत्री।
Third अनमोल गगन मान – पर्यटन मंत्री।
हटाने के कारणों की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। लेकिन सूत्रों ने कुछ कारण बताए।
बलकार सिंह एक विवाद में फंसे थे।
अनमोल गगन मान की सीट पर असंतोष बढ़ रहा था।
जौरा-माजरा को पार्टी के कामकाज पर शिकायतें मिली थीं।
जिम्पा का हटना पहले से तय था।
Conversely, मान के विशेष सहायक, ओंकार सिंह, भी हट गए।
मान ने पांच नए मंत्रियों को शामिल किया:
बरिंदर कुमार गोयल – खनन और जल संसाधन मंत्री।
हरदीप सिंह मुंडियन – राजस्व और पुनर्वास मंत्री।
रवजोत सिंह – स्थानीय सरकार और संसदीय मामले मंत्री।
तरुणप्रीत सिंह सोंद – पर्यटन और उद्योग मंत्री।
मोहींदर भगत – रक्षा कल्याण और बागवानी मंत्री।
As a result क्यों शामिल किए गए नए मंत्री?
गोयल का लक्ष्य बनिया समुदाय का प्रतिनिधित्व करना है।
मुंडियन और सोंद को लुधियाना क्षेत्र का प्रतिनिधित्व देने के लिए शामिल किया गया।
रवजोत मान के करीबी हैं, इसलिए उनकी नियुक्ति अपेक्षित थी।
भगत को मंत्री बनाने का वादा किया गया था।
However सभी नए मंत्री पहली बार विधायक बने हैं। अब कैबिनेट में पांच दलित मंत्री हैं।
मान ने तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार छोड़ दिया:
जेल
उद्योग और वाणिज्य
आवास और शहरी विकास
लालजीत सिंह भुल्लर को जेल का कार्यभार मिला। हरजोत सिंह बैंस को जौरा-माजरा का मंत्रालय मिला।
मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का मतलब क्या है?
इस फेरबदल से यह स्पष्ट संदेश मिलता है कि कोई भी मंत्री सुरक्षित नहीं है। पहली बार के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करना भगवंत मान की रणनीति में बदलाव संकेत है।
However कई लोगों का मानना है कि बेहतर प्रशासन के लिए यह बदलाव जरूरी है।
फेरबदल का मकसद सरकार के मुद्दों को संबोधित करना है।
नए मंत्रियों को महत्वपूर्ण मंत्रालय मिले हैं।
बदलाव AAP की पंजाब में उपस्थिति को मजबूत करने के लिए हैं।
कुल मिलाकर, मान का यह फेरबदल उनकी सरकार को फिर से पटरी पर लाने का प्रयास है। नए चेहरों को शामिल करके और जिम्मेदारियों को फिर से बांटकर, वे अपने नेतृत्व में विश्वास वापस लाना चाहते हैं।