Ayodhya में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है…हर सनातनी इस इस अवसर का इंतजार कर रहा है… भगवान के भजनों पर झूम रहा है…नाच रहा है…अपने प्रभु को याद कर रहा है…क्योंकि राम आएंगे…सबके भाग्य जगाएंगे…श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं…गुप्त मतदान के जरिए मूर्ति का चयन भी कर लिया गया है…22 जनवरी को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी भी अयोध्या पहुंच रहे हैं…जब भव्य मंदिर के गर्भ गृह में होगी श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा…”PM MODI- Ayodhya RAM MANDIR”
सत्य हुआ सनातन का सपना, PM मोदी करेंगे प्राण प्रतिष्ठा
Ayodhya में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है…हर सनातनी इस इस अवसर का इंतजार कर रहा है… भगवान के भजनों पर झूम रहा है…नाच रहा है…अपने प्रभु को याद कर रहा है…क्योंकि राम आएंगे…सबके भाग्य जगाएंगे…श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं…गुप्त मतदान के जरिए मूर्ति का चयन भी कर लिया गया है…22 जनवरी को होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी भी अयोध्या पहुंच रहे हैं…जब भव्य मंदिर के गर्भ गृह में होगी श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा…”PM MODI- Ayodhya RAM MANDIR”
रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी से विशेष अनुष्ठान आरंभ कर दिया है…इस बात की जानकारी खुद पीएम मोदी ने दी…उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि हमें ईश्वर के यज्ञ और आराधाना के लिए स्वयं में भी दैवीय चेतना जागृत करनी होती है…इसके लिए व्रत और कठोर नियम बताए गए हैं जिन्हें प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पालन करना होता है…इसलिए आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं…उन्होंने ये भी कहा कि मैं बहुत भावुक हूं और अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना काफी मुश्किल है…”PM MODI- Ayodhya RAM MANDIR”
देश के प्रधानमंत्री प्राण प्रतिष्ठा के यजमान हैं…शास्त्रीय विधि परंपरा के मुताबिक यजमान को पूरे दिन उपवास रखकर सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने होते हैं…इसलिए 22 जनवरी को PM मोदी उपवास रखेंगे…शास्त्रों के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले यजमान के लिए पवित्र नदी में स्नान करना भी जरूरी होता है…ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी अयोध्या की पवित्र सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं… इससे पहले साल 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण के वक्त भी PM मोदी ने गंगा में स्नान करके पूजा पाठ में हिस्सा लिया था…
शास्त्रीय विधि परम्परा के मुताबिक किसी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समय सबसे पहले प्रायश्चित का अनुष्ठान होता है…फिर इसके बाद संकल्प और बाद में देवता के अंगों का न्यास और पूजन मंत्रों के साथ किया जाएगा…इसके बाद विग्रह का अन्न में अधिवास, फल में अधिवास, जल में अधिवास कराया जाएगा…फिर महास्नान और परिभ्रमण के बाद दूसरी जरूरी क्रियाएं और अनुष्ठान पूरे किए जाते हैं…
Ayodhya के भव्य मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है…पूरी अयोध्या जहां त्रेतायुग के रंग में रंग गई है वहीं भक्त अपने भजन से भगवान की आस्था में भक्ति का भाव भर रहे हैं…भगवान के भजन से प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शगुन करने के लिए भक्त हर पल श्रीराम का नाम ले रहे हैं…नाच रहे हैं…गीत गा रहे हैं…जिससे पूरी अयोध्या गुंजायमान है…
22 जनवरी को हम सबके सामने वो तस्वीर होगी जब एक बार फिर हमारे श्रीराम का राज्याभिषेक होगा…जिसका इंतजार भक्तों के साथ-साथ देवताओं को भी है…22 जनवरी को जब भगवान अपने महल में विराजमान होंगे तब देवता पुष्पवर्षा करेंगे…अप्सराएं नृत्य करेंगी…और गंधर्व गीत गाएंगे…क्योंकि राम आएंगे…
क्या ये सनातनियों का सबसे बड़ा सपना है?
आप कैसे कर रहे हैं भगवान श्रीराम का स्वागत?