AIRR News: Criminal Case Against Pawan Kalyan in Guntur – An Analysis

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आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसने आंध्र प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। जिसमे जनसेना पार्टी के अध्यक्ष और फिल्म अभिनेता पवन कल्याण के खिलाफ गुंटूर में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। आप सोच रहे होंगे कि पवन कल्याण ने ऐसा क्या कर दिया जिसके कारण उन पर मामला दर्ज हुआ? और क्या उन्हें कोर्ट में पेश होना पड़ेगा? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस वीडियो में मिलेंगे। तो बने रहिए हमारे साथ। नमस्कार आप देख रहे है AIRR न्यूज़। pawan kalyan in guntur kaaram

यह मामला गुंटूर जिले के चतुर्थ अतिरिक्त न्यायाधीश सरथ बाबू के सामने पेश किया गया है। उन्होंने पवन कल्याण को 25 मार्च को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है। इस मामले को ग्राम वार्ड स्वयंसेवकों ने दर्ज कराया है, जो आंध्र प्रदेश सरकार की एक प्रमुख पहल में से एक है।pawan kalyan in guntur kaaram

आपको बता दें कि ग्राम वार्ड स्वयंसेवकों की योजना का उद्देश्य है कि हर 50 परिवारों के लिए एक स्वयंसेवक नियुक्त किया जाए, जो उन्हें सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ पहुंचाए। इन स्वयंसेवकों को हर महीने 5000 रुपये का भत्ता दिया जाता है। इस योजना के तहत, आंध्र प्रदेश में लगभग 2.8 लाख स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया है।pawan kalyan in guntur kaaram

पवन कल्याण के खिलाफ आरोप यह है कि उन्होंने 9 जुलाई 2023 को एलुरु में अपनी वाराही जनसभा में इन स्वयंसेवकों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं। उन्होंने कहा था कि इन स्वयंसेवकों का काम सिर्फ लोगों को बेवकूफ बनाना है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि ये लोग केंद्रीय एजेंसियों से खुफिया जानकारी प्राप्त करते हैं, जिसके अनुसार इन स्वयंसेवकों ने महिलाओं की तस्करी में सहायता की है। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि आंध्र प्रदेश से 29,000 महिलाएं लापता हैं। 

इन टिप्पणियों के कारण, स्वयंसेवकों ने पवन कल्याण को अपमानित करने, सरकार की गरिमा को ठेस पहुंचाने और झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पवन कल्याण ने उनके प्रति बिना किसी सबूत के निराधार आरोप लगाए हैं, जो उनके नैतिकता और ईमानदारी को चुनौती देते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया है, जो उनके ग्राम वार्ड स्वयंसेवकों की योजना से लाभान्वित हो रही है।

इस मामले को लेकर, पवन कल्याण का कोई जवाब अभी तक नहीं आया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उनके पक्ष से, जनसेना पार्टी के कुछ नेता ने इस मामले को राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा है कि पवन कल्याण ने जो भी कहा है, वह सत्य है और उनके पास उसके सबूत हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि ये स्वयंसेवक युवा शक्ति को बर्बाद करने का एक साधन हैं, जो सरकार के आदेशों का अंधा अनुसरण करते हैं।

वैसे अगर हम सरकारी आकड़ो की बात करे तो आंध्र प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध की स्थिति चिंता जनक है क्योंकि राज्य में महिलाओं के खिलाफ 28,165 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 1,322 बलात्कार, 1,021 डाउरी हत्या, 3,895 डाउरी उत्पीड़न, 1,948 छेड़छाड़, 1,024 अपहरण और 18,955 अन्य अपराध शामिल थे। वही आंध्र प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर प्रति एक लाख आबादी में 55.7 थी, जो राष्ट्रीय औसत 66.4 से कम थी।

अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता के मामले में भी आंध्र प्रदेश आगे है जिसमे महिलाओं ने अपने खिलाफ हुए अपराधों पर आवाज उठाई है और इन आरोप पत्र दायर करने की दर 76.9 है, जो राष्ट्रीय औसत 75.8 से ज्यादा थी। आंध्र प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में न्यायालय में निर्णय लेने की दर 13.9 थी, जो राष्ट्रीय औसत 23.7 से कम थी।   आंध्र प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में दोषी ठहराए जाने की दर 21.7 थी, जो राष्ट्रीय औसत 27.8 से कम थी।

वही महिलाओ की गुमसुदगी की बात करे तो भारत में 2022 में 1,11,569 महिलाओं की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई, जिनमें से 63,251 महिलाएं वापस मिलीं और 48,318 महिलाएं अभी भी लापता हैं।

अगर आंध्र प्रदेश  की बात की जाये तो राज्य में 2022 में 6,834 महिलाओं की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई, जिनमें से 4,501 महिलाएं वापस मिलीं और 2,333 महिलाएं अभी भी लापता हैं। आंध्र प्रदेश में महिलाओं की गुमशुदगी की दर प्रति एक लाख आबादी में 8.5 थी, जो राष्ट्रीय औसत 8.2 से ज्यादा थी।

आंध्र प्रदेश में महिलाओं की गुमशुदगी के मामलों में वापस मिलने की दर 65.9 थी, जो राष्ट्रीय औसत 56.7 से ज्यादा थी।

इस तरह हम कह सकते है की पवन कल्याण के बताये 29000 महिलाओ के मामलो का ऊपर दिए आकड़ो से कोई सम्बन्ध नहीं है जो की उनके इस दावे की हकीकत को सामने लाता है, फिर भी इस मामले में दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ रहा है। क्या पवन कल्याण कोर्ट में पेश होंगे? क्या उनके खिलाफ आरोप साबित होंगे? क्या इससे उनकी राजनीतिक और फिल्मी छवि पर असर पड़ेगा? ये सब सवाल अभी अनुत्तरित हैं। हम आपको इस मामले की हर अपडेट देते रहेंगे।

यह थी हमारी आज की खास रिपोर्ट आशा हैं कि आपको हमारा यह कार्यक्रम पसंद आया होगा, और आपने इस मुद्दे के बारे में कुछ नया जाना होगा। अगर आपके पास इस मुद्दे से जुड़ी कोई राय या सुझाव है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

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 नमस्कार आप देख रहे थे AIRR न्यूज़। 

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