आज की तारीख में Pakistan जहां खड़ा होता है, कंगालों की लाइन वहीं से शुरू हो जाती है…महंगाई की मार जहां खत्म होती है, Pakistan की चीत्कार वहीं से शुरू हो जाती है…जान देने की जहां बारी आती है, फिलिस्तीन को बचाने और गजवा-ए-हिंद की सोच पाकिस्तानियों में वहीं से शुरू हो जाती है…मतलब भूखा मरने से बेहतर है, गजवा-ए-हिंद के लिए मर जाएं…फिलिस्तीन के लिए शहीद हो जाए…-Pakistan in trouble
जवान तो जवान, Pakistan का बुजुर्ग भी फिलिस्तीन को बचाने को बेताब है…भूख से मर रहे हैं, पैर कब्र में है और फिलिस्तीन जाने का जज्बा बरकरार है…यही है Pakistan की असलियत…लेकिन ये जज्बा किस दम पर है, ये हिम्मत किसकी बदौलत है…किस ताकत पर Pakistan की अवाम इजरायल और अमेरिका से टकराने का माद्दा रखती है…ये आप जानेंगे तो आपको भी आश्चर्य होगा…आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि Pakistan की जनता कहीं जाहिल तो नहीं…जो जज्बातों में जमीनी हकीकत को भूल जाते हैं…जोश में होश खो बैठते हैं और बात बात में एटमी ताकत का दंभ भरते हैं, जैसे एटम बम असल में एटम बम नहीं होकर शादियों में जलाने वाले पटाखे हों.. -Pakistan in trouble
अब आपको Pakistan की जाहिल जनता के इस जोश को जन्म देने वाले उस सेंटर की सच्चाई आपको बताते हैं जो आज 21वीं सदी में भी 15वीं सदी की शिक्षा देता है…जहां बच्चों को दीनी तालीम के नाम पर जिहादी बनाते हैं, जहां बच्चों को जीने से ज्यादा मरने की तरकीब बताई जाती है…लेकिन दाद देनी होगी Pakistan की इस यूट्यूबर शाइला खान को जिसने मदरसों की पैदाइश को ना सिर्फ सबक सिखाया, बल्कि इन जेहादियों को ऐसा आईना दिखाया कि ये जिंदगी भर नहीं भूलेंगे.. -Pakistan in trouble
यही वजह है कि आज इंडिया चांद पर है और Pakistan जमींदोज होने को मजबूर है…इस पाकिस्तानी वकील की माने तो.. Pakistan नमक पैदा करने में दुनिया में दूसरे नंबर पर है लेकिन नमक हराम पैदा करने में नंबर वन है…-Pakistan in trouble
और अब बात करते हैं कि आज Pakistan कहां है? और हिंदुस्तान कहां है?…क्या दोनों मु्ल्कों की किसी तरह से भी तुलना हो सकती है?…क्या किसी भी क्षेत्र में Pakistan आज भारत का मुकाबला कर सकता है?…क्या Pakistan में इतनी कुव्वत बची है कि वो भारत की सुपर पावर छवि को चुनौती दे सकता है? जवाब है कतई नहीं…यकीन नहीं हो तो पाकिस्तान के इस वकील की जुबानी ही सुनिए कि आज पाकिस्तान वास्तव में कंगालों की लाइन में सबसे आगे खड़ा है…-Pakistan in trouble
इसमें कोई दो राय नहीं किPakistan में धार्मिक कट्टरता इस कदर नवयुवकों को दिमाग में भर दिया जाता है कि विकास और तरक्की के लिए दिमाग पूरी उम्र कभी तैयार ही नहीं हो पाता है…इसकी शुरूआत बहुत हद तक मदरसों में और कट्टपंथी सोच रखने वाले परिवारों में होती है…और इस चीज को Pakistan तब तक नहीं हटा पाएगा…जब तक आधुनिक जरूरत, आधुनिक सोच, और मॉडर्न मांग पर गौर नहीं करेगा.. जैसा कि आज अरब मुल्क कर रहे हैं, तो कुछ नहीं होगा…अरब देशों ने अब इस जरूरत को समझ लिया है.. इसलिए धीरे धीरे.. यूएई लेकर सऊदी अरब तक अब कट्टर इस्लाम को किनारे रख रहे हैं और अपने देश में मुसलमानों की जिंदगी आसान और आबाद कर रहे हैं…-Pakistan in trouble
भूख से मर रहे हैं, पैर कब्र में है और फिलिस्तीन जाने का जज्बा बरकरार है…यही है Pakistan की असलियत
क्या Pakistan अब कभी भी आबाद नहीं होगा?
Pakistan को इससे उबरने के लिए क्या करना होगा?