टोयोटा ऐसे ही दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी नहीं है, वह आगामी 5,10 या फिर 15 साल के लिए नहीं बल्कि 50 या 100 सालों के लिए सोचती है। टोयोटा कंपनी द्वारा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स नहीं बनाने का सबसे ब्रीलिएंट कारण यह है कि टोयोटा आटो उद्योग को बखूबी समझती है कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो इलेक्ट्रिव व्हीकल्स के मुकाबले गैस संचालित इंजन को ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की पॉवर, माइलेज, स्पीड और चार्जिंग कैपासिटी को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में टोयोटा कंपनी ने हाइड्रोजन संचालित इंजन वाली व्हीकल्स बनाने का विचार किया है।
फर्स्टक्राई और यूनिकॉमर्स के आईपीओ की लिस्टिंग: फर्स्टक्राई के आईपीओ के शेयरों की आज लिस्टिंग ने निवेशकों को उत्कृष्ट लाभ प्रदान किया, जबकि यूनिकॉमर्स...