CLAIM
मोदी सरकार ने 500 व 2000 रु के नए नोट जारी करने का ऐलान किया है.
FACT CHECK
बूम ने पाया कि यह दावा गलत है. पीएम मोदी का यह वायरल वीडियो 8 नवंबर 2016 का है. उन्होंने मध्य रात्री से प्रचलन में रहे 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद करने तथा 500 व 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाने का ऐलान किया था.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टीवी न्यूज वाला एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह कह रहे हैं कि 500 व 2000 रुपये के नए करेंसी नोट को अब सर्कुलेशन में लाया जाएगा. यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि मोदी सरकार ने 2000 और 500 रुपये के नए नोट का ऐलान किया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह दावा गलत है. पीएम मोदी का वायरल वीडियो 8 नवंबर 2016 का है. तब उन्होंने काले धन पर कड़ी कार्रवाई का ऐलान करते राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मध्य रात्री से प्रचलन में रहे 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी.
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘मोदी सरकार ने किया 2000 और 500 के नए नोट ऐलान’.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो नवंबर 2016 का है
बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया तो पाया कि यह वीडियो नवंबर 2016 का है, जब पीएम मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 500 और 1000 रुपये के नोट को डिमोनेटाइज कर 500 व 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाने की घोषणा की थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “पीएम मोदी ने काले धन पर कड़ी कार्रवाई का ऐलान करते हुए 8 नवंबर 2016 की मध्य रात्री से 500 और 1000 रुपये के नोट को डिमोनेटाइज करने का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने और 500 व 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाने का ऐलान किया था.”
पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर इस संबोधन का पूरा वीडियो देखा जा सकता है. वीडियो में 32 मिनट 15 सेकंड से वायरल वीडियो वाले इस हिस्से को भी सुना जा सकता है.
टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर भी यह पूरा वीडियो शेयर किया गया था.
रिजर्व बैंक द्वारा 8 नवंबर 2016 को जारी किए गए 2000 रु के नए नोट की फोटो को आरबीआई की प्रेस रिलीज में देखा जा सकता है.
इसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने 19 मई 2023 को 2000 रु के नोट मार्केट से बाहर करने का फैसला लिया था. रिजर्व बैंक के अनुसार, 2000 रु के नोट लीगल टेंडर तो हैं, लेकिन इन्हें सर्कुलेशन से बाहर कर दिया गया है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले BOOM पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]