Mukhtar Ansari: The Bahubali Politician of Uttar Pradesh | AIRR News

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Mukhtar Ansari: The Bahubali Politician of Uttar Pradesh | AIRR News

हम आपको बताएंगे उत्तर प्रदेश के ऐसे राजनेता के बारे में, जिसका नाम आपराधिक दुनिया में भी दहशत का पर्याय है। हां, हम बात कर रहे हैं मुख्तार अंसारी की, जिसे अब उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। ये वो आदमी है, जिसने अपने राजनीतिक और आपराधिक शक्ति का इस्तेमाल करके अपने विरोधियों को अपने रास्ते से हटाया। ये वो आदमी है, जिसने अपने भाई और साथियों के साथ मिलकर भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या करवाई थी। ये वो आदमी है, जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 60 से ज्यादा मुकदमे चल रहे हैं।

मुख्तार अंसारी का जीवन एक रोमांचक और खतरनाक कहानी है, जिसमें शक्ति, पैसा, बदला और खून का रंग है। इस कहानी को जानने के लिए रहें हमारे साथ AIRR न्यूज़ पर। हम आपको बताएंगे कि मुख्तार अंसारी कैसे एक छात्र नेता से एक बाहुबली राजनेता बने, उनके परिवार और राजनीतिक संबंधों का इतिहास, उनके विरोधी और शिकारों की सूची, उनके आपराधिक मामलों की स्थिति, और उनके भविष्य की चुनौतियां। तो चलिए सुरु करते है।  

नमस्कार , आप देख रहे है AIRR न्यूज़। 

मुख्तार अंसारी एक भारतीय माफिया-डॉन और उत्तर प्रदेश का एक राजनेता जो कृष्णानंद राय हत्या के अलावा अनेको मामले में मुख्य आरोपी है का जन्म 30 जून 1963 को युसुफपुर, गाजीपुर जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम शब्बीर अहमद अंसारी था, जो एक वकील थे। उनके चाचा मुख्तार अहमद अंसारी एक प्रसिद्ध राष्ट्रवादी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और मुस्लिम लीग के पूर्व अध्यक्ष रहे थे। उनके भाई हामिद अंसारी भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के पूर्व अध्यक्ष हैं।

मुख्तार अंसारी ने 1990 के दशक की शुरुआत में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र संघ नेता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। इसके बाद वह 1996 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर पहली बार मऊ सीट से विधायक के रूप में चुने गए।  अंसारी ने कुछ ही समय में अपने राजनीतिक कद को मजबूत कर लिया और पूर्वांचल क्षेत्र के एक बड़े बाहुबली नेता के तौर पर अपनी पहचान बना ली थी ।

राजनेता के अलावा अंसारी को अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। वे अपने विरोधी बृजेश सिंह और कृष्णानंद राय के साथ एक लंबी राजनीतिक और आपराधिक रंजिश में शामिल थे। अंसारी पर अनेको हत्या, अपहरण, लूट, धमकी, गोलीबारी और बम विस्फोट के मामलों के आरोप लगे हैं। 

आपको बता दे कि मुख़्तार अंसारी ने अपने भाई अफजल अंसारी और अखिलेश सिंह के साथ मिलकर 2005 में भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या करवाई थी, जिसके लिए उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी।

2017 में बसपा उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव में पांचवीं बार जीते विधायक के रूप में अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल में भेजा गया था, जहां से उन्हें 2021 में उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में लाया गया था। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी थी। उनके बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता के स्थानांतरण का विरोध किया है, कहा है कि उनके पिता को उत्तर प्रदेश में रखने से उनकी जान को खतरा है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पिता को न्याय नहीं मिल रहा है।

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 10 नवंबर 2023 को सुनवाई की थी। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि यदि जरूरत पड़ी तो वह मुख्तार अंसारी की सुरक्षा बांदा जेल में कड़ी कर देगी, ताकि उन्हें कोई क्षति न पहुंचे। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह भी कहा कि वह मुख्तार अंसारी को किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बांदा जेल में भेजा गया था।

आपको बता दे कि मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की ओर से पेश वरिष्ठ एडवोकेट कपिल सिब्बल ने कोर्ट को यह बताया कि उनके पिता को भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले के आठ आरोपियों में से चार की पहले ही गोली मारकर हत्या की जा चुकी है।  जिसके बाद अंसारी को भी खतरे की आशंका है कि शायद उनकी जान को खतरा है।

सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा है। इस मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी 2024 को होगी।

वैसे अंसारी के राजनीतिक और आपराधिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। वे कभी एक शक्तिशाली नेता और कभी एक खतरनाक गैंगस्टर के रूप में देखे गए हैं। वे अपने विरोधियों से लड़ने के लिए अपनी ताकत और संपर्कों का इस्तेमाल करते हैं। वे अपने समर्थकों को अपने लिए वफादार रखने के लिए उन्हें लाभ और सुरक्षा प्रदान करते हैं। वे अपने दुश्मनों को डराने और मारने के लिए अपने गुंडों और हथियारों का इस्तेमाल करते हैं।

आपने कई फिल्में और वेब सीरीज जैसे, गैंग्स ऑफ वासेपुर, रंगबाज़ और रंगबाज़ फिर से देखी होगी।  आपको जानकर हैरत होगी कि इन फिल्मो और वेब सीरीज को काफी हद तक मुख़्तार अंसारी के जीवन से प्रेरित होकर बनाया गया है। 

गैंग ऑफ़ वासेपुर, जिसमें उत्तर प्रदेश के वासेपुर के कोयला माफिया की कहानी बताई गई है। इसमें Mukhtar Ansari के किरदार से मिलते फैजल खान को दिखाया गया है जिसे अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने निभाया है।

इसके अलावा रंगबाज जो कि एक वेब सीरीज है, इसमें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के गैंगस्टर श्री प्रकाश शुक्ला की कहानी बताई गई है। इसमें Mukhtar Ansari का किरदार रमण शर्मा के नाम से रवि किशन ने निभाया है।

रंगबाज़ के अगले सीजन को रंगबाज फिरसे में राजस्थान के गैंगस्टर अनंदपाल सिंह की कहानी बताई गई है। इसमें Mukhtar Ansari का किरदार जयराम गोदारा के नाम से जिम्मी शेरगिल ने निभाया है।

धन्यवाद्।

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