Lok Sabha Elections में भाजपा का खाता खुला-Mukesh Dalal win surat seat
सूरत के कैंडिडेट मुकेश दलाल निर्विरोध जीते
कांग्रेस कैंडिडेट का पर्चा रद्द हुआ, 8 ने नाम वापस लिया
Lok Sabha Elections के रिजल्ट 4 जून को आने वाले हैं लेकिन बीजेपी का जीत से खाता खुल चुका है.. जी हां सही सुना आपने… Lok Sabha Elections में बीजेपी ने अपना खाता खोल लिया है. गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से सोमवार को BJP कैंडिडेट मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए.. दरअसल यहां से कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द हो गया था… उनके पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी… -Mukesh Dalal win surat seat
वहीं इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस समेत 10 प्रत्याशी मैदान में थे.. 21 अप्रैल को 7 निर्दलीय कैंडिडेट ने अपना नामांकन वापस ले लिया था… बीएसपी कैंडिडेट प्यारे लाल भारती ही बचे थे, जिन्होंने सोमवार को पर्चा वापस ले लिया.. इस तरह मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए.. अब इस पर सियासत शुरू हो गई है.. गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, हमारी लीगल टीम सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है..
कानूनी टीम इस बात पर विचार कर रही है कि पहले हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाए या फिर सीधे सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई जाए… मुकेश निर्विरोध निर्वाचित होने वाले बीजेपी के पहले सांसद बने हैं… वहीं, गुजरात के चुनावी इतिहास में भी ये पहला मौका है, जब कोई सांसद बिना चुनाव लड़े ही जीत गया हो… आपको बता दें कि बीजेपी के पूर्व डिप्टी मेयर दिनेश जोधानी ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी के पर्चे में प्रस्तावकों के फर्जी हस्ताक्षर करवाए गए हैं..
डीईओ सौरभ पारधी ने 21 अप्रैल को इस मामले में स्पष्टीकरण मांगते हुए कुंभाणी को रविवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया था.. नामांकन पत्र रद्द करने को लेकर रविवार को कलेक्टर और चुनाव अधिकारी के सामने सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान फॉर्म पर हस्ताक्षर करने वाले चारों प्रस्तावक भी नदारद थे.. इसके चलते आखिरकार चुनाव अधिकारी ने नीलेश कुंभाणी का फॉर्म रद्द कर दिया..
अब इस पर लोकसभा के प्रत्याशी मुकेश दलाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है..निर्विरोध चुने जाने पर मुकेश दलाल ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का आभारी हूं। मैंने लोकतांत्रिक तरीके से जीत हासिल की है। मैं वास्तव में अपने मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का भी आभारी हूं। विरोधियों के बारे में इतना ही कहूंगा कि चीजें उनकी उम्मीदों के मुताबिक होती हैं तो उन्हें अच्छा लगता है। उम्मीदों के विपरीत काम होने पर उन्हें लोकतंत्र की हत्या नजर आने लगती है।’..
आपको बता दें कि सूरत सीट से मुकेश दलाल पहली बार चुनाव लड़ रहे थे। इस सीट पर बीजेपी की दर्शना जरदोश पिछले तीन टर्म से चुनाव जीतती आ रही थीं, लेकिन इस बार उनका टिकट काटकर मुकेश दलाल को जगह दी गई…. दलाल बीजेपी गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के करीबी हैं.. मुकेश दलाल पिछले 43 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी से जुड़़े हुए हैं.. पाल क्षेत्र से लगातार तीन बार पार्षद रहे हैं.. इसके अलावा बीजेपी युवा मोर्चा के कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुके हैं.. अब इस पर सियासत भले ही हो रही हो लेकिन बीजेपी ने जीत के साथ अपना खाता खोल ही लिया है..