chip के चमत्कार ने बढ़ाई कीमत, छोटे से देश के लिए दो महाशक्तियों में लड़ाई
ताइवान को लेकर सुपर पावर अमेरिका और चीन में तनातनी बढ़ती जा रही है…समंदर की लहरों के बीच दोनों देश एक दूसरे के आमने-सामने हैं…युद्ध के लिए ललकार रहे हैं…ऐसे में पूरी दुनिया एक ही सवाल पूछ रही है…ताइवान में ऐसी क्या चीज है जिसके लिए सुपर पावर अमेरिका और चीन आमने सामने हैं…आज हम अपने वीडियो में इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं
ताइवान पर चीन सालों से अपना दावा करता आ रहा है…लेकिन चीन की दादागिरी ताइवान के खिलाफ नहीं चल रही है…
ताइवान की यही आजाद ख्याली चीन को सबसे ज्यादा खटकती है…शी जिनपिंग की तानाशाही के आगे ताइवान का सरेंडर ना करना चीन को सबसे ज्यादा चुभता है…इसीलिए आए दिन चीन ताइवान के आसमान में घुसपैठ कर उसे डराने की कोशिश करता है…दरअसल चीन साउथ चाइना सी में अपना दखल बढ़ाना चाहता है…जिसमें सबसे बड़ा रोड़ा ताइवान बना हुआ है…क्योंकि ताइवान के साथ अमेरिका खड़ा है…अमेरिका के दखल से चीन बौखलाया हुआ है…
ताइवान पर कब्जे को लेकर तनातनी की बड़ी वजह है सेमी कंडक्टर जो ताइवान की शान और धमक को पूरी दुनिया में बढ़ाते हैं…2020 के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के कुल सेमी कंडक्टर chip उत्पादन में 63 प्रतिशत हिस्सा अकेले ताइवान का है…ताइवान में एक बड़ी कंपनी है, जिसका नाम है Taiwan Semiconductor Manufacturing Company यानी TSMC…ये कंपनी अकेले ही दुनिया के 54 प्रतिशत सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन करती है…जो अपने आप में चौंकाने वाला आंकड़ा है…
ताइवान सेमी कंडक्टर chip के उत्पादन में दुनिया का बादशाह है…यहां ना सिर्फ सबसे ज्यादा सेमी कंडक्टर चिप्स बनाए जाते हैं बल्कि सबसे एडवांस चिप्स बनाने में भी ताइवान की कंपनियों को महारत हासिल है…जिनका इस्तेमाल मोबाइल फोन से लेकर फाइटर जेट तक में किया जाता है…Taiwan Semiconductor Manufacturing Company यानी TSMC अकेले ही दुनिया के 92 प्रतिशत Advanced चिप्स का उत्पादन करती है…यानी ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर सिर्फ ताइवान की एक कंपनी ही युद्ध की चपेट में आ गई तो दुनिया भर में सेमी कंडक्टर की सप्लाई चेन टूट सकती है…
अमेरिकी सेना अपने घातक F-35 फाइटर जेट में जिन कंप्यूटर चिप्स का इस्तेमाल करती है वो ताइवान में तैयार किए जाते हैं…इसके अलावा कुछ दूसरे अमेरिकी सैन्य साजो सामान में भी ताइवान में बने हाईटेक ‘मिलिट्री ग्रेड चिप्स’ का प्रयोग किया जाता है…इसी को देखते हुए अमेरिका ने TSMC से गुजारिश की है कि वो अपनी फैक्ट्री को अमेरिका शिफ्ट करे…
अमेरिकी सेना ही नहीं, अमेरिका के उद्योगों के लिए भी ताइवान में बने chip ऑक्सीजन की तरह हैं जिसके बिना वो सांस नहीं ले सकते हैं…जानी मानी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी एप्पल के कई गैजेट्स में ताइवानी कंपनी TSMC के हाईटेक चिप्स इस्तेमाल किए जाते हैं…अब समझिए कि चीन ताइवान पर कब्जा करके बिना एक भी गोली चलाए किस तरह अमेरिका की सेना को नुकसान पहुंचा सकता है…चीन बिना एक भी मिसाइल दागे अमेरिकी वायुसेना को मुश्किल में डाल सकता है…अमेरिकी लड़ाकू विमानों के जमीन पर ला सकता है…इसके लिए वह सेमी कंडक्टर चिप को हथियार की तरह इस्तेमाल कर सकता है…
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