Malaysia HMPV Virus: चीन में एचएमपीवी संक्रमण के मामले कथित तौर पर बढ़ रहे हैं. 2024 में देश में 327 एचएमपीवी मामले दर्ज किए गए, जो 2023 में 225 मामलों की तुलना में 45% अधिक है. यह वृद्धि चीन सहित अन्य देशों में बढ़ती फेफड़े संबंधी बीमारियों की रिपोर्टों के बीच हुई है. स्ट्रेट्स टाइम्स के अनुसार, मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से गुजारिश की है वो अपना ख्याल रखें.
मंत्रालय ने कहा कि लोगों को साबुन से बार-बार हाथ धोना, चेहरे पर मास्क पहनना और खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढंकना चाहिए. मंत्रालय ने कहा, “जनता को सलाह दी जाती है कि वे सक्रिय रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और दूसरों को संक्रमण से रोकें, खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में. इसमें जोखिम वाले देशों की यात्रा करने की योजना बनाने वाले लोग शामिल हैं.
हालांकि, मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि एचएमपीवी कोई नई बीमारी नहीं है. एचएमपीवी एक सांस संबंधी संक्रमण है जो न्यूमोविरिडे परिवार के वायरस के कारण होता है. लक्षण अक्सर सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस या निमोनिया हो सकता है.
क्यों चर्चा में है HMPV?
HMPV न्यूमोविरिडे फैमिली का वायरस है. इसे 2001 में खोजा गया था. यह एक श्वसन वायरस है जो आम तौर पर ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण का कारण बनता है, जिसके लक्षण सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे होते हैं. चीन में इस समय एचएमपीवी के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, इसके साथ ही इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 जैसी अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों में भी वृद्धि देखी जा रही है. रिपोर्टों से पता चलता है कि कुछ क्षेत्रों में अस्पताल अत्यधिक व्यस्त हैं, लेकिन चीनी अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आपातकाल की स्थिति घोषित नहीं की है.
ये भी पढ़ें:
कंगाल पाकिस्तान की लगने वाली है लॉटरी, वर्ल्ड बैंक देने वाला है बड़ा तोहफा