IITian Baba Sadhvi Harsh Viral Baba Expelled From Mahakumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भव्य महाकुंभ का आयोजन शुरू हो चुका है. 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. इस महाकुंभ में एक से बढ़कर एक बाबा भी देखने को मिल रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से बात की जाए तो सोशल मीडिया पर आईआईटियन बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह ग्रेवाल काफी छाए हुए हैं.
एक के बाद एक न्यूज़ चैनल्स पर उनके इंटरव्यू आ रहे हैं. उनके अलावा सबसे खूबसूरत साध्वी के नाम से मशहूर हर्षा रिछारिया भी सोशल मीडिया पर काफी छाई रहीं हैं. लेकिन खबर आ रही है कि आईआईटियन बाबा को कुंभ में अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है. तो साध्वी हर्षा भी कुंभ छोड़ रहीं हैं. चलिए आपको बताते हैं. आखिर किनके पास होती है इस तरह के बाबाओं को बाहर करने की पावर.
वायरल आईआईटियन बाबा, हर्षा रिछारिया कुंभ से बाहर
महाकुंभ से ज्यादा इस समय सोशल मीडिया पर बात हो रही है आईआईटी की डिग्री लेने वाले आईआईटियन बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह ग्रेवाल की, उनकी कहानी ने कई लोगों को प्रभावित किया है. इस पर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं. कुछ सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं तो कुछ नकारात्मक. हाल ही में खबर आई है कि अभय सिंह ग्रेवाल को जूना अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है.
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जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरी ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर अपने गुरू के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग करने के चलते निष्कासित कर दिया गया है. तो इसके अलावा निरंजनी अखाड़े से जुड़ीं सबसे सुंदर साध्वी के नाम से मशहू रहर्षा रिछारिया ने कुंभ से बाहर होने का फैसला लिया है.
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अखाड़े से कौन बाबओं को कौन करता है निष्कासित?
दरअसल आपको बता दें भारत में अखाड़ों को संचालित करने के लिए उनसे जुड़े निर्णय लेने का अधिकार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और स्थानीय प्रशासन के पास होता है. यानी जिस अखाड़े में जिस वक्त जो व्यक्ति प्रमुख होता है. वह उस अखाड़े से जुड़े फैसला ले सकता है. जूना अखाड़े के अध्यक्ष यानी महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज हैं. कुंभ में इस अखाड़े के सभापति मौजूद हैं. वह किसी भी साधु को बाबा को अनुचित व्यवहार करने को लेकर या अनुशासनहीनता या विवादित बयान बाजी या किसी तरह के आरोप में पाए जाने पर निष्कासित कर सकते हैं. यह नियम सभी अखाड़ों में लागू होता है.
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