चुनावी रैलियों में कौन मार रहा बाजी ?-Lok Sabha Elections news
मोदी, राहुल, प्रियंका, अमित शाह की रैलियां
ताबड़तोड़ रैलियों में पीएम मोदी नबंर वन
31 मार्च से मोदी-राहुल ने प्रचार का आगाज किया
5 मई तक 83 रैलियों को पीएम ने संबोधित किया
राहुल गांधी ने 5 मई तक की सिर्फ 40 सभाएं
अमित शाह और प्रियंका गांधी भी लगा रहे जोर
बीजेपी नेताओं से उत्तर के राज्यों पर फोकस किया
कांग्रेस नेताओं ने साउथ को साधने की कोशिश की
लोकसभा चुनाव का रण जारी है.. सभी पार्टियों के नेता प्रचार में दमखम लगा रहे हैं…आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि इन चुनावी रैलियों में कौन बाजी मार रहा है…नमस्कार आप देख रहे हैं AIRR NEWS… तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण तक कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तुलना में दोगुने से ज्यादा चुनावी रैलियों को संबोधित किया है.. -Lok Sabha Elections news
राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनावी जनसभाओं को जोड़ने के बाद भी पीएम की रैलियों के आंकड़े ज्यादा हैं.. भारत के चुनाव आयोग द्वारा आम चुनावों के कार्यक्रम के ऐलान के बाद लगभग 15 दिन बाद, पीएम मोदी और राहुल गांधी दोनों ने 31 मार्च को अपनी पार्टियों के चुनाव अभियान की शुरुआत की.. नरेंद्र मोदी ने 31 मार्च से 5 मई के बीच 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 83 चुनावी रैलियों को संबोधित किया. वहीं, दूसरी तरफ वायनाड कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जुड़ा हुआ यह आंकड़ा 40 है. -Lok Sabha Elections news
पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल अपनी-अपनी पार्टियों के स्टार प्रचारक हैं… पहले तीन चरणों के दौरान, अमित शाह ने 66 चुनावी कार्यक्रमों में भाग लिया, जबकि प्रियंका 29 रैलियों में मुख्य वक्ता थीं. पीएम मोदी की रैली राहुल और प्रियंका की कुल रैलियों से 69 ज्यादा थी. अब आपको बताते हैं कि चुनावी चरणों के आधार पर आंकड़े क्या कहते हैं.. तीनों चरणों के दौरान अपने तूफानी चुनावी दौरों से पीएम नरेंद्र मोदी ने दबदबा बनाए रखा है.
31 मार्च से शुरू होने वाले पहले फेज के 18 दिनों में पीएम मोदी ने 31 रैलियों को संबोधित किया. इसके बाद राहुल गांधी ने 21, अमित शाह ने 18 और प्रियंका गांधी ने 9 रैलियों को संबोधित किया. हालांकि, प्रधानमंत्री ने 18 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच दूसरे चरण में बढ़त खो दी. इस दौरान, अमित शाह 29 रैलियों/रोड शो के साथ चार्ट में टॉप पर रहे, जबकि राहुल गांधी आठ रैलियों के साथ सबसे निचले स्थान पर थे. प्रधानमंत्री ने 16 रैलियां कीं और वहीं प्रियंका गांधी 10 ऐसे कार्यक्रमों में शामिल हुईं..
दूसरे चरण में एक और गौर करने वाली चीज देखने को मिली है. इस दौरान यह देखने को मिला कि दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं, मोदी और राहुल ने अमित शाह और प्रियंका गांधी को पीछे छोड़ दिया है.. तीसरे चरण में पीएम मोदी 36 रैलियों के साथ फिर टॉप पर रहे, उनके बाद शाह, राहुल और प्रियंका रहे...राजनीतिक दलों को पहले चरण के प्रचार के लिए 18 दिन, दूसरे चरण के लिए 7 दिन और तीसरे चरण के लिए 11 दिन का वक्त मिला... अब आपको बताते हैं कि किन राज्यों पर ज्यादा फोकस रहा है…
तो जहां बीजेपी नेताओं ने उत्तर भारत में हिंदी पट्टी पर फोकस किया है, वहीं भाई-बहन राहुल और प्रियंका ने केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में मतदाताओं को टार्गेट किया है...जाहिर से बात है कांग्रेस को ये बात मालूम है कि उत्तर भारत के राज्यों में उनकी पार्टी की पकड़ कमजोर पड़ती जा रही है… वहीं बीजेपी पूरी तरह से अपने उत्तर भारते के राज्यों पर पकड़ बनाए हुए हैं. और इसी वजह से 12 रैलियों के साथ, पहले तीन चरणों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की लिस्ट में महाराष्ट्र टॉप पर नजर आया, जिसे एक स्विंग स्टेट माना जाता है. नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में 10 रैलियों को संबोधित किया, जो लोकसभा में सबसे ज्यादा 80 सांसद भेजता है.
उसके बाद कर्नाटक और राजस्थान में आठ, बिहार और पश्चिम बंगाल में 6 और मध्य प्रदेश और गुजरात में 6 हैं… 83 रैलियों में से करीब 17 फीसदी रैलियां केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, और तेलंगाना में हुईं. दूसरी तरफ, हिंदी भाषी राज्यों में 40 रैलियां आयोजित की गईं. वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी साउथ का मोर्चा संभाला हुआ है…अमित शाह के लिए भी यही बात लागू होती है. एनालिसिस से पता चलता है कि उनकी लगभग 16.6 फीसदी रैलियां दक्षिणी राज्यों में हुईं..
इसके उलट, राहुल गांधी की 58 फीसदी रैलियां और प्रियंका की 33 फीसदी रैलियां दक्षिण भारत में आयोजित की गईं. राहुल और प्रियंका ने केरल में सबसे ज्यादा 13 और 6 चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया.. हालांकि वे मिलकर काम करते दिखे, लेकिन प्रियंका गांधी अपनी उत्तर-दक्षिण पहुंच के बीच संतुलन बनाती दिखीं. दोनों कांग्रेस नेताओं ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में चार-चार रैलियों को संबोधित किया. अब इन सभी नेताओं की रैलियों का स्ट्राइक रेट क्या कहता है ये आपको बताते हैं.
चुनाव शुरू होते ही पीएम मोदी ने हर रोज ज्यादा रैलियों को संबोधित किया, जबकि राहुल गांधी द्वारा एक दिन में संबोधित की जाने वाली रैलियों की औसत संख्या में गिरावट देखी गई.. पहले फेज में प्रधानमंत्री का दैनिक औसत 1.72, दूसरे चरण में 2.28 और तीसरे चरण में 3.27 था. नरेंद्र मोदी के रैलियों के औसत में लगातार बढ़ोतरी नजर आती है…
वहीं राहुल गांधी के लिए, हर रोज रैलियों की संख्या पहले चरण के लिए 1.16, दूसरे चरण के लिए 1.14 और तीसरे चरण के लिए 1 थी. उनका स्ट्राइक रेट पहले चरण के लिए अमित शाह की हर रोज 1 रैली, दूसरे चरण के लिए 2.71 और तीसरे चरण के लिए 2.63 से कम है… यहीं इसमें भी पीएम मोदी ही बाजी मारते दिखाई जा रहे हैं.. यानि बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही दल दमखम लगा रहे हैं.. कोई भी अपना कोर वोटर छोड़ने के मूड में नहीं…अब इन रैलियों का चुनावी नतीजों पर कितना असर पड़ेगा ये आने वाले वक्त में पता चल ही जाएगी…. ऐसी ही और खबरों के लिए आप जुड़े रहिए AIRR NEWS के साथ..
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