Maharashtra Election: , 288 सीटों के लिए 10,905 रिकॉर्ड नामांकन, जानें कितने कुल कैंडिडेट?

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    Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Elections 2024) एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। पिछले चुनावों की तुलना में इस बार राजनीतिक समीकरण में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। निर्दलीय उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या और बागियों की सक्रियता इस बार के चुनावों को और भी दिलचस्प बना रही है। 2020 में जहां चुनावी माहौल अपेक्षाकृत स्थिर था, वहीं अब मतदाता अधिक जागरूक और सक्रिय हैं, जो सोशल मीडिया के माध्यम से मुद्दों पर खुलकर चर्चा कर रहे हैं।

    राजनीतिक दलों की अस्थिरता और अंतिम क्षणों में उम्मीदवारों की घोषणा ने चुनावी रणनीतियों को जटिल बना दिया है। नागरिकों की भागीदारी और सी-विजिल ऐप के माध्यम से आचार संहिता का पालन भी महत्वपूर्ण है। इस बार के चुनाव न केवल राजनीतिक दलों के लिए चुनौती हैं, बल्कि मतदाताओं के लिए भी एक सुनहरा अवसर हैं, जिसमें उन्हें अपने भविष्य के लिए सही चुनाव करना है।

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Elections 2024) में राजनीतिक सरगर्मियां तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले चुनावों की तुलना में इस बार स्थिति और समीकरण काफी अलग हैं। आइए इस बार के चुनावों की विशेषताएँ और 2020 के चुनावों से इसके अंतर को समझते हैं।

    आखिरी दिन की नामांकन प्रक्रिया

    सोमवार को नामांकन भरने की अंतिम तारीख थी, और इस बार उम्मीदवारों की संख्या 7995 तक पहुँच गई, जिन्होंने कुल 10905 नामांकन पत्र दाखिल किए। यह संख्या 2020 के चुनावों से कहीं अधिक है, जब केवल 5000 से कम नामांकनों की प्रक्रिया हुई थी। अंतिम दिन में अकेले 4736 कैंडिडेट्स ने अपनी दावेदारी पेश की। इस संख्या ने चुनावी माहौल को और भी गर्म कर दिया है। Airr News

    राजनीतिक दलों की रणनीति

    इस बार राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों को अंतिम क्षणों में घोषित किया, जैसे कि एनसीपी ने नवाब मलिक को अपनी पार्टी का कैंडिडेट बनाया। 2020 में, उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया अधिक योजनाबद्ध और समयबद्ध थी। वर्तमान में, राजनीतिक दलों में असमंजस और बागियों की बढ़ती संख्या ने चुनावी समीकरण को जटिल बना दिया है। Airr News

    निर्दलीय कैंडिडेट्स की बढ़ती संख्या

    इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या भी बढ़ी है। पूर्व सांसद गोपाल शेट्‌टी ने बोरिवली से बाहरी उम्मीदवार को लेकर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया। 2020 में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या कम थी, लेकिन इस बार यह संकेत देता है कि कई नेता पार्टी से असंतुष्ट हैं और स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं। Airr News

    आदर्श आचार संहिता और चुनावी शिकायतें

    Maharashtra Election :महाराष्ट्र में आदर्श आचार संहिता 15 अक्टूबर से लागू हुई थी। इस दौरान, सी-विजिल ऐप के माध्यम से 1648 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का निपटारा हो गया है। 2020 में, चुनावी आचार संहिता का पालन करने की शिकायतें अधिक थीं, लेकिन इस बार नागरिकों की जागरूकता बढ़ी है। Airr News

    2020 और 2024 के बीच के मुख्य अंतर

    2020 में चुनाव प्रचार का माहौल अधिक स्थिर था, जबकि 2024 में राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा और अस्थिरता साफ नजर आ रही है। साथ ही, इस बार राजनीतिक बागियों और निर्दलीय उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या ने चुनावी परिदृश्य को बदल दिया है। यह चुनाव केवल पार्टी लाइनों तक सीमित नहीं रह गया है। Airr News

    मतदाता की मानसिकता

    Maharashtra Election :2020 में मतदाता अधिक पारंपरिक विचारों से प्रभावित थे, जबकि 2024 में युवा मतदाता अधिक जागरूक और सक्रिय हैं। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर चर्चा ने चुनावी मुद्दों को नई दिशा दी है। यह नई पीढ़ी की सोच और उनके प्राथमिकताएं निश्चित रूप से चुनाव के परिणाम पर असर डालेंगी। Airr News

    गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Elections 2024) एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। बढ़ते नामांकनों, राजनीतिक दलों की अस्थिरता, और निर्दलीय कैंडिडेट्स की बढ़ती संख्या इसे पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण बना रही है। चुनावी माहौल में परिवर्तन स्पष्ट है, और यह आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। Airr News

    यह चुनाव न केवल राजनीतिक दलों के लिए बल्कि मतदाताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें उन्हें अपने अधिकार का उपयोग करते हुए अपने भविष्य को तय करना है। Airr News

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