Do you know how the Pope is elected in the world?

0
59

Do you know how the Pope is elected in the world?

 दुनिया में कैसे होता है Pope is elected, क्या आप जानते हैं?

दुनिया में हर धर्म के अपने रंग हैं…अपना भाव है…अपनी सोच है लेकिन सबका केंद्र मानवता है…हर धर्म हमें साथ रहते हुए, एक दूसरे का ध्यान रखते हुए जीनव जीना सिखाता है…हर धर्म के धर्मगुरू होते हैं जिनका काम होता है सही राह दिखाना…इसाई धर्म का मुखिया पोप होता है जो दुनिया भर के करीब एक अरब बीस करोड़ कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु होते हैं…Pope is elected प्रक्रिया बेहद दिलचस्प होती है…आज हम बात करेंगे कि कैसे होता है पोप का चुनाव और कौन हो सकता है इस पद का दावेदार…

अर्जेन्टीना के कार्डिनल जॉर्ज मारियो बरगोग्लियो रोमन कैथोलिक ईसाई समुदाय के मौजूदा पोप हैं…मारियो कैथोलिक चर्च के पोप चुने जाने वाले पहले लैटिन अमेरिकी हैं…उन्हें पोप फ्रांसिस प्रथम नाम दिया गया है…इससे पहले पोप बेनेडिक्ट 16वें ने आठ साल तक ईसाइयों का सर्वोच्च धर्मगुरु रहने के बाद इस्तीफा दे दिया था…वो पिछली छह सदियों में अपने पद से इस्तीफा देने वाले पहले पोप हैं…सिलेस्टीन पंचम के बाद इतिहास में वो ऐसे दूसरे पोप भी बन गए जिन्होंने स्वेच्छा से यह पद छोड़ा है हालाकि उनका कार्यकाल वेटिकन चर्च के दो हजार सालों के इतिहास में सबसे ज्यादा विवादों में रहा…

जॉन पॉल द्वितीय ने 1996 में आखिरी बार चुनाव की प्रक्रिया को संहिताबद्ध किया था और बेनेडिक्ट 16वें ने उसे लगभग बिना किसी छेड़छाड़ के बरकरार रखा…नियमों के तहत 80 साल से कम उम्र के कार्डिनल ही नए पोप के चुनाव में मत दे सकते हैं…इनकी संख्या 115 होती है…यह चुनाव वेटिकन सिटी में चैंबरलिन चर्च के मार्गदर्शन में सिस्टीन चैपेल में होता है…किसी कार्डिनल को दो-तिहाई वोट मिलने तक मतदान चलता है…पोप बनने के लिए 77 कार्डिनल्स के वोट मिलने चाहिए…इस साल मार्च में हुए चुनाव में भारत के 5 कार्डिनल्स ने पोप के चुनाव में हिस्सा लिया था…

पोप के चुनाव में कागज के मत-पत्रों का इस्तेमाल किया जाता है…इसकी गिनती भी हाथों से की जाती है…यह मतदान गुप्त होता है…चुनाव के लिए तीन-तीन कार्डिनल्स के तीन समूह बनाए जाते हैं…पहला समूह स्क्रूटनियर्स बैलट गिनता है…दूसरा रिवाइजर दोबारा गिनती करता है….तीसरा समूह इन्फर्मी दूसरे कॉर्डिनल्स से बैलट जमा करता है…

हर कार्डिनल दिन में चार बार वोट डालते हैं…स्क्रूटनियर बैलट गिनकर दूसरी प्लेट में रखता है…वह यह सुनिश्चित करता है कि सभी कार्डिनल्स ने वोट दे दिए हैं…हर बैलट से एक स्क्रूटनियर नाम नोट करके दूसरे को देता है…दूसरे का भी यही काम है…तीसरा स्क्रूटनियर हर नाम को जोर-जोर से कॉन्क्लेव में बोलता है और बैलेट पेपर को सुई की सहायता से एक धागे में पिरोता है…

हर चरण के मतदान के बाद मत-पत्रों पर विशेष रसायन डालकर भट्टी में डाला जाता है जिसका काला या सफेद धुआं चिमनी से बाहर आता है…जब तक चिमनी से काला धुआं निकलता रहता है तब तक चुनाव प्रक्रिया चलती रहती है…और जब सफेद धुआं निकलने लगे तब इसका मतलब है कि पोप का चुनाव हो गया है…नए पोप चुनने के बाद वो अपने नाम का चयन करते हैं…उसके बाद नए पोप बैसिलिका की बालकनी में आते हैं जो पहले से निर्धारित कपड़े पहने होते हैं…जहां हजारों लोग उनकी एक झलक पाने को खड़े होते हैं… 

 #pop #popelection #vatican #christianity #airrnews

RATE NOW

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here