जानिए क्यों एक बार बंद होने पर किसी VVIP के लिए भी नहीं खुलता Plane का दरवाजा
रोजमर्रा की जिंदगी में हम बहुत सी खास चीजें अपने आस-पास होते देखते हैं…उनको नोटिस भी करते हैं लेकिन ये नहीं सोचते कि ऐसा क्यों होता है…उस खास घटना के पीछे का कारण हम नहीं ढूंढ़ते ना ही जानने की कोशिश करते हैं…आज हम आपको ऐसी ही एक घटना के बारे में बताएंगे…जो हम सबने कभी ना कभी नोटिस किया है लेकिन कभी इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश नहीं की…
हम सबने नोटिस किया होगा कि एयरक्राफ्ट के दरवाजे एक बार बंद हो जाएं तो दुबारा नहीं खुलते चाहे कोई VVIP ही क्यों ना छूट गया हो…एक बार एयरक्राफ्ट के दरवाजे बंद हो जाएं तो फिर किसी को बोर्डिंग की इजाजत नहीं दी जाती जबकि फ्लाइट के डिपार्चर में करीब 15 मिनट बचे होते हैं…आज हम बताएंगे कि एक बार प्लेन का गेट बंद होने के बाद बोर्डिंग की परमिशन क्यों नहीं मिलती…क्योंकि बस या ट्रेन में चढ़ने जितना आसान नहीं है प्लेन का सफर…
अक्सर हम देखते हैं कि पैसेंजर्स बोर्डिंग गेट पर पहुंचते हैं और उन्हें अंदर जाने की परमिशन नहीं मिलती…कारण बताया जाता है कि एयरक्राफ्ट के दरवाजे बंद हो चुके हैं…पैसेंजर समेत हम सबको लगता है कि प्लेन का गेट खोलकर एक यात्री को भीतर बैठाने में कितना वक्त लगेगा…लेकिन जैसा हम सोचते हैं…वैसा बिल्कुल नहीं है…
प्रोटोकॉल के हिसाब से एयरक्राफ्ट के दरवाजे डिपार्चर से करीब 15 मिनट पहले बंद किए जाते हैं…इन 15 मिनटों में पूरी फ्लाइट का क्विक रिव्यू होता है…यह पूरा प्रोसेस क्या है और ये क्यों ज़रूरी है आइए समझते हैं…
जब कैप्टन और को-पायलट Plane में चढ़ते हैं तो फ्लाइट डिस्पैचर उन्हें विमान पर मौजूद वजन का अंदाजा देता है…फ्यूल, कार्गो और पैसेंजर्स का वजन जोड़ा जाता है…इस वक्त तक पैसेंजर्स का नंबर नहीं बताया जाता…पायलट वजन के डेटा को फ्लाइट मैनेजमेंट कंप्यूटर में फीड करता है…डेटा के आधार पर कंप्यूटर काफी सारे कैल्कुलेशन करता है…टेक-ऑफ के लिए अलग-अलग स्पीड से लेकर अप्रोच तक के सुझाव सामने रखता है…यानि इतने वजन के साथ टेक-ऑफ, लैंडिग और हवा में क्या स्पीड होगी…
इसके अलावा पायलट टेक्निकल लॉग निकलता है जिसमें वजन से जुड़ी और जानकारियां होती हैं…फ्यूल के बारे में भी पूरा डीटेल होता है…फाइनल चेक-इन बैग को होल्ड में रखने के बाद, जब लास्ट पैसेंजर और लास्ट कार्गो विमान में आ गया हो, ग्राउंड स्टाफ में से कोई कमांडर को ‘लोड और ट्रिम शीट’ देता है…जिसमें उड़ान से संबंधिक कई अहम डेटा होते हैं…जैसे
Plane में सवार पैसेंजर्स और क्रू का फाइनल नंबर…विमान में मौजूद मेल, फीमेल और नवजातों की संख्या, एयरक्राफ्ट के हर जोन में लदा वेट…इसके बाद केबिन क्रू चेक करता है कि सभी पैसेंजर्स ने अपनी सीट बेल्ट बांध ली है या नहीं उसके बाद
ही विमान टेक ऑफ के लिए तैयार होता है…इस पूरी सेफ्टी प्रक्रिया के लिए ही 15 मिनट पहले एयरक्राफ्ट का गोट बंद हो जाता है जो किसी VVIP के लिए भी नहीं खुलता…
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