रूस की नाक के नीचे तैनात होगा इजरायल का सबसे अडवांस Defense System
रूस-यूक्रेन युद्ध को डेढ़ साल से भी ज्यादा का समय हो गया है…लेकिन अभी भी इसकी लपटें उतनी ही तेज़ हैं जितना युद्ध की शुरुआत में थी…रूस हार मानने को तैयार नहीं है और यूक्रेन किसी भी हाल में पीछे नहीं हटना चाहता…वो हर मोर्चे पर रूस के सामने डट कर खड़ा है…अमेरिका समेत कई मित्र देशों से हथियारों की बड़ी खेप भी मिल रही है…लेकिन कुछ भी हो रूस के साथ युद्ध में ज्यादा नुकसान यूक्रेन को ही हो रहा है…यूक्रेन का ये हश्र उसकी नाटो में शामिल होने की चाहत के चलते हुआ है…जिसके चलते फिनलैंड जैसे देश भी डर के साए में है…इसी साल रूस का पड़ोसी देश फिनलैंड नाटो में शामिल हुआ है इस कारण रूस ने उसे अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है…
रूस की इस धमकी से फिनलैंड डरा हुआ है…यूक्रेन के साथ रूस ने जो कुछ किया इसको देखते हुए फिनलैंड अपनी सुरक्षा में जुट गया है और इसी लिए वो इजराइल से डेविड स्लिंग मिसाइल सिस्टम ले रहा है…इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने खुलासा किया है कि अमेरिका ने फिनलैंड को डेविड स्लिंग मिसाइल सिस्टम की बिक्री को मंजूरी दे दी है…जिसे रूस की नाक के नीचे फिनलैंड में तैनात किया जाएगा…डेविड स्लिंग इजरायल का अब तक का सबसे अडवांस एयर Defense System है जिसे अमेरिका के साथ मिलकर विकसित किया गया है…ऐसे में डेविड स्लिंग की किसी भी बिक्री में दोनों देशों की सहमति होना जरूरी है…
अमेरिका से हरी झंडी मिलने के बाद इजरायल का रक्षा मंत्रालय अब 316 मिलियन यूरो यानि 345.80 मिलियन डॉलर में फिनलैंड को डेविड स्लिंग वेपन सिस्टम देने को तैयार हो गया है…ये सौदा फिनलैंड की सुरक्षा में मील का पत्थर साबित होगा…इजरायली रक्षा मंत्रालय और फिनिश रक्षा मंत्रालय राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स के साथ एक भव्य समारोह में 316 मिलियन यूरो मूल्य के इस खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे…राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स ने ही डेविड स्लिंग डिफेंस सिस्टम का निर्माण किया है…इस हथियार को विकसित करने में इजरायल का राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स मुख्य कॉन्ट्रैक्टर था, जबकि अमेरिकी रेथियॉन सब-कॉन्ट्रैक्टर था…
डेविड स्लिंग 40 किलोमीटर से 300 किलोमीटर तक की सीमा के अंदर रॉकेट और मिसाइलों को टारगेट बनाता है और उन्हें पलक झपकते ही नष्ट कर देता है…व्यापक रूप से मैजिक वैंड के रूप में जाना जाने वाला डेविड स्लिंग 2017 से इजरायली सेना में तैनात है…यह इजरायल के अलग-अलग स्तरों वाली मिसाइल डिफेंस क्षमताओं में बीच के स्तर का हथियार है…मई में जब गाजा से तेल अवीव की ओर रॉकेट दागे गए तब इस सिस्टम ने कई हमलों को विफल कर दिया था…फिनलैंड इजरायल के डेविड स्लिंग को खरीदने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय ग्राहक है…क्योंकि वो हर हाल में रूस के गुस्से से खुद को बचाना चाहता है…माना जा रहा है कि इजराइल और फिनलैंड के बीच हुई इस डील के बाद नाटो के वो सभी देश जिनको रूस से खतरा महसूस हो रहा है वो इजराइल से इस एडवांस डिफेंस सिस्टम को खरीदना चाहेंगे…
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