गाजा के समर्थन में तुर्की ने इजराइल से तोड़े व्यापारिक रिश्ते, इजराइल बोला- एर्दोगन तानाशाह, अपने व्यापारियों की नहीं चिन्ता

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ISRAEL VS TURKEY

गाजा पर इजरायल के हमलों का विरोध कर रहे तुर्की ने अब इजराइल के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं…तुर्की के व्यापार मंत्री ने कहा है कि जब तक इजरायल गाजा में पर्याप्त मानवीय सहायता पहुंचाने नहीं देगा तब तक रिश्ते बहाल नहीं किए जाएंगे…इजरायल के विदेश मंत्री ने इस फैसले के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को तानाशाह कहा…साथ ही उन्होंने एर्दोगन पर तुर्की के लोगों, व्यापारियों और अंतरराष्ट्रीय ट्रेड एग्रीमेंट को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया….पिछले साल दोनों देशों के बीच 58 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार हुआ था…-ISRAEL VS TURKEY

गाजा के समर्थन में तुर्की ने इजराइल से तोड़े व्यापारिक रिश्ते, इजराइल बोला- एर्दोगन तानाशाह, अपने व्यापारियों की नहीं चिन्ता-ISRAEL VS TURKEY

गाजा पर इजरायल के हमलों का विरोध कर रहे तुर्की ने अब इजराइल के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं…तुर्की के व्यापार मंत्री ने कहा है कि जब तक इजरायल गाजा में पर्याप्त मानवीय सहायता पहुंचाने नहीं देगा तब तक रिश्ते बहाल नहीं किए जाएंगे…इजरायल के विदेश मंत्री ने इस फैसले के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को तानाशाह कहा…साथ ही उन्होंने एर्दोगन पर तुर्की के लोगों, व्यापारियों और अंतरराष्ट्रीय ट्रेड एग्रीमेंट को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया….पिछले साल दोनों देशों के बीच 58 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार हुआ था…-ISRAEL VS TURKEY

एर्दोगन के विदेश मंत्री ने कहा मैंने अपने मंत्रालय को आदेश दिया है कि वो तुर्की के साथ व्यापार के दूसरे विकल्प खोजें और लोकल प्रोडक्शन को बढ़ावा दें…इसके अलावा दूसरे देशों के साथ भी निर्यात बढ़ाने पर काम किया जाए…हमास के खिलाफ जंग की शुरुआत से ही तुर्की ने इजरायल के हमलों का विरोध किया है…

आपको बता दें कि इजरायल-तुर्किये के रिश्ते हमेशा से ऐसे नहीं थे…साल 1949 तुर्की पहला ऐसा मुस्लिम देश था जिसने इजरायल को मान्यता दी थी…हालांकि, धीरे-धीरे दोनों के रिश्ते खराब होते गए और अब हालात इतने खराब हो गए कि नौबत व्यापारिक रिश्ते खत्म करने तक पहुंच गई है…इसकी शुरुआत हुई थी साल 2010 में जब इजरायली कमांडो की टुकड़ी ने तुर्की के 10 फिलिस्तीन समर्थक एक्टिविस्ट्स के साथ झड़प हो गई थी…उस समय इजराइल ने गाजा पट्टी पर समुद्री नाकाबंदी कर रखी थी…यानि उस समुद्री रास्ते से आवाजाही पूरी तरह से बंद थी…और तुर्किए के एक्टिविस्ट्स इस पाबंदी को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे…इजराइली कमांडो के साथ झड़प में इनकी मौत हो गई थी जिसके बाद तुर्की ने इजरायल के साथ डिप्लोमैटिक संबंध खत्म कर दिए थे…इसके बाद साल 2016 में दोनों के रिश्तों की दोबारा शुरुआत हुई…हालांकि अगले 2 साल में ही गाजा-इजराइल बॉर्डर पर तनाव की वजह से तुर्की और इजरायल ने एक-दूसरे के डिप्लोमैट्स को देश से निकाल दिया…7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई इजरायल-हमास जंग के बाद से तुर्की के राष्ट्रपति ने इजरायल की अलग-अलग मौकों पर आलोचना की है…इजराइल पर हमले के बाद एर्दोगन ने हमास का बचाव किया था…उन्होंने कहा था कि हवास आतंकी संगठन नहीं है…उसके सदस्य आजादी की जंग में हिस्सा लेने वाले मुजाहिदीन हैं…वे अपनी जमीन और नागरिकों को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं…इसके अलावा एर्दोगन इजराइली प्रधानमंत्री को वॉर क्रिमिनल भी कह चुके हैं…जनवरी में एर्दोगन ने कहा था कि नेतन्याहू जो गाजा में कर रहे हैं वो हिटलर जैसा है…इसके जवाब में नेतन्याहू ने कहा था कि एर्दोगन कुर्दिश लोगों के खिलाफ नरसंहार करते हैं…तुर्की में एर्दोगन के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों को जेल में डाल दिया जाता है…यानी दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है…कोई भी झुकने को तैयार नहीं है…इसका कारण है कि इजरायल हमास के खिलाफ है और तुर्की उनके बचाव में इजरायल से अब व्यापारिक रिश्ते भी तोड़ने को तैयार है…

पिछले साल दोनों देशों के बीच 58 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार हुआ था जिस पर अब बैन लग गया है

 क्या इजरायल-तुर्की के रिश्ते आने वाले दिनों में और खराब होंगे?

इजरायल और तुर्की को रिश्ते सुधारने के लिए क्या करना चाहिए?

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