US इसराइल मिलिट्री के एक बटालियन पर सैंक्शंस इंपोज कर सकता है-Israel v/s us
अमेरिका ने इसराइल को दसकों तक हथियार दिए, उनके कंट्री की रक्षा करी
मगर अब न्यूज़ यह आई के US इसराइल मिलिट्री के एक बटालियन पर सैंक्शंस इंपोज कर सकता है
और इस वीडियो में हम आपको बताएँगे कि जो बिडेन की सरकार ऐसा क्यों कर रही है
स्वीडिश पत्रकार और राजनैतिक टिप्पड़ीकार, पीटर इमैनुएलसन ने ट्वीट कर के यह जानकारी साझा की,
कि US इसराइल आर्मी कि विशेष बटालियन ” नेट्जः यहूदा ” पर प्रतिबन्ध लगाने कि तयारी कर रहा है
इजरायल ने यह कह दिया कि -Israel v/s us
“ यह पूरी तरह से पागलपन है “
ये शब्द हमारे नहीं है
इसराइल ने यह बात कही है US के बारे में
“ धार्मिक सेनाएं सिर्फ विनाश कर सकती हैं “
US पर जो रिपोर्ट आ रही है वो ना सिर्फ इसराइल पर स्पेसिफिकली इजरायली मिलिट्री पर
इजरायली मिलिट्री का ये वो क्षेत्र है जो थोड़ा बहुत बदनाम भी है ह्यूमन राइट्स को लेकर
पिछले एक-दो दिन से तो लगातार न्यूज़ आ रही थी कि US ने बिलियंस आफ डॉलर्स दे दी है इजराइल को
हाल ही में US के परलियामेंट ने एक बिल पास किया है, जिसके अंदर US 95 बिलीयन डॉलर्स देगा यूक्रेन और इसराइल को कुछ आठ बिलीयन डॉलर्स इंडो पेसिफिक की कुछ कंट्रीज के लिए भी है-Israel v/s us
मगर यहां पर पैसा मिलेगा यूक्रेन और इसराइल को
और ऐसा नहीं है कि यह पैसा यूक्रेन उपयोग करेगा डेवलपमेंट के लिए यह मिलिट्री ऐड है यूक्रेन के लिए
यह US की सबसे बड़ी पावर है
इनकी US डॉलर इतनी स्ट्रांग है कि यह जितना मर्जी प्रिंट कर ले उसकी वैल्यू उसकी गिरती नहीं है उल्टा डॉलर स्ट्रांग ही होता जाता है
इस ऐड से उक्रैन प्रेडोमिनेंटली रूस से ही लड़ाई लड़ने वाला है-Israel v/s us
तो आप कह लीजिए US ने 61 बिलीयन डॉलर्स यूक्रेन को दे करके तय कर लिया है कि लंबे समय तक यूक्रेन रूस को चुनौती देता रहेगा
और आप देखोगे इन द फ्यूचर बहुत सारे हाईटेक वेपंस US से जाएंगे यूक्रेन में
और यहां पे आपका सवाल आएगा कि अगर 61 बिलीयन डॉलर्स मिलेंगे यूक्रेन को तो इसराइल को कितना पैसा मिलेगा
इसराइल को मिलेंगे26 बिलीयन डॉलर्स
यूक्रेन से काफी कम, हालांकि इजरायल के नाराज होने का कारण यह नहीं है
हुआ यहां पर क्या है कि US ने एक तरफ तो यह खुशखबरी दे दी मगर साथ ही साथ US की तरफ से एक और न्यूज़ आ रही है कि जो इसराइली मिलिट्री का एक बटालियन है
नेक्सा – याहुदा
इन लोगों पर US सैंक्शंस लगाने वाला है
यहां पर आपका एक सवाल आएगा कि यह जो नेतसा-यहूदा बटालियन है इनमें खास बात क्या है
यह इजरायल की बाकी आर्मी से अलग कैसे हैं
भारत में भी कई बटालियन है
क्या हम कभी सोच सकते हैं कि हम कोई ऐसी बटालियन बना दे जहां पर सिर्फ एक ही रिलिजन के लोग होंगे
किसी भी बटालियन में क्रिश्चियन शेख मुस्लिम हिंदू किसी भी फेथ के सोल्जर आ सकते हैं
मगर इसराइल ने 1999 में एक ऐसी बटालियन बनाई जो सिर्फ रूढ़िवादी यहूदियों के लिए है
आपको पता होगा इजरायल के जो लोग हैं यहूदी धर्म का पालन करते हैं
और जिस तरीके से हर धर्म में
होते हैं थोड़े रूढ़िवादी लोग
जो बिल्कुल रिलीजन को टू द पॉइंट फॉलो करते हैं
जो लिखा है किताब में उसको यह फॉलो करेंगे
फिर उनके अलावा और लोग भी होते हैं जो इतना स्ट्रिक्टली रिलीजन को फॉलो नहीं करते
जो लोग इजराइल में बिल्कुल स्ट्रिक्टली फॉलो करते हैं यहूदी धर्म को उनके लिए बनाई गई है यह बटालियन
इस बटालियन में किसी भी गैर यहूदी की एंट्री नहीं हो सकती
इजराइल में एक बड़ी पापुलेशन इस्लाम फेथ को भी फॉलो करती है
तो कोई भी मुस्लिम सोल्जर इस बटालियन में एंट्री नहीं लगा
उसके अलावा इस बटालियन में वूमेन की एंट्री भी बंद है
कोई भी फीमेल इस इटालियन में नहीं आएगी
सिर्फ जो सोल्जर की वाइफ है वही कभी-कभी कैंप के आसपास रहती है वह भी सिविलियन एरिया में
उसके अलावा जहां भी यह बटालियन रहती है उसे एरिया की जो साफ सफाई है वह यहूदी धर्म की किताब तोड़ा के हिसाब से की जाती है
जो इनका खाना भी है यह अलग तरीके से बनाया जाता है
तो क्या उस इन्हीं कारण की वजह से इस बटालियन पर सैंक्शंस लगाने की बात कर रहा है US
नहीं , US की तरफ से बताया जा रहा है कि इस बटालियन ने काफी क्रूरता दिखाई है वेस्ट बैंक के लोगों के प्रति
लोगों ने कंप्लेंट करी है कि यह बटालियन के लोग बहुत रेसिस्ट हैं
और कई बार वेस्ट बैंक के जो मृत सिविलियन है उन पर भी अत्याचार कर चुके हैं
यह आरोप इस बटालियन पर लगे हैं
यह सच है या नहीं इसके बारे में हम कुछ कमेंट कर नहीं सकते
अब सैंक्शंस की बात बिल्कुल आगे बढ़ चुकी है
नितनयाहू यह सब सुनकर बहुत गुस्सा है और इसलिए नितनयाहू ने यह कहा है कि यह एक रेड लाइन है जो उस क्रॉस करने की बात कर रहा है
और इजराइल में कई लोगों का मानना यह है कि US जो ये सैंक्शंस लगाने की बात कर रहा है इजराइल की बटालियन पर इसके पीछे में है जो बिडेन की राजनीति
आपको पता होगा इंडिया ने भी काफी बार कहा है कि US की तरफ से इंडिया के इंटरनल अफेयर्स पर भी जो कमेंट्स आती है वह उस की इंटरनल राजनीति से प्रेरित होती है
इजराइल में भी आज के समय से धारणा है क्या उस में इलेक्शन आने वाले हैं
जो बिडेन चाहते हैं कि जो इन के वोटर हैं उनके सामने यह एक ऐसी पिक्चर प्रेजेंट करें कि हां बिल्कुल हमने इसराइल को बिलियंस आफ डॉलर्स दिए हैं
लेकिन जो इनके सोल्जर गलत काम कर रहे थे उन पर हमने सैंक्शंस भी इंपोज किए हैं
जो बिडेन अपनी तरफ से एक बैलेंसिंग गेम खेल रहे हैं बिल्कुल यहां पर राजनीति इंवॉल्वड है
जो बिडेन के इस निर्णय से ऐवेंंचुअली इसराइल कितना नाराज होगा
और जो यह रेड लाइन है इसका मतलब क्या है
इसराइल बहुत ज्यादा डिपेंडेंट है US पर
हम नहीं सकते कि कोई यह बड़ा रिएक्शन देंगे
आम तौर पर इजरायल के प्राइम मिनिस्टर की जो ट्रिप है यह कैंसिल कर देते हैं
या फिर उस के एंबेसडर हैं उनको बुलाकर डांट लगा देते हैं
जब उस इजरायल की सेवा की एक बटालियन पर सैंक्शंस इंपोज करेगा तो यह टॉपिक काफी न्यूज़ में रहेगा
नेक्सा यहूदा , इसराइल सेना की एक अलग बटालियन है और इस यह काफी कट्टर है ठीक है काफी ज्यादा कट्टर हैऔर कट्टरता इस हद तक है कि यह सबसे बड़ी बात तो इसमें सिर्फ और सिर्फ यहूदी ही रहेंगे तोर जो उनकी धार्मिक किताब है उसी हिसाब से उनकी ट्रेनिंग होती
हालांकि ट्रेनिंग आपको बता दो इजरायल की आर्मी की ट्रेनिंग अमेरिका करवाता है वैसे इसराइल भी करता है लेकिन अमेरिका के ऊपर काफी ज्यादा डिपेंड रहता है
तो बहुत कट्टर फौजी एक तरीके से इसमें यहूदी धर्म की जो प्रिंसिपल है इस पर ही इस फौज को बनाया आप एक तरीके से कह सके धार्मिक फौज है
अब देखिए इतिहास गवाह है कि अगर धार्मिक फौज बनती हैं तो बर्बादी होती है
कट्टरता जो है वह देश को ही नहीं अगल-बगल हर एक को ले डूबती है
इसराइल सेना की बटालियन पर प्रतिबन्ध लगाकार अमेरिका क्या बताना चाहता है ?-Israel v/s us
इस पूरे मामले आप की क्या राय है ?