India-China Border Dispute: Arunachal Governor’s Call for Change – AIRR News

0
89
India-China Border Dispute

“India-China LAC Dispute: Arunachal Governor’s Statement | AIRR News Special Report”-India-China Border Dispute

चीन के साथ लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शांति स्थापित करने का प्रयास निरंतर जारी है। इसी संदर्भ में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का एक बयान चर्चा में है। उनके अनुसार, चीनी सेना के लिए फायदेमंद वर्तमान सीमा समझौते भारत के लिए असुविधाजनक हैं। इस विषय पर आज हम विस्तार से जानेंगे. नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़।-India-China Border Dispute

अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी पारनायक ने स्पष्ट किया कि LAC पर हथियारों के उपयोग पर मौजूदा प्रतिबंध भारत को नुकसान में डालता है। उन्होंने कहा कि चीनी दावों का मुकाबला करने के लिए भारत को सीमा समझौतों का एक नया सेट बनाने की आवश्यकता है। इस सेट में स्पष्ट निर्देश होने चाहिए और इसमें भारत के अपने सभ्यतागत दावों के साथ चीन के वंशवादी दावों को चुनौती देने वाले प्रतिवाद भी शामिल होने चाहिए।

वर्तमान समझौते और प्रोटोकॉल पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के लिए फायदेमंद हैं। इन समझौतों में सीमा विवादों का कोई समाधान नहीं है और यह रक्षात्मक रेखा भी नहीं बताता है। 5 मई, 2020 को पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प के बाद से पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध के कारण भारत और चीन के बीच संबंध व्यापारिक संबंधों को छोड़कर बड़े पैमाने पर जमे हुए हैं। तनाव को कम करने के लिए दोनों पक्षों ने अब तक 21 दौर की वार्ता की है।

आपको बता दे कि LAC पर संघर्ष का इतिहास 1962 के भारत-चीन युद्ध तक जाता है। तब से भीषण झड़पें होती रही हैं, जिनमें 2017 में डोकलाम विवाद और 2020 में गलवान घाटी की घटना शामिल है। इन घटनाओं ने सीमा विवाद की जटिलता को उजागर किया है। दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हुई है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है।

ऐसे में राज्यपाल का बयान सीमा विवाद की जटिलता को उजागर करता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि चीन भी मौजूदा समझौतों पर पुनर्विचार करने के लिए अनिच्छुक है। भारत को अपनी स्थिति को मजबूत करने और बातचीत में लाभ उठाने के लिए नई सहमति खोजने के रचनात्मक तरीके खोजने की जरूरत है।

हालाँकि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी पारनायक के बयान ने भारत-चीन सीमा विवाद की जटिलता को उजागर किया है। उनके अनुसार, वर्तमान समझौते और प्रोटोकॉल, जो मुख्य रूप से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को लाभ पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, भारत के लिए हानिकारक हैं।

ऐसे में यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि चीन भी मौजूदा समझौतों पर पुनर्विचार करने के लिए अनिच्छुक है। चीन का मानना है कि इन समझौतों ने सीमा पर यथास्थिति बनाए रखने में मदद की है और सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत जारी रहनी चाहिए। चीन भारत के सभ्यतागत दावों को भी खारिज करता है और तर्क देता है कि ऐतिहासिक सबूत उसके अपने दावों का समर्थन करते हैं।

ऐसे में सीमा विवाद को सुलझाना एक जटिल और कठिन कार्य है। हालांकि, दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखना आवश्यक है। भारत और चीन को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

तो इस तरह हमने जाना कि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का बयान भारत-चीन सीमा विवाद की जटिलता और इसके संभावित परिणामों की याद दिलाता है। भारत को अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए एक व्यापक रणनीति बनाने की जरूरत है, जिसमें बातचीत को पुनर्जीवित करना, स्पष्ट दिशानिर्देश स्थापित करना और अपने ऐतिहासिक दावों को मजबूत करना शामिल है। चीन के साथ शांतिपूर्ण समाधान खोजना दोनों देशों के लिए और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।

नमस्कार, आप देख रहे थे AIRR न्यूज़। 
Extra : भारत-चीन सीमा विवाद, अरुणाचल प्रदेश राज्यपाल, LAC तनाव, भारतीय सेना, चीनी सेना, सीमा समझौते, AIRR न्यूज़, India-China Border Dispute, Arunachal Pradesh Governor, LAC Tension, Indian Army, Chinese Army, Border Agreements, AIRR News
#india #instagram #love #photography #instagood #mumbai #kerala #bhfyp #follow #nature #indian #travel #likeforlikes #delhi #like #fashion #photooftheday #memes #trending #followforfollowback #bollywood #instadaily #maharashtra #insta #likes #viral #art #style #model #music#airrnews

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER.

Never miss out on the latest news.

We don’t spam! Read our privacy policy for more info.

RATE NOW

LEAVE A REPLY

    null
    Record Video
    Upload Video
     
    Please enter your comment!
    Please enter your name here