Extra : भारत-बांगलादेश संबंध, आर्थिक साझेदारी, SAFTA,गंगा जल संधि,कुशियारा पैक्ट,भारतीय उत्पादों का बहिष्कार,आवामी लीग,India-Bangladesh Relations,Economic Partnership,Ganga Water Treaty,Kushiara Pact,Boycott of Indian Products, Awami League, AIRR News-india-bangladesh relations news
आज हम बात करेंगे भारत और Bangladesh के बीच संबंधों के विषय पर। बांगलादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने हाल ही में एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि बांगलादेश का विकास भारत के साथ अच्छे संबंधों के बिना संभव नहीं है। यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब सोशल मीडिया पर भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम चल रही थी। आइये इस विषय को गहराई से समझते है। नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR न्यूज़। –india-bangladesh relations news
बांगलादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने हाल ही में कहा कि “हमारा विकास संभव नहीं है बिना उस देश के साथ अच्छे संबंध बनाए, जिसके साथ हमारी तीनों ओर कई हजार किलोमीटर की सीमा है।” उन्होंने यह भी कहा कि बांगलादेश में शांति और स्थिरता को बनाए रखना भी मुश्किल होगा अगर भारत के साथ अच्छे संबंध नहीं रहे।-india-bangladesh relations news
आपको बता दे कि इस बयान के पीछे का प्रमुख कारण था भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम, जिसे सोशल मीडिया पर चलाया गया था। इस मुहिम का उद्देश्य था भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करना और इसे बांगलादेश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए शुरू किया गया था। हालांकि, इस मुहिम को बांगलादेश की जनता ने असफल ठहराया।
हालाँकि भारत और बांगलादेश के बीच संबंध ऐतिहासिक, सभ्यतात्मक और सांस्कृतिक हैं। दोनों देशों में बोले जाने वाली भाषा बंगाली, एक मजबूत बंधन है। दोनों देशों के बीच के संबंध आमतौर पर गर्मजोशी भरे होते हैं, खासकर जब बांगलादेश में आवामी लीग की सत्ता होती है। आवामी लीग ने 2009 में सत्ता संभाली, तब से संबंधों में काफी सुधार हुआ है।
भारत ने बांगलादेश को एक अलग और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी थी और इसने देश के स्वतंत्रता के तुरंत बाद ही दिसंबर 1971 में इसके साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित किए। भारत के साथ बांगलादेश के संबंध सभ्यतात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक हैं। भारत-बांगलादेश संबंध सम्पूर्ण विजयी साझेदारी पर आधारित हैं, जो संविधानशास्त्र, समानता, विश्वास और समझ के आधार पर ज्यादा दूर तक जाती हैं।
वैसे शायद ही आपको पता हो कि भारत और बांगलादेश 54 साझी नदियाँ बांटते हैं। 1996 में गंगा जल संधि हस्ताक्षरित की गई थी, जिसमें लीन सीजन (1 जनवरी-31 मई) के दौरान गंगा नदी के जल का विभाजन किया गया था। हाल ही में, कुशियारा पैक्ट हस्ताक्षरित किया गया था, जो दक्षिणी असम और बांगलादेश के सिलहट क्षेत्र में लोगों के लिए लाभदायक होगा।
भारत और बांगलादेश के बीच आर्थिक संबंध भी मजबूत हैं। भारत ने 2011 से बांगलादेश को दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (SAFTA) के तहत तम्बाकू और शराब के अलावा सभी टैरिफ लाइनों पर शुल्क मुक्त कोटा मुक्त पहुंच प्रदान की है। दोनों देशों के बीच बायलेटरल व्यापार 2021-22 में 18.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो 2020-21 में 10.8 अरब डॉलर था।
इसी वजह से भारत और बांगलादेश के बीच व्यापार संबंधों में पिछले 5 वर्षों में काफी सुधार देखने को मिला है।
वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक, दोनों देशों के बीच कुल व्यापार में 17% से अधिक की वृद्धि हुई। वित्तीय वर्ष 2015-16 में, भारत के निर्यात की मात्रा बांगलादेश के लिए 5452.90 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी, जबकि भारत द्वारा बांगलादेश से आयात की मात्रा 689.62 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी।
इस प्रकार, SAFTA के तहत भारत और बांगलादेश के बीच व्यापार संबंधों में सुधार हुआ है और यह संबंध निरंतर मजबूत हो रहे हैं।
इस प्रकार, भारत और बांगलादेश के बीच संबंध ऐतिहासिक, सभ्यतात्मक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों का यह विश्लेषण आपको इन संबंधों की गहराई और महत्व को समझने में मदद करेगा। नमस्कार ,आप देख रहे थे AIRR न्यूज़।