नमस्कार, आप देख रहे हैं AIRR NEWS…लंबी जद्दोजहद और खींचातानी के बाद आखिरकार विपक्ष बीजेपी के सामने INDIA गठबंधन बनाने में कामयाब हुआ है…पिछले साल जुलाई में जब विपक्ष के बड़े नेता इस गठबंधन की बुनियाद रखने के लिए बेंगलुरू में एक जुट हुए थे तब इनके पास सहयोगियों की कुल संख्या 26 के आस-पास थी…लेकिन चुनाव पास आते-आते बिहार से जेडीयू के नीतीश कुमार और यूपी से आरएलडी के जयंत चौधरी गठबंधन का साथ छोड़कर NDA में शामिल हो गए…-India Alliance
लेकिन बिहार में मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी, राजस्थान से हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और राजकुमार रोत की भारत आदिवासी पार्टी ने गठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है…दरअसल, INDIA गठबंधन शुरू से ही मतभेदों और विवादों से घिरा रहा है…इसमें कोई दो राय नहीं है कि पंजाब, जम्मू-कश्मीर, केरल और बंगाल में सीट बंटवारे पर सहमति ना बनने से विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगा लेकिन इसके बावजूद भी विपक्षी गठबंधन करीब 300 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने में सफल रहा है..-India Alliance
.बिहार, यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश, झारखंड, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु वो राज्य हैं जहां पूरा विपक्ष INDIA गठबंधन के बैनर तले चुनावी मैदान में है…राजनीति के जानकार इसे पूर्ण गठबंधन नहीं मान रहे हैं…इसकी संरचना पर गौर करें तो इसमें देश के विकास के ऐजेंडे से कहीं ज़्यादा दलों के अपने-अपने राजनीतिक हित नज़र आते हैं..इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि INDIA गठबंधन का हिस्सा होते हुए भी ममता दीदी की पार्टी TMC बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही है…यही हाल, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का भी हैं…दिल्ली, हरियाणा और गुजरात की सीटों पर समझौता करने वाले ये दोनों दल पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं…वहीं, जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पीडीपी…
कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन के खिलाफ चुनावी मैदान में पूरी ताकत के साथ उतर चुकी है…ऐसे में करीब 80 सीटें ऐसी हैं जहां गठबंधन होते हुए भी विपक्ष एक-दूसरे को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है…वहीं, कांग्रेस के लिए मौजूदा राजनीतिक समय मुश्किलों और चुनौतियों से भरा है…भले ही कांग्रेस INDIA गठबंधन को लीड कर रही है लेकिन कई ऐसे राज्य हैं जहां सीटों के बंटवारे को लेकर क्षेत्रीय दल कांग्रेस पर हावी रहे हैं…जहां कांग्रेस अपने इतिहास में सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है…-India Alliance
वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पार्टी क्षेत्रीय दलों के कब्जे में है…प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दमदार छवि और बीजेपी के मज़बूत संगठन का सामना करने के लिए कांग्रेस का क्षेत्रीय दलों पर भरोसा जताना कहीं ना कहीं उसकी मज़बूरी को दर्शाता है…बीते चुनावों में कम से कम 190 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला हुआ था लेकिन…अपने घटते जनाधार, कमज़ोर संगठन और गठबंधन धर्म को निभाते हुए ये आकंडा इस बार 100 पर सिमटता नज़र आ रहा है यानि इन लोकसभा चुनावों में करीब 100 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष का इस तरह चुनाव लड़ना किसी खास रणनीति का हिस्सा है या फिर…अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के चलते एक बार फिर विपक्षी गठबंधन की मानसिक हार हुई है…राजनीति से जुड़ी ऐसी ही खास खबरों के लिए देखते रहिए AIRR NEWS…..